Author: Himantar

हिमालय की धरोहर को समेटने का लघु प्रयास
जन्मतिथि से जानें अपना राशिफल

जन्मतिथि से जानें अपना राशिफल

साप्ताहिक राशिफल
साप्ताहिक राशिफल 9 से 15 मई, 2021 अंक शास्त्र का हमारे जीवन पर व्यापक प्रभाव पड़ता है, क्योंकि सभी अंकों का हमारे जन्म की तारीख से सीधा संबंध होता है. जैसा कि हमने इस लेख में बताया है, कि हर because व्यक्ति की जन्म तिथि के हिसाब से उसका एक मूलांक निर्धारित होता है और ये सभी अंक अलग-अलग ग्रहों द्वारा शासित होते हैं.अंक शास्त्र मूलांक 1 पर सूर्य देव का अधिकार है. चंद्रमा का स्वामी मूलांक 2 है. अंक 3 देव गुरु बृहस्पति का स्वामी है, राहु अंक 4 का राजा है. 5 अंक बुध ग्रह के अधीन है. 6 अंक के because राजा शुक्र देव हैं और 7 का अंक केतु ग्रह का है. शनिदेव को अंक 8 स्वामी माना गया है. अंक 9 मंगल देव का अंक है और इन्हीं ग्रहों के परिवर्तन से जातक के जीवन में अनेक तरह के परिवर्तन होते हैं .अंक शास्त्र मूलांक-1 (यदि आपका जन्म किसी भी महीने की 1, 10, 19, 28 तारीख को हुआ है) जिन जातकों का...
काशी विश्वनाथ के समान उत्तराखंड का तीर्थधाम विभाण्डेश्वर महादेव

काशी विश्वनाथ के समान उत्तराखंड का तीर्थधाम विभाण्डेश्वर महादेव

धर्मस्थल
डॉ. मोहन चंद तिवारी‘श्रीग्वल्लदेवचरितम्' महाकाव्य में विभाण्डेश्वर महादेव का तीर्थ माहात्म्य’ बहुत दुःख के साथ कहना पड़ता है कि आधुनिक संस्कृत साहित्य के लब्धप्रतिष्ठ विद्वान साहित्यकार और साहित्य अकादमी से सम्मानित रचनाकार डा. हरिनारायण दीक्षित because जी हमारे बीच नहीं रहे, पिछले वर्ष एक लंबी बीमारी के कारण उनका देहांत हो गया. किन्तु कवियश की कीर्तिस्वरूप वे आज भी जीवित हैं और हमारे देश के सांस्कृतिक मूल्यों से संवाद कर रहे हैं. निधन से कुछ महीने पहले जब मेरी उनसे फोन पर बात हुई तो मेरे द्वारा फेसबुक पर लिखी गई न्यायदेवता ग्वेलज्यू की धारावाहिक लेख माला से वे अतिप्रसन्न थे. न्यायदेवता गौरतलब है कि कुमाऊं विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफ़ेसर और विभागाध्यक्ष तथा अनेक संस्कृत काव्यों, महाकाव्यों के लेखक रह चुके डा.दीक्षित ने उत्तराखंड की देवभूमि को अपने ग्वेल देवता के कृतित्व के माध्यम स...
बुखार से पीड़ित हैं निजमुला घाटी में ग्रामीण, लॉकडाउन की वजह से नहीं मिल पा रहा उपचार

बुखार से पीड़ित हैं निजमुला घाटी में ग्रामीण, लॉकडाउन की वजह से नहीं मिल पा रहा उपचार

चमोली
शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं so और संचार सुविधाओं से ​महरूम निजमुला घाटी, लॉकडाउन की वजह से अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे मरीज और उनके तीमारदारहिमांतर ब्यूरो, चमोलीजनपद चमोली के जिला मुख्यालय गोपेश्वर से बमुश्किल 26 किमी दूर स्थित बिरही वैली के कुछ गांवों में ग्रामीण बुखार से पीड़ित हैं. इस घाटी में पाणा, किराणी, झिंझी, दूरमी, पगना, सैंजी, गौंणा बगड़, निजमूला, ब्यारा because और गाड़ी गांंव हैं. विश्वस्त सूत्रों से जानकारी मिली है कि जिनमूला घाटी के कुछ गांवों में पिछले एक हफ्ते से बुखार का प्रकोप बढ़ गया है, लेकिन दूसरी ओर, यातायात बंद होने और बिरही घाटी में मूलभूत सुविधायुक्त कोई अस्पताल भी नहीं होने से स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह चरमाई हुई है. स्वरोजगारगौरतलब है कि इस क्षेत्र के 6—7 ग्रामसभाओं के ग्रामीण देश की आजादी की बाद से ही स्वास्थ्य एवं दूरसंचार की सुविधाओं से वंचित हैं. ...
स्‍थानीय विधायकों के साथ राज्य मंत्री यतीश्वरानंद ने कोविड-19 से निपटने के लिए स्वास्थ्य व्यस्थाओं का लिया जायजा   

स्‍थानीय विधायकों के साथ राज्य मंत्री यतीश्वरानंद ने कोविड-19 से निपटने के लिए स्वास्थ्य व्यस्थाओं का लिया जायजा   

उत्तरकाशी
नीरज उत्तराखंडी, पुरोलाकोविड-19 व्यवस्थाओं के जनपद प्रभारी एवं गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, भाषा तथा पुनर्गठन राज्य मंत्री यतीश्वरानंद ने आज दूसरे दिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ब्रह्मखाल, बड़कोट, नौगाँव व पुरोला में  कोविड-19 से निपटने के लिए की गई व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया.  निरीक्षण के दौरान because पूर्व जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मण भंडारी ने विधायक  केदार सिंह रावत के माध्यम से अतरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य  केंद्र ब्रह्मखाल के उच्चीकरण को लेकर  पत्र सौंपा. जिस पर मंत्री द्वारा सीएमओ को तत्काल प्रस्ताव शासन में भेजने के निर्देश दिए.कोविड उन्होंने सीएमओ को निर्देशित because करते हुए कहा कि जनपद उत्तरकाशी के जिला अस्पताल के अतिरिक्त सभी सीएचसी में 50-50 ऑक्सीजन बैड व पीएचसी में 10-10 ऑक्सीजन बैड तैयार कर लिए जाय.  ताकि सुदूरवर्ती गांव स्तर के लोगों को जिला अस्पताल न...
टैगोर का शिक्षादर्शन-‘असत्य से संघर्ष और सत्य से सहयोग’

टैगोर का शिक्षादर्शन-‘असत्य से संघर्ष और सत्य से सहयोग’

साहित्‍य-संस्कृति
रवीन्द्रनाथ टैगोर के जन्मदिन पर विशेषडॉ. अरुण कुकसाल‘किसी समय कहीं एक चिड़िया रहती थी. वह अज्ञानी थी. वह गाती बहुत अच्छा थी, लेकिन शास्त्रों का पाठ नहीं कर पाती थी. वह फुदकती बहुत सुन्दर थी, लेकिन उसे तमीज नहीं थी. राजा ने सोचा ‘इसके because भविष्य के लिए अज्ञानी रहना अच्छा नहीं है’....उसने हुक्म दिया चिड़िया को गंभीर शिक्षा दी जाए. कोविड पंडित बुलाए गए और वे इस निर्णय पर पंहुचे कि चिड़िया की शिक्षा के लिए सबसे जरूरी हैः एक पिंजरा. और फिर पिंजरे में रखकर चिड़िया ज्ञान पाने लगी. लोगों ने कहा so ‘चिड़िया के तो भाग्य जगे !’.......... ‘महाराज, because चिड़िया की शिक्षा पूरी हो गई’. राजा ने पूछा, but ‘वह फुदकती है ? भतीजे-भानजों because ने कहा, ‘नहीं !’ ‘उड़ती so है ?’ ‘एकदम नहीं !’ ‘चिड़िया लाओ,’ butराजा ने आदेश दिया. कोविड चिड़िया लाई गई. उसकी सुरक्षा में because कोतवाल, सिपाही और...
रोटी और कोविड आपदा से जूझता आम इंसान

रोटी और कोविड आपदा से जूझता आम इंसान

समसामयिक
भावना मासीवालआपदा में संपदा बनाना किसी से सीखना हो या विपदा को कैसे अपने हित के अनुरूप काम में लेना हो, इसमें मनुष्य सर्वोपरि प्राणी है. बहुत दूर जाने की जरूरत नहीं है, but आज हम सभी कोविड-19 के जिस भयावह दौर से गुजर रहे हैं जहाँ हर दूसरा व्यक्ति अपने प्राणों की रक्षा के लिए अन्य पर निर्भर है. ऐसे में कहीं ऑक्सीजन सिलेंडर स्टोर हो रहे हैं तो कहीं आई.सी.यू बेड तो कहीं संबंधित दवाएँ. कहीं ऑक्सीजन के ट्रक चोरी हो रहे हैं तो कहीं कोविड की दवाएं, मौजूदा हालात में स्वास्थ्य संबंधित एवं सामान्य जरूरत की चीजों के दाम एका-एक आसमान छूने लगे हैं.कोविडसरकारी तंत्र के पास सुविधाएँ नहीं है और प्राइवेट सेक्टर उसे बाज़ार और पूँजी का हिस्सा बना मुनाफ़ा कमा रहा है. इससे पूर्व भी पिछले वर्ष इसी विपदा से निपटने so और स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के कितने ही आश्वासन और वादे किये गए थे. जिसे उसी...
जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया एवं पुलिस अधीक्षक ने आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया

जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया एवं पुलिस अधीक्षक ने आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया

चमोली
हिमांंतर ब्यूरो, चमोलीजिलाधिकारी चमोली स्वाति एस. भदौरिया एवं पुलिस अधीक्षक चमोली यशवंत सिंह चौहान ने आज घाट में आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया गया एवं बादल फटने के पश्चयात क्षेत्र में हुए नुकसान का जायजा लिया. कल 04/05/2021 की सांय को घाट क्षेत्र में बादल फटने पश्चयात काफी घरों एवं दुकानों में मलबा घुस गया था, इस दौरान चौकी घाट में नियुक्त 02 पुलिसकर्मियों के निवास स्थान में भी मलबा घुस गया था.पुलिस अधीक्षक द्वारा दोनों पुलिस कर्मियों के निवास स्थानों का निरीक्षण किया गया एवं दोनों पुलिसकर्मियों को आर्थिक सहायता देने हेतु आश्वस्त किया गया. आपदा मे किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्य जारी है, पुलिस, SDRF एवं फायर सर्विस कर्मियों द्वारा घरों मे घुसे मलवे को साफ किया जा रहा है....
चौखुटिया ब्लॉक के कई गांव में मूसलाधार बारिश के बाद आया भारी मलबा

चौखुटिया ब्लॉक के कई गांव में मूसलाधार बारिश के बाद आया भारी मलबा

अल्‍मोड़ा
पवन तिवारी, चौखुटियाअल्मोड़ा जिले के चौखुटिया विकासखंड के कई गांवों में मूसलाधार बारिश की वजह से भारी मलबा आ गया है. यहां तमाम बरसाती गधेरे उफान पर आ गए हैं और मलबा खेतों से होते हुए घरों की तरफ बढ़ रहा है. भारी मलबे की वजह से खेत तबाह हो गए हैं और जन-जीवन अस्तव्यस्त हो गया है. ओलों और बारिश की वजह से फसल को काफी क्षति पहुंची है. कई जगहों पर घरों में भी पानी घुसने और मलबा आने की सूचना मिल रही है. द्वाराहाट बदरीनाथ हाईवे जलमग्न है और जगह-जगह भूस्खलन हुआ है. बता दें कि पूरे क्षेत्र में बुधवार को भारी बारिश हुई है जिसकी वजह से जलभराव हो गया है.सभी वीडियो: पवन तिवारी, चौखुटिया...
पंडित नेहरू में क्यों जागी थी ‘कण्वाश्रम’ को जानने की रुचि

पंडित नेहरू में क्यों जागी थी ‘कण्वाश्रम’ को जानने की रुचि

पर्यटन
कण्वाश्रम एक ऐतिहासिक स्थल है, जिसका प्राचीन और समृद्ध इतिहास रहा है. महर्षि कण्व के काल में कण्वाश्रम शिक्षा का प्रमुख केंद्र हुआ करता था. because उस समय वहां दस हजार छात्र शिक्षा लेते थे. वैदिक काल में कण्वाश्रम शिक्षा और संस्कृति कर बड़ा गढ़ था.स्वरोजगारविजय भट्टभारत की आजादी के बाद वर्ष 1955 में रूस दौरे पर गए भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने जब रूस में महर्षि कण्व ऋषि की तपस्थली because और चक्रवर्ती सम्राट भरत की जन्मस्थली कण्वाश्रम के बारे में सुना तो उनको इस ऐतिहासिक स्थल को जानने की जिज्ञासा हुई. स्वरोजगार हुआ यूं कि प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू1955 में रूस यात्रा पर गए थे. उस दौरान उनके स्वागत में रूसी कलाकारों ने महाकवि कालिदास रचित 'अभिज्ञान शाकुंतलम' की नृत्य नाटिका प्रस्तुत की. जिससे उन्हें भी इस ऐतिहासिक स्थल के जानने की जिज्ञासा हुई. वापस भ...
चमोली के घाट बैंड बाजार में बादल फटने से आया हजारों टन मलबा

चमोली के घाट बैंड बाजार में बादल फटने से आया हजारों टन मलबा

चमोली
हिमांतर ब्यूरो, चमोलीजनपद चमोली के घाट विकास खंड के मुख्य कस्बे घाट बाजार के बैंड बाजार तिराहे में अचानक बादल फटने से हजारों टन मलबा और बारिश का पानी आ गया. स्थानी ग्रामीण बताते हैं कि बादल फटने की यह घटना बैंड बाजार के उपर बिनसर की पहाड़ियों में घटित हुई. फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन दसौली की पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती उषा रावत ने बताया कि बड़े पैमाने पर मकानों और दुकानों को नुकसान पहुंचा है.अचानक आए इस मलबे ने कई वाहनों के दबे होने भी खबर है. इस बाढ़ से जहां एक ओर पोस्ट ऑफिस घाट बैंड के ज्वैलरी की दुकान तथा कुछ अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचा है. वहीं दूसरी ओर, बाढ़ ने पोस्ट ऑफिस को भी चपेट में ले लिया है. मौसम विभाग के अनुसार अगले ​तीन दिन देहरादून, हरिद्वार, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी में कहीं—कहीं भारी बारिश और ओलावृष्टि की आशंका है. साढ़े पां...