लम्बी अवधि से गायब शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति : डॉ. धन सिंह रावत

लम्बी अवधि से गायब शिक्षकों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति : डॉ. धन सिंह रावत

कहा शिक्षा विभाग के बनेंगे मानव सम्पदा व कैरियर काउंसिलिंग पोर्टल, आईटी सेल का होगा गठन, आउट सोर्स पर रखे जायेंगे एक्सपर्ट्स देहरादून. सूबे के शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि विभाग से लम्बे समय से गायब एवं अन्य प्रदेशों में तैनात शिक्षकों को चिन्हित कर अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी जायेगी. इसके लिये […]

Read More
 कौन कहता है मोहन उप्रेती मर गया है!

कौन कहता है मोहन उप्रेती मर गया है!

लोक के चितेरे मोहन उप्रेती की पुण्यतिथि  (6 जून, 1997) की पूर्व संध्या पर स्मरण चारु तिवारी उस शाम मैं गुजर रहा था उद्दा की दुकान के सामने से, अचानक दुकान की सबेली में खड़े मोहन ने आवाज दी- ‘कहां जा रहा है ब्रजेन्द्र? यहां तो आ.’ क्या है यार? घूमने भी नहीं देगा.’ और […]

Read More
 पर्यावरण संरक्षण : ग्रीन आर्मी देव भूमि उत्तराखंड के स्वयंसेवकों द्वारा पौध रोपण

पर्यावरण संरक्षण : ग्रीन आर्मी देव भूमि उत्तराखंड के स्वयंसेवकों द्वारा पौध रोपण

अगर पशु पक्षी और मानव को बचाना है तो सभी ने अपने जीवन में पेड़ जरूर लगाना है महत्त्वता बहुत है पौधे की देती है ये जीवन शक्ति जीवन सफल तभी बनाओगे जब पर्यावरण बचाओगे विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून 2023) के उपलक्ष में ग्रीन आर्मी देव भूमि उत्तराखंड के स्वयंसेवकों द्वारा पर्यावरण संरक्षण  हेतु  […]

Read More
 हेमकुंड साहिब : जून के महीने में भी आठ फीट बर्फ के आगोश में समाया गुरुद्वारा

हेमकुंड साहिब : जून के महीने में भी आठ फीट बर्फ के आगोश में समाया गुरुद्वारा

उत्तराखंड में सोमवार रात बारिश और बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है.  गुरुद्वारा परिसर स्थित लोकपाल लक्ष्मण मंदिर अभी करीब आठ फीट बर्फ के आगोश में है.  हेमकुंड साहिब में भी इतनी ही बर्फ जमी है.  हेमकुंड सरोवर भी बर्फ से ढका है. पिछले 13 साल में हेमकुंड साहिब और लक्ष्मण मंदिर में जून माह […]

Read More
 गाय हमारी सनातन सभ्यता, संस्कृति और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है : मुख्यमंत्री

गाय हमारी सनातन सभ्यता, संस्कृति और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है : मुख्यमंत्री

नीरज उत्तराखंडी चोपड़धार, चिन्यालीसौड़ (उत्तरकाशी). मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को चोपड़धार कटखाण, चिन्यालीसौड, उत्तरकाशी स्थित नागराज मंदिर में भगवान नागराज प्रकट दिवस के अवसर पर  आयोजित आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक मेले “गौ महोत्सव” कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. इस अवसर पर उन्होंने नागराज मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश में खुशहाली एवं तरक्की कि […]

Read More
 पर्यावरण ही जीवन का स्रोत है

पर्यावरण ही जीवन का स्रोत है

विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष प्रो. गिरीश्वर मिश्र  हमारा पर्यावरण पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश इन पंच महाभूतों या तत्वों से निर्मित है. आरम्भ में मनुष्य इनके प्रचंड प्रभाव को देख चकित थे. ऐसे में यदि इनमें देवत्व के दर्शन की परम्परा चल पड़ी तो कोई अजूबा नहीं है. आज भी भारतीय समाज में यह एक […]

Read More
 क्रीम पौडरा गीत की सफलता के बाद चित्रगीत ‘मास्टर जी’ का लोकार्पण

क्रीम पौडरा गीत की सफलता के बाद चित्रगीत ‘मास्टर जी’ का लोकार्पण

शहीद हमीर सिंह पोखरियाल राजकीय इंटर कॉलेज श्रीकालखाल उत्तरकाशी में उत्तराखंडी चित्रगीत “मास्टर जी” का लोकार्पण मसक़बीन यूट्यूब पर किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अभिनेत्री कलाकार श्वेता महारा, निर्माता कमल जोशी, निर्देशक सोहन चौहान, अभिनेता कलाकार मुकेश शर्मा घनसाला, सुरक्षा रावत, उद्घोषिका राखी धनाई एवं बाल कलाकार आलोक असवाल, नैतिक […]

Read More
 मंदिरों में दर्शन के समय मर्यादित कपड़े पहने: अजेंद्र अजय

मंदिरों में दर्शन के समय मर्यादित कपड़े पहने: अजेंद्र अजय

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि प्रत्येक धार्मिक स्थल की अपनी परंपरा और मर्यादा होती है. उसी के अनुरूप वहां मर्यादित आचरण करना चाहिए और मर्यादित वस्त्र पहनकर आना चाहिए. अजेंद्र अजय ने यह बात महानिर्वाणी अखाड़े के एक बयान से जुड़े प्रश्न पर कही. अजेंद्र ने कहा कि प्रत्येक […]

Read More
 आगाज फेडरेशन ने आज तक बनाए 2000 सीड बम!

आगाज फेडरेशन ने आज तक बनाए 2000 सीड बम!

विश्व पर्यावरण दिवस का आगाज करते हुए आगाज फेडरेशन  पीपलकोटी के  साथियों द्वारा आज  तक 2000  सीड बम -या सीड बाल बनाये गए हैं! इन सीड बम को आगामी बरसात में भूस्खलन वाले क्षेत्रों, नए बन रही सडकों के मलबे के ढेरों पर फेंका और रोपित  किया जाएगा. यही नहीं संस्था द्वारा डाबर के सहयोग […]

Read More
 हिमालय की एक परंपरा का जाना है पर्यावरणविद विश्वेश्वर दत्त सकलानी का अवसान

हिमालय की एक परंपरा का जाना है पर्यावरणविद विश्वेश्वर दत्त सकलानी का अवसान

‘वृक्ष मानव’ विश्वेश्वर दत्त सकलानी जी की जयंती (2 जून, 1922 ) पर सादर नमन चारु तिवारी प्रकृति को आत्मसात करने वाले वयोवृद्ध पर्यावरणविद विश्वेश्वर दत्त सकलानी का अवसान हिमालय की एक परंपरा का जाना है. उन्हें कई सदर्भों, कई अर्थों, कई सरोकारों के साथ जानने की जरूरत है. पिछले दिनों जब उनकी मृत्यु हुई […]

Read More