Tag: पिथौरागढ़

पिथौरागढ़ हवाई अडडे को वायु सेना द्वारा विकसित किया जायेगा

पिथौरागढ़ हवाई अडडे को वायु सेना द्वारा विकसित किया जायेगा

देश—विदेश
केंद्रीय रक्षा मंत्री की अध्यक्षता में ‘देश की उत्तरी सीमाओं अवस्थापना विकास के संबंध में बैठक, सीएम धामी ने किया प्रतिभाग Himantar Web Desk, New Delhi    केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में “देश की उत्तरी सीमाओं अवस्थापना विकास” के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ हवाई अडडे को वायु सेना द्वारा विकसित किया जायेगा.  पिथौरागढ़ हवाई अड्डे का संचालन के फलस्वरूप देश के विभिन्न राज्यों से पर्यटक आसानी से पिथौरागढ़ पहुच सकते है जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधान सृजित होने के साथ ही एयर कनेक्टिविटी आसान होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के सीमांत जनपदों में अवस्थापना विकास यथा रोड़, रेल,दूरसंचार, वायुसेवा के कार्य तेजी किये जा रहे है.  लंबित कार्यो को शीर्ष प...
भ्रष्टाचार भी विशेषाधिकार है: सुनो मेरे राज्य के नौजवानो

भ्रष्टाचार भी विशेषाधिकार है: सुनो मेरे राज्य के नौजवानो

देहरादून
प्रकाश उप्रेती पर्वतीय राज्य का सपना देखने वाले लोग भी किस मिट्टी के बने होंगे न! इस राज्य के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले लोगों का सपना क्या होगा, कैसी दृढ़ता उनके विचारों में होगी? क्या ये प्रश्न आपके दिमाग में नहीं आते because हैं. तब भी नहीं आते जबकि यह राज्य संसाधनों की लूट से लेकर सपनों की लूट में गर्दन तक डूब चुका है. आपको नहीं लगता है कि इस राज्य के लिए शहीद हुए लोगों के सपनों को हमने 22 वर्षों में ही मिट्टी में मिला दिया है. ऐसा राज्य देखने के लिए  हमारे लोगों ने गोली खाई होगी ? इसके लिए लड़े होंगे! कल 1 सितंबर को खटीमा गोलीकांड और आज 2 सितंबर को मसूरी गोलीकांड में शहीद हुए लोगों को हम याद कर रहे हैं. परन्तु आज हम अपने शहीदों की शहादत को भूलते जा रहे हैं. उस सपने को हम भूल रहे हैं जो उन्होंने उत्तराखंड राज्य के लिए देखा था. ज्योतिष राज्य का दुर्भाग्य यह है कि यहाँ bec...
पिथौरागढ़ के मूनाकोट में केन्द्रीय रक्षामंत्री एवं मुख्यमंत्री ने किया शहीद सम्मान यात्रा का शुभारम्भ

पिथौरागढ़ के मूनाकोट में केन्द्रीय रक्षामंत्री एवं मुख्यमंत्री ने किया शहीद सम्मान यात्रा का शुभारम्भ

पिथौरागढ़
हिमांतर ब्यूरो, पिथौरागढ़ उत्तराखंड में पांचवा धाम सैन्यधाम बन रहा है. because सैन्यधाम में शहीद सैनिकों की आंगन की मिट्टी आयेगी और भविष्य में भी जो वीर सपूत देश के लिए शहीद होगें, उनके आंगन की मिट्टी भी सैन्यधाम में लाई जायेगी. ज्योतिष आज केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ के मूनाकोट में शहीद सम्मान यात्रा का शुभारम्भ किया एवं इस अवसर पर शहीद सैनिकों के परिजनों को किया गया because सम्मानित भी किया. इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, बिशन सिंह चुफाल, सांसद अजय टम्टा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एव विधायक मदन कौशिक, विधायक चन्द्रा पंत उपस्थित थे. ज्योतिष उत्तराखंड, देवभूमि, तपोभूमि और वीरभूमि- केन्द्रीय रक्षा मंत्री इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि हमा...
डीडीहाट महोत्सव: सिराकोट मंदिर तक बनेगा रोपवे!

डीडीहाट महोत्सव: सिराकोट मंदिर तक बनेगा रोपवे!

पिथौरागढ़
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने क्षेत्र के विकास के लिए विभिन्न योजनाओं घोषणा की हिमांतर ब्यूरो, पिथौरागढ़ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ के डीडीहाट में आयोजित पांच दिवसीय डीडीहाट महोत्सव के समापन अवसर पर कुमाऊंनी भाषा में संबोधित करते हुए क्षेत्र के विकास हेतु विभिन्न घोषणाएं कि जिसमें, डीडीहाट नगर से सिराकोट मंदिर तक रोपवे का निर्माण करने, जीजीआइसी डीडीहाट का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय देव सिंह because डसीला के नाम किए जाने, डीडीहाट खेल मैदान के विस्तारीकरण करने की कार्यवाही हेतु जिलाधिकारी को प्रस्ताव तैयार करते हुए शासन को प्रेषित करने की घोषणा, घसाड़ विद्यालय का उच्चीकरण किए जाने, डीडीहाट नगर के आंतरिक मार्गों के निर्माण व सौंदर्यीकरण किए जाने की स्वीकृति की घोषणा, डीडीहाट महोत्सव को प्रत्येक वर्ष राजकीय मेले के रूप में मनाए जाने की घोषणा की गई. मुख्यमंत्...
युवा साहित्यकार ललित शौर्य को मिला हिंदी सेवा रत्न सम्मान

युवा साहित्यकार ललित शौर्य को मिला हिंदी सेवा रत्न सम्मान

साहित्यिक-हलचल
हिमांतर ब्यूरो, पिथौरागढ़ उत्तराखंड के युवा साहित्यकार ललित शौर्य को देहरादून में हिंदी सेवा रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया है. स्वदेशी जागरण मंच द्वारा आयोजित मेले में कार्यक्रम की because मुख्य अतिथि भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ति रावत, स्वदेशी जागरण मंच के प्रान्त संयोजक सुरेंद्र, स्वदेशी जागरण मंच के प्रान्त संघर्ष वाहिनी प्रमुख प्रवीण पुरोहित, स्वदेशी जागरण मंच के महानगर प्रचार प्रमुख आधार वर्मा व समाजसेवी रजनीश कौंसवाल ने संयुक्त रूप से शौर्य को यह सम्मान प्रदान किया. ज्योतिष दीप्ति रावत ने कहा कि ललित शौर्य प्रसंशनीय कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कम उम्र में बाल साहित्य को अप्रतिम योगदान प्रदान किया है. उनकी साहित्य साधना प्रभावित करती है. because स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत संयोजक सुरेंद्र ने कहा कि ललित शौर्य का बाल साहित्य नई पीढ़ी को गढ़ने का कार्य कर रहा है...
लाचार कौन? न डीएम काम आया और न सांसद ने फोन उठाया….बहादुर राम एंबुलेंस के अभाव में मर गया

लाचार कौन? न डीएम काम आया और न सांसद ने फोन उठाया….बहादुर राम एंबुलेंस के अभाव में मर गया

पिथौरागढ़
हिमांतर ब्‍यूरो, पिथौरागढ़ बहादुर राम अब इस दुनिया में नहीं हैं. उनके भतीजे किशोर ने चाचा को बचाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया, लेकिन चाचा ने इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया. न डीएम काम आया so और न ही सांसद ने फोन उठाया, जिन अधिकारियों ने फोन उठाया बस अपनी लाचारी सुना डाली. ऐसा हाल है उत्तराखंड के पिथौरागढ़ (Pithoragarh) जिला अस्पताल का, जहां ब्रेन हेमरे बज मरीज को ले जाने के so लिए सरकारी एंबुलेंस तक नहीं मिली. ऐसे में बहादुर राम तो मर गया, लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं की इस लाचारी पर कई सवाल खड़े कर गया. जिस जिला अस्पताल में एंबुलेंस न हो, इलाज के लिए डॉक्टर न हो, जिस जिले का जिलाधिकारी मुसीबत के वक्त फोन न उठाये... वह जिला फिर राम भरोसे ही है..सांसद और प्रशासन के नहीं... पिथौरागढ़ बहादुर राम को पिथौरागढ़ से हल्द्वानी ले जाने के लिए एंबुलेंस (Ambulance) नहीं मिली. उनके भतीजे किशोर ...
गोपाल की ईमानदारी व परिश्रम का हर कोई कायल है…

गोपाल की ईमानदारी व परिश्रम का हर कोई कायल है…

संस्मरण
गोपाल आ गया है… प्रकाश चन्द्र पुनेठा मैं अपने एक मंजिले भवन को परिवार के सदस्यों की भविष्य में संख्या बढ़ने के बारे में सोचता हुआ दुमंजिला बनवा रहा था. इस कार्य के लिए मजदूरों की आवश्यकता थी. पिथौरागढ़ में स्थानीय मजदूर न के बराबर मिलते है. अतः यहां मजदूर पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार व पड़ोसी देश नेपाल उपलब्ध हो पाते हैं. बिहार के अधिकतर कुशल मजदूर हैं. राजमिस्त्री, कारपेन्टर, पेन्टर व लोहा काटने वाले कुशल मजदूर अधिकतर बिहार राज्य के मिलते है. वर्तमान में जहां भी भवन निर्माण कार्य हो रहा हैं वहां बिहार के मजदूरों का अधिपत्य हैं. अकुशल मजदूर पूर्वी उत्तर प्रदेश या नेपाल के मिलते है. शारीरिक श्रम में एक नेपाली मजदूर अन्य क्षेत्रों के मजदूरों की अपेक्षा अधिक सक्षम होते हैं. नेपाल जब मेरा मेरा मकान पूर्ण रुप से निर्मित हो गया. सब मजदूर अपनी मजदूरी लेकर संतुष्ट होकर चले गए. किन्तु गोपा...
‘लोक में पर्व और परम्परा’

‘लोक में पर्व और परम्परा’

पुस्तक-समीक्षा
‘जी रया जागि रया, यो दिन यो मास भेंटने रया, दुब जस पनपी जाया’ अरुण कुकसाल हिमालयी क्षेत्र एवं समाज के जानकार लेखक चन्द्रशेखर तिवारी की नवीन पुस्तक ‘लोक में पर्व और परम्परा’ कुमाऊं अंचल के सन्दर्भ में एक सामाजिक, सांस्कृतिक so और पर्यावरणीय विवेचन प्रस्तुत करती है. कुमाऊंनी जनजीवन के जीवन-मूल्यों एवं जीवंतता को यह पुस्तक खूबसूरती से बताती है. कुमाऊं अंचल के पर्व, परम्परा और संवाहक खंडों के फैलाव में 8 अध्यायों की यह पुस्तक है. पर्व खंड में- हरेला, सातूं-आठूं और गंगा दशहरा, परम्परा खंड में- कुमांऊ के विवाह संस्कार, नौल-धार और कुमाऊं के वस्त्राभूषण तथा संवाहक खंड में- लोकगायिका नईमा खान उप्रेती और कबूतरी because देवी के बारे में इस किताब में बेहतरीन जानकारी है. किताब में समाज वैज्ञानिक के बतौर चन्द्रशेखर तिवारी ने अपनी लेखकीय दृष्टि को पूरी तरह से शोधपरख रखा है. किताब का प्रकाशन...
अमावस्या की रात गध्यर में ‘छाव’, मसाण

अमावस्या की रात गध्यर में ‘छाव’, मसाण

संस्मरण
मेरे हिस्से और पहाड़ के किस्से भाग—61 प्रकाश उप्रेती गाँव में किसी को कानों-कान खबर नहीं थी. शाम को नोह पानी लेने के लिए जमा हुए बच्चों के बीच में जरूर गहमागहमी थी- 'हरि कुक भो टेलीविजन आमो बल' because (हरीश लोगों के घर में कल टेलीविजन आ रहा है). भुवन 'का' (चाचा) की इस जानकारी को पुष्ट करते हुए चंदन ने कहा- 'हम ले यसे सुणेमुं' (हम भी ऐसा ही सुन रहे हैं). इसके बाद तो नोह के चारों ओर बैठे लोगों के बीच से टेलीविजन पर दुनिया भर का ज्ञान उमड़ आया.  so जिसने भी पहले टीवी देखा हुआ था वह अपनी तई भरपूर ज्ञान दे रहा था. उसमें हम जैसे लोग भी थे जिन्होंने टीवी सुना भर ही था लेकिन मुफ्त के ज्ञान देने में हम भी पीछे नहीं थे. टीवी में फ़िल्म आती है . यह ज्ञान सबके पास था. इसके आगे का ज्ञान किसी को नहीं था. इसके आगे तो एंटीना, से लेकर उसके आकार-प्रकार पर बात चल रही थी. टेलीविजन इस ज्ञान के चक्कर...
आस्थाओं का पहाड़ और बुबू

आस्थाओं का पहाड़ और बुबू

संस्मरण
प्रकाश उप्रेती मूलत: उत्तराखंड के कुमाऊँ से हैं. पहाड़ों में इनका बचपन गुजरा है, उसके बाद पढ़ाई पूरी करने व करियर बनाने की दौड़ में शामिल होने दिल्ली जैसे महानगर की ओर रुख़ करते हैं. पहाड़ से निकलते जरूर हैं लेकिन पहाड़ इनमें हमेशा बसा रहता है। शहरों की भाग-दौड़ और कोलाहल के बीच इनमें ठेठ पहाड़ी पन व मन बरकरार है. यायावर प्रवृति के प्रकाश उप्रेती वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाते हैं। कोरोना महामारी के कारण हुए ‘लॉक डाउन’ ने सभी को ‘वर्क फ्राम होम’ के लिए विवश किया। इस दौरान कई पाँव अपने गांवों की तरफ चल दिए तो कुछ काम की वजह से महानगरों में ही रह गए. ऐसे ही प्रकाश उप्रेती जब गांव नहीं जा पाए तो स्मृतियों के सहारे पहाड़ के तजुर्बों को शब्द चित्र का रूप दे रहे हैं। इनकी स्मृतियों का पहाड़ #मेरे #हिस्से #और #किस्से #का #पहाड़ नाम से पूरी एक सीरीज में दर्ज़ है। श्रृंखला, पहाड़ और वहाँ के जीव...