दिल्ली-एनसीआर

लोकरंग सांस्कृतिक कार्यशाला का शुभारंभ

लोकरंग सांस्कृतिक कार्यशाला का शुभारंभ

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"लोकरंग सांस्कृतिक व साहित्यिक उत्थान समिति", शालीमार गार्डन, साहिबाबाद, गाजियाबाद के तत्वावधान में आयोजित लोकरंग सांस्कृतिक कार्यशाला का शुभारंभ आज रविवार 9 जुलाई, में सेंट एंड्रयूज पब्लिक स्कूल, सी-ब्लाॅक, शालीमार गार्डन में क्षेत्र की पूर्व पार्षद व समाज सेवी श्रीमती सुनीता रावत रेड्डी जी के द्वारा किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन तथा उत्तराखण्ड के पारम्परिक शकुनाखर (मांगल गीत) के साथ हुआ.शकुनाखर को उमा पाण्डेय, नीमा अकोलिआ, मधु बहुखंडी व गायत्री घुघत्याल ने अपने स्वरों मे पिरोया. आगामी तीन माह तक चलने वाली यह सांस्कृतिक कार्यशाला प्रत्येक रविवार आयोजित की जाएगी जहां कलाकारों को उत्तराखण्ड के लोक कला, लोक नृत्य-संगीत, लोक भाषा, लोक कथा व लोक नाट्य की बारिकियां विभिन्न कला विशेषज्ञों द्वारा सीखायी जाएंगी. मुख्य अतिथि श्रीमती सुनीता रावत रेड्डी ने आयोजक टीम की सराहना करते...
दुदबोलि पत्रिका का लोकार्पण एवं ऋषिबल्लभ सुंदरियाल व मथुरादत्त मठपाल की याद में संगोष्ठी आयोजित

दुदबोलि पत्रिका का लोकार्पण एवं ऋषिबल्लभ सुंदरियाल व मथुरादत्त मठपाल की याद में संगोष्ठी आयोजित

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सी एम पपनैं संगोष्ठी के प्रथम सत्र में मंचासीन रमेश घिन्डियाल, महेश चंद्रा, दिनेश मोहन घिन्डियाल, कुसुम कन्डवाल भट्ट व रोहित सुंदरियाल प्रबुद्ध वक्ताओं द्वारा गढ़वाली बोली-भाषा में ऋषिबल्लभ सुंदरियाल के कृतित्व व व्यक्तित्व पर सारगर्भित प्रकाश डाल कर व्यक्त किया गया, ऋषिबल्लभ सुंदरियाल छोटी उम्र में ही एक प्रखर वक्ता, कुशल रणनीतिकार व सशक्त विचारधारा के बल राष्ट्रीय पहचान बनाने में सफल रहे। उनके विचारों व जन के प्रति अपार निष्ठा व भावना को देख प्रभावित हुए बिना नहीं रहा जा सकता था। उन्होंने अपने आदर्शो को आगे रख, अपनी पूरी जिंदगी हिमालय बचाओ, हिमालय बसाओ जैसे संवेदनशील मुद्दे पर दाव पर लगा कर रखी। हिमालय बचाओ आंदोलन में उनकी सक्रियता व उनके सामाजिक योगदान ने जनमानस के मध्य अमिट छाप छोडी थी। 1974 मे उनकी मृत्यु पर जन द्वारा शंखा व्यक्त की गई थी। जनभावना रही उनको मारा गया था। आयोजन के इस अव...
अमर प्रेमकथा राजुला मालुशाही पर आधारित नाटक ‘सुनपत शौके की च्येली’ का मंचन

अमर प्रेमकथा राजुला मालुशाही पर आधारित नाटक ‘सुनपत शौके की च्येली’ का मंचन

दिल्ली-एनसीआर
'गढवाली कुमाऊनी जौनसारी अकादमी' दिल्ली सरकार के तत्वावधान मे 'मस्ती की पाठशाला' नाटक कार्यशाला का आयोजन 22 मई से 22 जून के बीच दिल्ली के विभिन्न स्कूलों मे किया गया. कार्यशाला मे तैयार नाटकों का मंचन 19 से 22 जून के मध्य दिल्ली के विभिन्न स्कूलों में किया गया. इसी श्रंखला मे लेखिका एंव नाट्य कर्मी मीना पाण्डेय द्वारा निर्देशित नाटक "सुनपत शौके की च्येली"' को दर्शकों व कला विशेषज्ञों की विशेष सराहना मिली. नाटक का सह निर्देशन लोक कलाकार भुवन गोस्वामी ने किया. गिरीश बिष्ट 'हँसमुख' की इस कहानी का नाट्य रूपान्तरण भी मीना पाण्डेय द्वारा किया गया. यह कहानी कुमाऊँ की सुप्रसिद्ध लोक कथा 'राजुला मालुशाही' की प्रेमगाथा पर आधारित है, जिसे इस नाटक के माध्यम से एक नया रचनात्मक विस्तार देने की कोशिश की गई है. मीना पाण्डेय ने बताया- "एक लोक कथा जिसका प्रचलित संस्करण लेखक की कहानी से अलग है उसके नाट्य...
बैसाखी बिखोत पर राष्ट्र गौरव सम्मान समारोह

बैसाखी बिखोत पर राष्ट्र गौरव सम्मान समारोह

दिल्ली-एनसीआर
नई दिल्ली : ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया और पर्वतीय लोकविकास समिति द्वारा बैसाखी, विखोत,बिहू और पुलंथू पर्व के अवसर पर नई दिल्ली के प्रेस क्लब में  राष्ट्रगौरव सम्मान अर्पण समारोह का आयोजन किया गया. समारोह का विषय प्रवर्तन करते हुए  अतिविशिष्ट अतिथि नागरी लिपि परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री और ऑथर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के पदाधिकारी डॉ.हरि सिंह पाल ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक विविधता और बहुभाषिकता हमारी राष्ट्रीय एकता की पहचान है. हमारे पर्व त्योहार अलग नामों से जाने जाते हैं लेकिन इनके पीछे सोच कहीं न कहीं परंपरा और प्रकृति से जुड़ती दिखती है. वरिष्ठ पत्रकार और पर्वतीय लोकविकास समिति के उपाध्यक्ष सुनील नेगी ने कहा कि समिति प्रतिवर्ष विखोत पर्व पर विशेष आयोजन करती है,इस बार लोकभाषा संरक्षण और लोकपर्वों की मान्यता पर फोकस है. पहाड़ की विडंबना ये है कि दिल्ली की सरकार तक ने यहां गढ़वाली, कुमाऊनी और जौनस...
उत्तराखंडी बच्चे अब दिल्ली में सीखेंगे लोक वाद्य और नाटक!

उत्तराखंडी बच्चे अब दिल्ली में सीखेंगे लोक वाद्य और नाटक!

दिल्ली-एनसीआर
गढ़वाली, कुमाऊनी, जौनसारी भाषाओं के साथ इस बार नाटक और लोकगीत की विद्या भी सिखाई जायेगी – डॉ. विनोद बछेती बच्चों के पास मातृभाषा में सुनने और बोलने के अवसर तो रहते हैं, पर सुनने-सुनाने के लिए शैक्षिक सामग्री का अभाव रहता है. यदि बच्चे की मातृभाषा को प्रारम्भिक स्तर पर उसकी शिक्षण प्रक्रिया में शामिल किया जाये तो वह तेजी से सीखता है. मातृभाषा में सीखना और सिखाना बच्चे के लिए कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण होता है. मां अपनी भाषा में जो सिखाती है उसे बच्चा आसानी से खुशी-खुशी सीखता है. अपने परिवार समाज से बच्चा बहुत कुछ ज्ञान सहजता और सरलता से अर्जित करता है जिसका माध्यम मौखिक मातृभाषा ही होती है. उत्तराखंड लोक भाषा साहित्य मंच लगातार बच्चों को लोक भाषाएं सिखाने का काम कर रहा है. उत्तराखंड लोक भाषा साहित्य मंच ने पिछले वर्ष उत्तराखंड की लोक भाषाएं सीखने वाले बच्चों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित कि...
पर्वतीय लोकविकास समिति का 19वां स्थापना दिवस और पत्रकार डॉ.वेदप्रताप वैदिक की स्मृति सभा

पर्वतीय लोकविकास समिति का 19वां स्थापना दिवस और पत्रकार डॉ.वेदप्रताप वैदिक की स्मृति सभा

दिल्ली-एनसीआर
Himantar Webdesk नई दिल्ली के प्रेस क्लब में पर्वतीय लोकविकास समिति ने अपने 19 वें स्थापना दिवस समारोह में शीर्ष पत्रकार, हिन्दी भाषा के योद्धा और अपने संरक्षक प्रो.वेदप्रताप वैदिक की स्मृति में एक चर्चा गोष्ठी आयोजित की जिनमें वैदिक जी से जुड़े बुद्धिजीवियों और उनके साथ कार्य करने वाले वरिष्ठ पत्रकारों ने अपने जीवंत स्मरण प्रस्तुत कर वैदिक जी की हिन्दी सेवा और पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके अद्वितीय योगदान का स्मरण किया. स्मृतिसभा में उपस्थित लोगों ने डॉ.वेदप्रताप वैदिक के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की तो आचार्य महावीर नैनवाल ने शांतिपाठ किया. स्मृति सभा का विषय प्रवर्तन करते हुए वरिष्ठ पत्रकार और पर्वतीय लोकविकास समिति के राष्ट्रीय संयोजक सूर्य प्रकाश सेमवाल ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पीएचडी के शोध प्रबंध को हिंदी में न केवल लिखना बल्कि एक राष्ट्रीय बहस के बाद उसे स्व...
विश्व पुस्तक मेला: आंखों देखी, हकीकत और अफसाना… 

विश्व पुस्तक मेला: आंखों देखी, हकीकत और अफसाना… 

दिल्ली-एनसीआर
ललित फुलारा इस बार विश्व पुस्तक मेले में सबसे अधिक धार्मिक साहित्य बिका है, चाहे कोई प्रकाशक कुछ भी दावा कर ले. हिन्दी का बड़े से बड़ा प्रकाशक, उतनी भीड़ नहीं जुटा पाया, जितना बिना प्रचार के गीता प्रेस गोरखपुर की स्टॉल पर जुटी रही. नई हिन्दी के नाम पर 'हिंद युग्म' ने सेलिब्रिटी लेखकों को बुलाकर युवाओं को लुभाने की अच्छी कोशिश की, पर यह बात सही है कि इस प्रकाशक के पास नॉन-सीरियस  पाठकों की ही भीड़ रही, चाहे भौकाल कुछ भी हो. प्रबुद्ध लेखकों के कदम उधर एक बार भी नहीं पड़े. हिन्दी के नाम पर अभिनेता मानव कौल को घंटों बैठाकर युवाओं के बीच कुछ प्रतियां तो बेची जा सकती हैं, पर हिन्दी के परिपक्व पाठकों के बीच वो विश्वसनीयता हासिल नहीं की जा सकती जो राजकमल, वाणी, पेंगुइन, प्रभात, यश, सेतु एवं कुछ अन्य प्रकाशकों के पास है. बुक फेयर में कुछ ऐसे लेखकों के पास कॉलेज के विद्यार्थियों की भीड़ रही, जिन्...
मातृभाषा का सवाल भाषा से ज्यादा लिपि और माध्यम का सवाल है

मातृभाषा का सवाल भाषा से ज्यादा लिपि और माध्यम का सवाल है

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मेहर, निशा, आकांक्षा एवं राज, नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य पर रामजस महाविद्यालय, एक सप्ताह का 'मातृभाषा अमृतोत्सव' आयोजित करने जा रहा है. 21 फरवरी, 2023 से 28 फरवरी तक चलने वाले इस मातृभाषा अमृतोत्सव में भारत की सभी भाषाओं पर भाषाविदों के साथ मातृभाषा में शिक्षा एवं शिक्षण की चुनौतियों और संभावनाओं पर विचार विमर्श होगा.  इस वैचारिक मंथन का शुभारंभ अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस यानि 21 फरवरी को रामजस महाविद्यालय के सभागार में हुआ. रामजस कॉलेज के सभागार में आयोजित इस संगोष्ठी की अध्यक्षता रामजस महाविद्यालय के हिंदी विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. प्रीतम शर्मा ने की और वक्ता के रूप में डॉ. राकेश सिंह (पूर्व सलाहकार, भारतीय भाषा समिति) एवं प्रो. चौडुरी उपेंद्र राव (पूर्व अध्यक्ष, संस्कृत एवं प्राच्यविद्या अध्ययन केंद्र, जेएनयू) ने अपने विचार रखे. कार्यक्रम का आरम्भ प्रा...
2024 तक दिल्ली के हर घर में होगा बजरंगी: विश्व हिंदू परिषद

2024 तक दिल्ली के हर घर में होगा बजरंगी: विश्व हिंदू परिषद

दिल्ली-एनसीआर
हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली विश्व हिंदू परिषद, दिल्ली प्रांत द्वारा प्रांतीय बैठक का आयोजन दिल्ली के मयूर विहार स्थित उत्तरा गुरुवायुरप्पन मंदिर में 7 व 8 जनवरी 2022 को किया गया. इस बैठक में बड़ी संख्या में दिल्ली विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने शिरकत की और इस बैठक को सफल बनाया.  2024 तक दिल्ली के हर घर में एक बजरंगी हो, यह संकल्प विश्व हिंदू परिषद दिल्ली की इस दो दिवसीय अर्धवार्षिक बैठक में लिया गया. इस बैठक में विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र जैन ने खचाखच भरे हॉल में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुओं ने प्रभु श्री राम की जन्मभूमि के लिए बलिदान दिया, इसी की परिणति है कि आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है. दिल्ली का कोई भी हिंदू अपने आप को अकेला महसूस ना करें. एक बड़ा तबका हिंदुओं के खिलाफ गलत नैरेटिव बनाने के लिए कार्य करता है. टु...
सलेकचंद जैन स्मृति सम्मान से होंगे सम्मानित युवा कवि-पत्रकार जगमोहन ‘आज़ाद’

सलेकचंद जैन स्मृति सम्मान से होंगे सम्मानित युवा कवि-पत्रकार जगमोहन ‘आज़ाद’

दिल्ली-एनसीआर
वियतनाम में आयोजित होने वाले 20वें अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मलेन में प्रतिभाग करेंगे हिमांतर वेबडेस्क, नई दिल्ली दक्षिणपूर्व एशिया के खूबसूरत देश वियतनाम (हनोई,हो ची मीन्ह) में इस वर्ष 13 से 23 दिसंबर तक 10 दिवसीय 20वां अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. वियतनाम में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में भारत से लगभग चालीस ख्यातनाम साहित्यकारों,बुद्धिजीवी और समाज से जुड़े विभिन्न प्रबुद्धजनों का दल सहभागिता कर रहा है. इस सम्मेलन में 14 लेखकों की विभिन्न विधाओं में प्रकाशित कृतियों का विमोचन किया जाएगा. साथ ही जनतंत्र का भविष्य, सांस्कृतिका, कथा,व्यंग्य, लघुकथा, कविता पर संगोष्ठी एवं राज्यवार गीत-नृत्य-संगीत की प्रस्तुति का आयोजन भी होगा. वियतनाम में आयोजित होने वाले 20वें अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन में उत्तराखंड से वरिष्ठ लेखक डॉ.हरिसुमन बिष्ट,डॉ.पुष्पा जोशी और युवा कवि-...