Author: Himantar

हिमालय की धरोहर को समेटने का लघु प्रयास
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित हालात का जायजा लेने पहुंचे कुमराड़ा गांव

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित हालात का जायजा लेने पहुंचे कुमराड़ा गांव

उत्तरकाशी
नीरज उत्तराखंडी, उत्तरकाशीविकास खंड चिन्यालीसौड़ के कुमराड़ा गांव में बीते दिन अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है. मंगलवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित कुमराड़ा गांव पहुंचे व हालात का जायजा लिया. जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा भी मौजूद रहे. अतिवृष्टि से लोगों के घरों के अंदर पानी व मलबा चला गया था. because जिससे करीब 300 से अधिक परिवार प्रभावित हुए है. तथा 110 हेक्टेयर कृषि भूमि व गांव के पेयजल लाइन, विद्युत, व रास्ते क्षतिग्रस्त हुए है. पशु हानि में दो भैस व दो बकरी की मृत्यु हुई है तथा दीपा देवी आदि का आवसीय भवन क्षतिग्रस्त हुआ है. जिलाधिकारी ने अधिकांश घरों का निरीक्षण किया तथा ग्रामीणों को हर सम्भव मदद का भरोसा दिया.आवसीय भवनजिलाधिकारी ने पानी व बिजली की आपूर्ति शीघ्र बहाल करने के निर्देश दिए. तात्कालिक व्यस्था के लिए टैंकरों से  पानी की व्यवस्था करने के निर्देश जल ...
कोरोना और हमारा दायित्व 

कोरोना और हमारा दायित्व 

साहित्‍य-संस्कृति
प्रो. गिरीश्वर मिश्रआजकल नए-नए अकल्पनीय दृश्यों  के साथ हर दिन का पटाक्षेप हो रहा है.  कोरोना पीड़ितों की बेशुमार होती संख्या के साथ मृत्यु का अनियंत्रित तांडव खौफनाक होता जा रहा है. इसका व्यापक अस्तित्व किसी के बस में नहीं है पर इसके समाधान के लिए जो करणीय है उसको देख सुन कर यही लगता है कि हम वह सब ठीक ढंग से नहीं कर पा रहे हैं जो इस दौरान जरूरी था.  इस बीच हमने बहुतों को खो दिया. यह सब तब हुआ जब स्पेन, इटली, ब्राजील because और अमेरिका जैसे देशों के खौफनाक मंजर सारी दुनिया के सामने थे, चिकित्सा विज्ञान के शोध अनुसंधान के परिणाम भी थे और भारत की तैयारी की जानकारी क्या है यह भी मालूम थी. यह जरूर है कि स्थिति की भयानकता का शायद अच्छी तरह पूर्वानुमान नहीं लगाया गया था.आज बढ़ते तनाव और दबाव के माहौल  में जब आर्थिक संसाधन भी सिमटते जा रहे हैं, बेरोजगारी और मंहगाई बढ़ती जा रही है आम आदमी ...
मलबे की चपेट में आया  मैक्स वाहन, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में फटे बादल

मलबे की चपेट में आया  मैक्स वाहन, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में फटे बादल

रुद्रप्रयाग
हिमांतर ब्यूरो, रुद्रप्रयाग/उत्तरकाशीउत्तराखंड के रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलों में बादल फटने की घटनाएं हुई हैं. रुद्रप्रया के नरकोटा और सम्राट होटल के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऊपर पहाड़ी पर बादल फटने से अत्यधिक because मलबा आने की खबर है. बताया जा रहा है कि इस मलबे की चपेट में एक मैक्स वाहन UK07R7318 आ गया था, जिसमें कि वाहन चालक सहित कुल 4 लोग सवार थे, जिनको कि स्थानीय लोगों की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया तथा वाहन मलबे के साथ बहकर नदी किनारे चला गया है. स्वरोजगारमौके पर पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी, because उपजिलाधिकारी रुद्रप्रयाग, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रुद्रप्रयाग, कोतवाली रुद्रप्रयाग पुलिस, एसडीआरएफ, फायर सर्विस, डीडीआरएफ की टीमें मौजूद हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने और यातायात सुचारू किए जाने का प्रयास किया जा रहा है, जेसीबी कार्य कर रही है. स्वरोजगार आज शाम राष्ट्र...
संघर्ष, साहस, संयम और साहित्य के साधक

संघर्ष, साहस, संयम और साहित्य के साधक

पुस्तक-समीक्षा
डॉ. अरुण कुकसाल‘सामाजिक जीवन में आम नागरिकों के साथ, मनसा-वाचा-कर्मणा अन्याय/अव्यवस्था के विरोध में मैं हमेशा खड़ा रहता हूं. (‘मेरा जीवन प्रवाह‘ आत्मकथा, चमन लाल प्रद्योत, पृष्ठ-233)जीवन पृष्ठभूमि बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी वरिष्ठ आई.पी.एस. अधिकारी एवं साहित्यकार श्री चमन लाल प्रद्योत का जन्म 3 मई 1936 को ग्राम- भीमली तल्ली (पालसैंण तोक), पट्टी- पैडुलस्यूं, जनपद- पौडी गढवाल में हुआ. प्रद्योत के पिता बूथा लाल और माता दीपा देवी का एक सामान्य किसान परिवार था. जब प्रद्योत लगभग तीन साल के थे because तो उनके माता-पिता सपरिवार पालसैंण तोक छोड़ कर गोदीगदना तोक में नया मकान बना कर रहने लग गये.  अन्य ग्रामीणों की तरह ही खेती, पशुपालन के साथ राजमिस्त्री के कार्य से परिवार का भरण-पोषण होता था. स्वरोजगार शिक्षा विकट आर्थिक अभावों के रहते हुए प्रद्योत अपनी 9 साल की उम्र तक स्कूल नहीं जा पाये...
खतरे में है मिठास

खतरे में है मिठास

ट्रैवलॉग
मधुमक्खी में 170 प्रकार की रासायनिक गंध को पहचानने की क्षमता होती है. इसकी खासियत यह है कि यह 6 से 15 मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ती हैं. जिस तरह से वन घट रहे because हैं उसका प्रभाव मधुमक्खियों पर भी पड़ा है. उनकी संख्या में निरंतर गिरावट आ रही है.मंजू कालामधुमक्खियां न केवल पौष्टिक शहद देती हैं, बल्कि हिमालय की जैव विविधता और पर्यावरण संतुलन में भी इनकी अहम भूमिका रहती है. लेकिन अब कीटनाशकों के because अंधाधुंध इस्तेमाल और जंगलों की आग ने मधुमक्खियों के जीवन के लिए संकट खड़ा कर डाला है. इसका शहद उत्पादन पर भी बुरा असर पड़ रहा है. हालात यह है कि एक समय पहाड़ में जहां 10 कुंतल शहद का उत्पादन होता था, वहां आज बड़ी मुश्किल से एक कुंतल शहद ही मिल पा रहा है. पलायन का भी शहद उत्पादन पर बड़ा असर पड़ा है!स्वरोजगार कभी कीटनाशक रसायन, कभी आसमानी ओले तो कभी भोजन की कमी के चलते मधुमक्खि...
कोदा—झंगोरा खांएगे, इम्यूनिटी बढ़ाएंगे!

कोदा—झंगोरा खांएगे, इम्यूनिटी बढ़ाएंगे!

पौड़ी गढ़वाल
कोविड सेंटर में मिल रहा है पहाड़ी खानाहिमांतर ब्यूरो, पौड़ीपौड़ी में कोविड केयर सेंटर में पहाड़ी खाना परोसा जा रहा है. कोरोना पॉजिटिव मरीजों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ सके इसके लिए उनको पहाड़ी खाना परोसा जा रहा है. because कोविड केयर सेंटर में पौड़ी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मरीजों को पहाड़ी खाना दिया जा रहा है. ऐसा जिलाधिकारी पौड़ी के निर्देशों के तहत किया जा रहा है. इस बात की जानकारी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी संजय नेगी ने दी है. उनका कहना है कि कोरोना संक्रमित मरीजों को रोजाना विभिन्न प्रकार का पहाड़ी भोजन बनाकर दिया जा रहा है. यहां के कोविड सेंटर में 8 मरीज भर्ती हैं, जिनको 250 रुपये में तीनों वक्त का भोजन मुहैया करवाया जा रहा है.कोविड मरीजों को नाश्ते में दी जा रही है मंडवे की रोटी कोरोना संक्रमित मरीजों को because नाश्ते में मंडवे की रोटी, दलिया नमकीन और मीठा दलिया दिया जा र...
सल्ट उपचुनाव: महेश जीना जीते, कांग्रेस ने लगाया मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप

सल्ट उपचुनाव: महेश जीना जीते, कांग्रेस ने लगाया मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप

अल्‍मोड़ा
हिमांतर ब्यूरो, अल्मोड़ासल्ट उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी महेश जीना जीत गए हैं. उन्होंने कांग्रेस की गंगा पंचोली को 4697 वोटों से हराया है. महेश जीना की जीत पर भाजपा में जश्न का माहौल है. वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ से रावत से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री त्रीवेंद्र सिंह रावत तक ने उनको जीत की बधाई दी है. यह सीट भाजपा नेता सुरेंद्र जीना की मौत के बाद खाली हुई थी. जीना को 21874 वोट मिले, जबकि कांग्रेस की गंगा पंचौली के खाते में 17177 वोट आए. वहीं, कांग्रेस ने इस जीत के लिए भाजपा पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. कांग्रेस नेता नवीन जोशी का कहना है कि इस चुनाव में सरकारी मशीनरी का उपयोग भाजपा को जीताने के लिए किया गया था. भाजपा नेता महेश जीना को इस सीट पर सहानुभूति वोट भी मिले हैं. भाजपा ने सुरेंद्र जीना की मृत्यु के बाद उनके भाई महेश जीना को इस सीट पर टिकट दिया था. सु...
जानिए- मई का पहला सप्ताह कैसा रहेगा आपके लिए

जानिए- मई का पहला सप्ताह कैसा रहेगा आपके लिए

साप्ताहिक राशिफल
साप्ताहिक राशिफल - 3 से 8 मई मेष: मृगशिरा नक्षत्र में आरंभ यह सप्ताह व्यावसायिक गतिविधि के लिए अनुकूल है. लाभ के प्रयासों में सफलता मिल सकती है. because प्रशासनिक अधिकारियों से सहायता मिल सकती है. व्यापारियों के लिए आर्थिक प्रगति वाला समय है. निवेश लाभकारी है. नौकरीपेशा में पदोन्नति के साथ परिवर्तन. महिला व छात्रवर्ग को सफलता.स्वरोजगार वृष: कार्य का विस्तार करते हुए मित्रों को लाभ पहुंचाएंगे. समयानुसार सफलता मिलने से प्रसन्नता रहेगी. व्यावसायिक गतिविधि because लाभकारी रहेगी. व्यापारियों के लिए तयशुदा क्षेत्र का सहयोग लाभकारी. नौकरीपेशा में महिला मित्र के माध्यम से विभागीय पद की प्राप्ति. महिला तथा छात्रवर्ग को डिजिटल क्षेत्र में अवसर.स्वरोजगार मिथुन: राशि पर चंद्रमा वैचारिक दृढ़ता प्रदान करेगा. कार्य क्षेत्र का प्रतिसाद मिलने से उत्साह में वृद्धि होगी. अन्य दृष्टिकोण से भी becau...
आदि शंकराचार्य की नेपाल और बदरीनाथ यात्रा

आदि शंकराचार्य की नेपाल और बदरीनाथ यात्रा

पर्यटन
ललित फुलाराअद्वैत-वेदांत के प्रतिष्ठाता और संन्यासी संप्रदाय के गुरु आदि शंकराचार्य की जयंती पर उनकी नेपाल यात्रा और पशुपतिनाथ महादेव में पुन: पूजा अर्चना की व्यवस्था के बारे में जानना बेहद जरूरी है. but यह वह वक्त था जब नेपाल में पशुपतिनाथ महादेव की पूजा-अर्चना समाप्त हो गई थी. बौद्धों के असाधारण प्रभाव की वजह से हिंदू देवी-देवताओं का तिरस्कार किया जा रहा था. मंदिर की पवित्रता भ्रष्ट की जा रही थी.बौद्धों नेपाल के राजा वेद विरोधियों के सामने शक्तिहीन और निष्क्रिय हो चुके थे. यह समाचार जब आदि शंकराचार्य के शिष्यों को मिला तो चिंतित होते हुए उन्होंने भगवान शंकर के साक्षात अवतार but आचार्य शंकर से नेपाल चलने की प्रार्थना की और आर्चाय श्री नेपाल की तरफ चल पड़े. हिमालय की तराई की प्राकृतिक सौंदर्य और हिंसक जानवरों वाले भयंकर उतार-चढ़ाई वाले मार्ग एवं घनघोर जंगलों को पार करते हुए शंकराच...
जिला प्रशासन की आम लागों से अपील शारीरिक दूरी एवं मास्क है जरूरी

जिला प्रशासन की आम लागों से अपील शारीरिक दूरी एवं मास्क है जरूरी

चमोली
हिमांतर ब्यूरो, चमोलीचमोली में  शुक्रवार को कोरोना के 264 नए मामले सामने आए. शुक्रवार को कर्णप्रयाग से 48, जोशीमठ से 40, गैरसैंण से 36, गोपेश्वर से 31, थराली से 28, नारायणबगड से 24, घाट से 12, देवाल से 11, गौचर से 10, पोखरी से 8, चमोली से 7 तथा अन्य स्थानों से 9 लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव मिली. स्वास्थ्य विभाग ने सभी संक्रमितों का इलाज शुरू कर दिया है. जिले में अब तक 5185 लोग कोरोना से संक्रमित हुए है. जिसमें से 1376 केस एक्टिव हैं. कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन सभी जरूरी कदम उठा रहा है. जनपद वासियों को संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी रखने एवं मास्क पहनने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है. जिला अस्पताल सहित गौचर, कर्णप्रयाग एवं जोशीमठ में भी ट्रू-नॉट मशीन से भी कोविड टेस्ट किया जा रहा है. जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी संदिग...