Author: Himantar

हिमालय की धरोहर को समेटने का लघु प्रयास
उत्तराखंड की पारंपरिक धरोहर और जैविक उत्पादों को राष्ट्रीय राजधानी में मिला नया मंच

उत्तराखंड की पारंपरिक धरोहर और जैविक उत्पादों को राष्ट्रीय राजधानी में मिला नया मंच

दिल्ली-एनसीआर
  मुख्यमंत्री ने किया ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ आउटलेट का उद्घाटन नई दिल्ली. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड निवास परिसर में ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ के आउटलेट का उद्घाटन किया. यह आउटलेट उत्तराखण्ड की पारंपरिक धरोहर और जैविक उत्पादों को राष्ट्रीय राजधानी में संगठित रूप में प्रस्तुत करने का एक सशक्त माध्यम बनेगा. इसके माध्यम से न केवल राज्य की समृद्ध लोकसंस्कृति को देश के सामने लाया जाएगा, बल्कि स्थानीय उत्पादों को नए बाजार भी प्राप्त होंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल राज्य सरकार की उस दूरदृष्टि का परिणाम है, जिसका उद्देश्य पर्वतीय अंचलों में उत्पादित प्राकृतिक और हस्तनिर्मित वस्तुओं को वैश्विक पहचान दिलाना है. यह कदम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा और साथ ही स्थानीय कारीगरों व शिल्पकारों को नए अवसर प्रदान करेगा. चारधाम यात्रा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्...
आम महोत्सव में सीडीएस, वायु सेना प्रमुख समेत कई जानी मानी हस्तियों ने लिया रसीले आमों का स्वाद

आम महोत्सव में सीडीएस, वायु सेना प्रमुख समेत कई जानी मानी हस्तियों ने लिया रसीले आमों का स्वाद

दिल्ली-एनसीआर
जीबी पंत यूनिवर्सिटी और जीबीआर मेमोरियल फाउंडेशन आफ इंडिया द्वारा किया गया था आम उत्सव का आयोजन योगम्बर सिंह बिष्ट, दिल्ली दिल्ली के आकाश एयर फोर्स ऑफिसर मैस में जीबी पंत यूनिवर्सिटी और जीबीआर मेमोरियल फाउंडेशन आफ इंडिया द्वारा आम उत्सव का आयोजन किया गया. सीडीएस जनरल अनिल चौहान, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित, चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड स्टाफ और वीसी जीबी पंत यूनिवर्सिटी डॉ मनमोहन सिंह चौहान आम महोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए और उन्होंने भी रसीले आमों का स्वाद लिया. किस्म-किस्म के आमों के स्वाद लेने के साथ ही गणमान्य लोगों ने देश और उत्तराखंड के सरोकारों को लेकर विचार विमर्श भी किया. इस आम महोत्सव प्रदर्शिनी में जीबी पंतनगर यूनिवर्सिटी का विशेष सहयोग रहा और इसमें कई प्रकार के आम के किस्मों की प्रदर्शिनी लगाई गई. जिसमें दशहरी, ल...
अतृप्त प्रेम का आत्म संस्मरण है ‘वो साल चौरासी’

अतृप्त प्रेम का आत्म संस्मरण है ‘वो साल चौरासी’

देहरादून
सर्वे ऑफ इंडिया के सभागार में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री अजय टम्टा द्वारा "वो साल चौरासी" पुस्तक का हुआ लोकापर्ण देहरादून. लेखक एवं वरिष्ठ पत्रकार मनोज इष्टवाल की चर्चित पुस्तक "वो साल चौरासी" का लोकार्पण 4 जुलाई को सर्वे ऑफ इंडिया, देहरादून के सभागार में भव्य रूप से सम्पन्न हुआ. इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री अजय टम्टा, उत्तराखंड सरकार के वन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल सहित कई वरिष्ठ साहित्यकारों, पत्रकारों एवं बुद्धिजीवियों की गरिमामयी उपस्थिति रही. पुस्तक अनावरण पर मुख्य अतिथि अजय टम्टा ने कहा कि वरिष्ठ पत्रकार मनोज इष्टवाल जी को बतौर पत्रकार हम लंबे अरसे से जानते है अब साहित्य के क्षेत्र में इनकी विद्या से भी परिचित हो गए हैं. वन व तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि "वो साल चौरासी" जैसी ऑटो बायोग्राफी लिखना साहस की बात है. मनोज इष...
जनसामान्य को नदी संरक्षण से जोड़ने की सीएम धामी की पहल

जनसामान्य को नदी संरक्षण से जोड़ने की सीएम धामी की पहल

हरिद्वार
  नदी उत्सव कार्यक्रम में नदियों की निर्मलता और स्वच्छता का लिया गया संकल्प सीएम ने की सभी नदियों का ‘मां’ के समान आदर करने की अपील मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के मुख्य सेवक के रूप में अपने सफल चार वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर हरिद्वार स्थित हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड में मां गंगा की विधिवत पूजा-अर्चना कर प्रदेश की समृद्धि, शांति और प्रगति की कामना की. साथ ही उन्होंने मां गंगा से प्रार्थना की कि हरिद्वार आने वाले सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण हों. नदी उत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियां केवल जल स्रोत नहीं, बल्कि प्राचीन काल से ही सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक जीवन की आधारशिला रही हैं. उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए भी नदियों का संरक्षण और संवर्धन अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे...
काशीपुर: कुंडेश्वरी में अवैध मजारों पर चला बुलडोजर

काशीपुर: कुंडेश्वरी में अवैध मजारों पर चला बुलडोजर

उत्तराखंड हलचल
अब तक प्रदेश में 500 से अधिक मजारें हुई ध्वस्त लैंड जिहाद पर सीएम धामी का कड़ा प्रहार जारी उत्तराखंड के काशीपुर स्थित कुंडेश्वरी क्षेत्र में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सरकारी सीलिंग भूमि पर बनीं पांच अवैध मजारों को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया. यह कार्रवाई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट निर्देशों के तहत की गई, जिनमें उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि सरकारी भूमि पर धर्म की आड़ में किया गया कोई भी अतिक्रमण अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यह जमीन सरकारी आमबाग की थी, जिस पर कुछ लोगों ने धार्मिक गतिविधियों की आड़ में ढांचे खड़े कर कब्जा कर लिया था. प्रशासन की नोटिस प्रक्रिया के बाद जब निर्धारित समयसीमा में कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए, तो एसडीएम अभय प्रताप सिंह के नेतृत्व में गुरुवार सुबह इन सभी ढांचों को गिरा दिया गया. यह कोई पहली कार्रवाई नहीं है. मुख्यमंत्री धामी की अग...
देहरादून के खाराखेत का नमक सत्याग्रह पुस्तिका पर चर्चा

देहरादून के खाराखेत का नमक सत्याग्रह पुस्तिका पर चर्चा

देहरादून
  देहरादून. आज प्रातः दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की ओर से डॉ. लालता प्रसाद की खाराखेत का नमक सत्याग्रह पुस्तिका का लोकार्पण केंद्र के सभागार में किया गया और उसके बाद एक समूह चर्चा का आयोजन किया गया. आज के इस कार्यक्रम की अध्यक्षता दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के अध्यक्ष प्रो. बी.के. जोशी ने की. इस चर्चा में उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता और लेखक अनिल नौरिया, वरिष्ठ इतिहासकार प्रो. सुनील कुमार सक्सेना, सामाजिक इतिहासकार डॉ. योगेश धस्माना और डॉ. लालता प्रसाद ने भाग लिया. चर्चा का सफल संचालन सामाजिक विचारक बिजू नेगी ने किया. प्रो. बी.के. जोशी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान आंदोलन में उत्तराखंड का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अनेक अधिवेशनों व बैठकों में स्थानीय नेताओं की सक्रिय भागीदारी की वजह से उत्तराखंड के जनमानस ...
बाबा बौखनाग के आशीर्वाद से भाटिया गांव में बनेगा भव्य शिव मंदिर

बाबा बौखनाग के आशीर्वाद से भाटिया गांव में बनेगा भव्य शिव मंदिर

उत्तरकाशी
  शशि मोहन रवांल्टा, ग्राम भाटिया उत्तराखंड के सीमांत जनपद उत्तरकाशी के नौगांव ब्लॉक के भाटिया गांव में स्थित प्राचीन देवाधिदेव बाबा बौखनाग के मूलथान भाटिया गांव में अब एक भव्य शिवमंदिर का निर्माण होने जा रहा है. यह मंदिर न केवल श्रद्धा और भक्ति का केंद्र बनेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए संस्कृति, एकता और समर्पण का प्रतीक भी होगा. प्रसिद्ध आर्किटेक्ट केसी कुड़ियाल ने लिया जिम्मा इस पुनीत कार्य के लिए आज उत्तराखंड के जाने-माने आर्किटेक्ट श्री केसी कुड़ियाल गांव पहुंचे. उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए स्थल का निरीक्षण किया और नि:शुल्क नक्शा तैयार करने के साथ—साथ निर्माण कार्य की पूरी देखरेख करने की भी घोषणा की. उनकी इस उदार पहल से गांववासियों में अपार हर्ष है. भूमि दानियों ने दिखाई अनूठी श्रद्धा मंदिर निर्माण के लिए गांव के कई परिवारों ने स्वेच्छा से भूमि दान की है. प...
‘अपनी धरोहर न्यास’ द्वारा हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय श्रीनगर में आयोजित किया गया ‘धरोहर संवाद’

‘अपनी धरोहर न्यास’ द्वारा हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय श्रीनगर में आयोजित किया गया ‘धरोहर संवाद’

उत्तराखंड हलचल
सी एम पपनैं श्रीनगर (गढ़वाल). उत्तराखंड की सामाजिक और सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन तथा राज्य के प्रत्येक क्षेत्र में सर्वांगीण विकास हेतु चिंतित प्रबुद्ध जनों द्वारा वर्ष 2021 हरेला पर्व पर गठित सामाजिक संस्था 'अपनी धरोहर न्यास' से जुड़े प्रबुद्घ जनों द्वारा 22 और 23 जून को 'हिमालय जन कल्याण समिति' के सानिध्य में हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय श्रीनगर (गढ़वाल) चौरास परिसर में 'धरोहर संवाद' का प्रभावशाली और ज्ञानवर्धक आयोजन का श्रीगणेश मुख्य अतिथि डॉ. धन सिंह रावत कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड सरकार तथा एल पी जोशी महानिदेशक टिहरी डेम की अध्यक्षता तथा विशिष्ट अतिथियों में प्रमुख प्रो. दुर्गेश पंत महानिदेशक यूकांस्ट, डॉ. नीलांबर पांडे सेवानिवृत निर्देशक गृह मंत्रालय भारत सरकार, प्रोफेसर सतीश चंद्र सती विभागाध्यक्ष रसायन विज्ञान एच एन बी विश्व विद्यालय, प्रो. डी...
दून पुस्तकालय में ओडिया भाषा और लघु कथाएं विषय पर प्रस्तुति

दून पुस्तकालय में ओडिया भाषा और लघु कथाएं विषय पर प्रस्तुति

देहरादून
हिमांतर ब्यूरो, देहरादून दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से आज सांय उड़िया भाषा और उसके साहित्य विषय पर एक सत्र केंद्र के सभागार में आयोजित किया. इसका प्रारूप अम्मार नकवी द्वारा दृश्य-श्रव्य माध्यम से किया गया. भारतीय साहित्य की समृद्ध परंपरा को समझने और सराहने की श्रृंखला का यह सातवाँ सत्र था. सत्र की शुरुआत उड़ीसा के भौगोलिक और सांस्कृतिक क्षेत्र के परिचय और सामान्य रूप से धारणा के साथ हुई. बाद में धीरे-धीरे यह मगधी प्राकृत और गीत गोविंदा जैसे मध्ययुगीन ग्रंथों में इसके मूल और इसके विकास में गजपति साम्राज्य जैसी ऐतिहासिक साम्राज्यों की भूमिकाओं की ओर बढ़ गया. इसके बाद भाषा की संरचना पर ध्यान केंद्रित किया गया,जो कि बांग्ला और तेलुगु की तुलना में प्रभावशाली भाषाओं के रूप में है. अम्मार नक़वी ने ओडिया की उत्पत्ति सामान्य कुटिला/सिद्धम लिपि से कैसे हुई और कैसे इसकी शाखाएँ फैलीं, इसकि ...
शिकारू नाग महाराज के प्राकट्य स्थल शिकारू में नव निर्मित मंदिर की हुई भव्य प्राण प्रतिष्ठा

शिकारू नाग महाराज के प्राकट्य स्थल शिकारू में नव निर्मित मंदिर की हुई भव्य प्राण प्रतिष्ठा

उत्तरकाशी
देवदार,मोरु, बांज बुरांस के घने जंगल के बीच स्थित है देवता का प्राकट्य स्थल नीरज उत्तराखंडी, पुरोला पुरोला के जैसाण थोक, कमल सिराईं के शिकारू गांव में तीन दिनों तक चले यज्ञ-हवन व पूजन के बाद शिकारू नाग महाराज के नव निर्मित मंदिर की देव डोली के सानिध्य में भव्य प्राण प्रतिष्ठा की गई. शनिवार को पुरोला विकासखण्ड के ग्राम पंचायत करड़ा के शिकारू गांव में क्षेत्र के आराध्य देवता शिकारू नाग महाराज के प्राकट्य स्थल देवदार,मोरु के घने जंगल के बीच स्थित नव नवनिर्मित मंदिर की भव्य प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न की गई. मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व शिकारू के ग्रामीणों ने तीन दिनों तक यज्ञ-हवन पूजन कर धार्मिक तथा पारम्परिक अनुष्ठान किए छोटे से गांव के ग्रामीणों के इस भव्य आयोजन पर थोक के लोगों ने प्रसंसा की. देवता के पुजारियों,बाजीरो व क्षेत्र के बुजुर्गों के अनुसार शिकारू नाग देवता का प्राकट्य स्थ...