Tag: badrinath

आफत : उत्तरकाशी में खाई में गिरी कार, बदरीनाथ हाईवे बंद

आफत : उत्तरकाशी में खाई में गिरी कार, बदरीनाथ हाईवे बंद

उत्तरकाशी
उत्तराखंड : प्रदेशभर में भारी बारिश का दौर लगातार जारी है। मौसम विभाग के अनुसार आज भी राज्यभर में बारिश का दौर जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने आज देहरादून, नैनीताल, चंपावत व बागेश्वर में कहीं-कहीं भारी वर्षा की चेतावनी दी है। वहीं बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर यातायात एक बार फिर से बंद है। छिनका के पास भूस्खलन हुआ है। न सिर्फ छिनका बल्कि बाजपुर और टयापुल में भी पत्थर हाईवे पर गिरे हैं। उत्तरकाशी के बड़ेथी-बनचौरा मोटर मार्ग पर एक कार अनियंत्रित होकर खाई में गिरी। इस हादसे में मौके पर ही दो लोगों की मौत हो गई है और एक गंभीर रुप से घायल है। जिसमें चिन्यालीसौड़ के इंद्रा गांव निवासी दो व्यक्तियों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है । घायल को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ पहुंचाया गया है। मृतकों का विवरण श्रीमती पवना देवी पत्नी श्री रुकम सि...
मंदिरों में दर्शन के समय मर्यादित कपड़े पहने: अजेंद्र अजय

मंदिरों में दर्शन के समय मर्यादित कपड़े पहने: अजेंद्र अजय

चमोली
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि प्रत्येक धार्मिक स्थल की अपनी परंपरा और मर्यादा होती है. उसी के अनुरूप वहां मर्यादित आचरण करना चाहिए और मर्यादित वस्त्र पहनकर आना चाहिए. अजेंद्र अजय ने यह बात महानिर्वाणी अखाड़े के एक बयान से जुड़े प्रश्न पर कही. अजेंद्र ने कहा कि प्रत्येक धार्मिक स्थल की अपनी मान्यताएं और मर्यादाएं होती हैं. उसी माहौल के अनुरूप आचरण और वेशभूषा होनी चाहिए. पर्यटन और धार्मिक यात्रा के फर्क को समझना होगा.  स्वाभाविक रूप से यदि आप धार्मिक स्थल की यात्रा पर जा रहे हैं तो आपकी वेशभूषा मर्यादित होनी चाहिए. यह उन धार्मिक स्थलों के लाखों-करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ा विषय है, जहां आप यात्रा पर जा रहे हैं. धार्मिक स्थलों की मान्यता से छेड़छाड़ करने का किसी को भी अधिकार नहीं है. मर्यादित आचरण, व्यवहार और वस्त्र पहनकर ही वहां जाना चाहिए....
श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुले भगवान बद्री विशाल के कपाट, हजारों लोग बने साक्षी

श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुले भगवान बद्री विशाल के कपाट, हजारों लोग बने साक्षी

चमोली
कपाट खुलने के अवसर पर तीर्थयात्रियों पर हेलीकॉप्टर से की गई पुष्प वर्षा, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कपाट खुलने पर समस्त श्रद्धालुओं को दी शुभकामनाएं चमोली: भगवान श्री बद्रीनाथ मंदिर के कपाट आज गुरूवार को सुबह 7:10 बजे शुभ मुहूर्त पर ब्रहम बेला में पूरे वैदिक मंत्रोचारण एवं विधि विधान के साथ श्रद्वालुओं के लिए खुल गए है. इस मौके पर पहली पूजा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नाम से की गई. कपाटोद्घाटन के साक्षी बनने के लिए हजारों संख्या में श्रद्वालु धाम मौजूद थे. गुरूवार को सुबह चार बजे से कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हुई. कुबेर जी, श्री उद्वव जी एवं गाडू घडा दक्षिण द्वार से मंदिर में परिसर में लाया गया. इसके बाद मंदिर के मुख्य पुजारी रावल समेत धर्माधिकारी, हकहकूधारी एवं श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों द्वारा प्रशासन एवं हजारों श्रद्वालुओं की मौजूदगी में विधि ...
प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस पर चारों-धामों में कराई गई विशेष पूजा-अर्चना

प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस पर चारों-धामों में कराई गई विशेष पूजा-अर्चना

देहरादून
2025 तक उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए हम संकल्पित : मुख्यमंत्री   देहरादून. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से चारों धामों में विशेष पूजा अर्चना के साथ ही हेमकुंड साहिब में विशेष अरदास कराई गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिवस को पूरे देश में सेवा पखवाड़े के रूप में मनाया जा रहा है. उत्तराखंड में भी इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं  इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी की ओर से प्रधानमंत्री जी के जन्मदिन पर चारों धामों (बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री जी) में विशेष पूजा अर्चना एवं महारुद्राभिषेक कराया गया. श्री हेमकुंड गुरुद्वारा साहिब में भी इस अवसर पर विशेष अरदास का आयोजन हुआ. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रभु से  प्रधानमंत्री जी के सुदीर्घ जीवन, स्वस्थ जीवन और यशस्वी ...
प्यारा उत्तराखंड

प्यारा उत्तराखंड

कविताएं
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस 2020आदेश सिंह राणा केदारखण्ड और मानसखण्ड, देवभुमि है मेरी उत्तराखंड. पहाड़ों और फूलों की घाटी, वीर धरा है मेरी राज्य की माटी.प्रदेश में मेरे मिलता है ऐसा सुकून, लगता है माँ का आँचल. देवभूमि के नाम से विख्यात है, यह है अपना प्यारा उत्तरांचल.गढ़वाल और कुमाऊँ दो खंड है, तेरह जिले है पहचान इसके. हिम शिखरों से सुसज्जित है, निवास यहाँ है सब देवों की.ऋषियाँ की है तप स्थली, मुनियाँ की यह जप स्थली है. पंच बदरी पंच केदार, पंच मठ है यहाँ पंच प्रयाग.वीरों की यह भूमि है, सैन्य धाम है उत्तराखंड. बलदानियों ने यहाँ जन्म लिया है, पूरी दुनिया हमने नाम किया है.चारों दिशाओं में चार धाम हैं, माँ गंगा जी उदगम है यहाँ. यमुना जी भी निकल है यहाँ से, स्वर्ग जाने का मिलता है पथ यहाँ.सैकड़ों नदियाँ बहती है यहाँ से, जो देतें है पूरे भा...