कार्यक्रम का संचालन शिक्षक कमलेश उप्रेती ने एवं आभार व्यक्त कोषाध्यक्ष जयदीप कन्याल के द्वारा गया किया हिमांतर ब्यूरो, पिथौरागढ़ डीडीहाट नगर के अंबेडकर वार्ड में एक लक्ष्य पुस्तकालय की शुरुआत जन सहयोग से की गई. इसका उद्देश्य नगर में शिक्षा के महत्व को जन-जन because तक पहुंचाना है तथा बच्चों
शिक्षा
प्रो. गिरीश्वर मिश्र ‘संन्यास’ को अक्सर दीन-दुनिया से दूर आत्मान्वेषण की गहन और निजी यात्रा से जोड़ कर देखा जाता है. मुक्ति की ऐसी उत्कट अभिलाषा स्वाभाविक रूप से मनुष्य को अंतर्यात्रा की ओर अग्रसर करती है. इस आम धारणा के विरुद्ध उन्नीसवीं सदी के because अंत में जब भारत अंग्रेजों का गुलाम था एक अद्भुत […]
प्रो. गिरीश्वर मिश्र पिछले दिनों काशी में देव दीपावली because के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री जी ने देवी अन्नपूर्णा की मूर्ति को, जिसे तस्करी में चुरा कर एक सदी पहले कनाडा की रेजिना यूनिवर्सिटी के संग्रहालय को पहुंचा दिया गया था, बंधक से छुड़ा कर देश को वापस सौंपे जाने की चर्चा की थी. तब वहां […]
प्रो. गिरीश्वर मिश्र भारतवर्ष भाषाओं की दृष्टि से एक अत्यंत समृद्ध देश है. यहां की भाषाई विविधता अनोखी है और उनमें अपार संभावनाएं विद्यमान हैं यह उनकी आतंरिक जीवनशक्ति और लोक-जीवन में व्यवहार में प्रयोग ही था कि विदेशी आक्रांताओं द्वारा विविध प्रकार से सतत हानि पहुंचाये जाने के बावजूद भी वे बची रहीं. because […]
कमलेश चंद्र जोशी कोरोना महामारी के इस कठिन दौर में कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है जो प्रभावित न हुआ हो लेकिन उन तमाम क्षेत्रों में सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला एक क्षेत्र है शिक्षा. पिछले 8-9 महीनों से because शिक्षण संस्थान बंद हैं और ऑनलाइन माध्यम से बच्चों को पढ़ाने की कोशिशें की जा रही […]
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस (11 नवम्बर) पर विशेष प्रो. गिरीश्वर मिश्र मौलाना अबुल कलाम आजाद ने देश के प्रथम शिक्षा मंत्री के रूप में संस्कृति और सभ्यता के व्यापक सन्दर्भ में समग्र भारत के लिए शिक्षा का स्वप्न देखा था. उनकी जन्म तिथि को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के because रूप में स्मरण करते हुए हमारी दृष्टि […]
डॉ. अरुण कुकसाल ‘दिवास्वप्नों के मूल में वास्तविक अनुभव हों, तो वे कभी मिथ्या नहीं होते. यह दिवास्वप्न जीवन्त अनुभवों में से उपजा है और मुझको विश्वास है कि प्राणवान, क्रियावान और निष्ठावान शिक्षक इसको वास्तविक स्वरूप में ग्रहण कर सकेंगे.’ -गिजुभाई पहाड़ (गांधी जी का जो योगदान भारतीय because राजनीति में […]
भारत भाषाओं की दृष्टि से एक अद्भुत देश है जिसमें सोलह सौ से अधिक भाषाएं हैं… प्रो. गिरीश्वर मिश्र किसी भी देश के सामाजिक-सांस्कृतिक परिवेश में अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में भाषा बड़ी अहमियत रखती है. भाषा हमारे जीवन के लगभग सभी क्षेत्रों में दखल देती है. because वह स्मृति को सुरक्षित रखते हुए […]
गांधी जी ने शिक्षा के सुन्दर वृक्ष के समूल विनाश के लिए अंग्रेजों को उत्तरदायी ठहराया था… प्रो. गिरीश्वर मिश्र स्कूली शिक्षा सभ्य बनाने के लिए एक अनिवार्य व्यवस्था बन चुकी है. शिक्षा का अधिकार संविधान का अंश बन चुका है. भारत में स्कूलों पर प्रवेश के लिए बड़ा दबाव है और अभी करोड़ों बच्चे […]
हिन्दी दिवस (14 सितंबर) पर विशेष प्रकाश उप्रेती हर वर्ष की तरह आज फिर से हिंदी पर गर्व और विलाप का दिन आ ही गया है. हिंदी के मूर्धन्य विद्वानों को इस दिन कई जगह ‘जीमना’ होता है. मेरे एक शिक्षक कहा करते थे कि “14 सितंबर को हिंदी का श्राद्ध होता है और हम […]
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