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निर्भीक ‘निशंक’: न कोरोना तोड़ पाया, न ही डॉक्टरों की सलाह रोक पाई.. कर्तव्यपथ पर डटे रहे निशंक

निर्भीक ‘निशंक’: न कोरोना तोड़ पाया, न ही डॉक्टरों की सलाह रोक पाई.. कर्तव्यपथ पर डटे रहे निशंक

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अरविन्द मालगुड़ी निशंक जिसे कोई शंका या डर न हो अर्थात  निर्भीक , अपने नाम के अनुरूप ही कार्य कर रहे हैं उत्तराखंड से सांसद और वर्तमान  में केन्द्र में शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक।  कैसे,  आपको बताते हैं।  केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉक्टर रमेश पोखरियाल 'निशंक' अपनी जिजीविषा, दृढ़निश्चय, लगनपूर्ण  कार्य, कठोर मेहनत एवं सहृदयता के लिए जाने जाते हैं। उनकी कर्तव्यनिष्ठा का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि अस्वस्थ होने के बाद भी वह लगातार विभागीय कार्य में जुटे हुए हैं। पिछले 23 दिनों से पोस्ट कोविड की गंभीर समस्याओं  के चलते वे एम्स दिल्ली के  आई सी यू  में भर्ती रहे हैं और कोरोन को मात दे आई सी यू  से अभी कुछ समय पहले ही बाहर आये हैं। उनके करीबी लोग बताते हैं कि इस गंभीर स्थिति में भी निशंक जी ने काम को कभी बाधित नहीं किया और अपने मंत्रालय के सभी सहयोगियों को आई सी यू  से निर्दे...
किसी को तो पड़ी हुई लकड़ी लेनी पड़ेगी साहब! पुलिस सेवा के लिए है या अपशब्दों के लिए?

किसी को तो पड़ी हुई लकड़ी लेनी पड़ेगी साहब! पुलिस सेवा के लिए है या अपशब्दों के लिए?

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हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली मैं बचपन से ही पुलिस वालों से चार क़दम दूर भागता हूं. कारण उनका रवैया रहा है. बहुत कम पुलिसकर्मी होंगे जो आपसे सलीक़े से बात करेंगे. नहीं तो रौब दिखाना उनकी प्रवृत्ति में शामिल because होता है. शायद ये एक तरीक़ा हो अपराधी को तोड़ने और अपराध का पता लगाने के लिए. लेकिन, जब ये ही रवैया पुलिस आम नागरिकों पर अपनाने लगती है, तो उसकी छवि धूमिल हो उठती है. उसके प्रति आम नागरिक के मन में डर पैदा हो जाता है. बढ़ेगी आम नागरिक पुलिस से कतराने because लगते हैं जिसका ख़ामियाजा समाज को उठाना पड़ता है, क्योंकि बहुत-सी घटनाओं में नागरिक 'पुलिस के चक्कर में कौन पड़े कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं.' मैंने ऊपर जो लिखा है इसका मतलब ये कतई नहीं है कि सारे पुलिसकर्मी एक से होते हैं...लेकिन कुछ पुलिसकर्मियों की बदौलत उनको यह तमगा पहनना पड़ता है. बढ़ेगी जब पुलिसकर्मी ने कहा- तुम क्यों ...
एस एस्पायर सोसायटी में लगा कोविड-19 वैक्सीन कैंप, निवासियों ने लगाई वैक्सीन

एस एस्पायर सोसायटी में लगा कोविड-19 वैक्सीन कैंप, निवासियों ने लगाई वैक्सीन

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नोएडा एक्सटेंशन स्थित एस एस्पायर एओए की तरफ से सोमवार को सोसायटी निवासियों के लिए कोविड-19 वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन कराया गया। एओए अध्यक्ष गुरुदास ने बताया कि सोसायटी निवासियों के लिए शारदा अस्पताल के संयोजन से कोविड-19 वैक्सीन कैंप लगाया गया, जिसमें सोसायटी के बुजुर्ग और महिलाओं सहित 100 से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन लगाई। उन्होंने कहा कि सोसायटी के कई निवासी चाहते थे कि सोसायटी के भीतर ही वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन हो ताकि कोरोना के इस काल में वैक्सीन के लिए बाहर न जाने पड़ा। ऐसे में सोसायटी निवासियों की सहूलियत को देखते हुए एओए की तरफ से वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन कराया गया। वैक्सीनेशन कैंप के जरिए सोसायटी की महिलाओं और बुजुर्गों ने वैक्सीन लगाई। कई सोसायटी निवासियों ने अपने यहां आने वाली मेड्स को भी वैक्सीन लगाई। वैक्सीन लगाने वालों में सबसे ज्यादा तादाद महिलाओं और बुजुर्गों की थी। ...
विवाद आयुर्वेद और एलोपैथी का नहीं ऊँची नाक व हनक का है…

विवाद आयुर्वेद और एलोपैथी का नहीं ऊँची नाक व हनक का है…

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प्रकाश उप्रेती बाबा, विवाद और बडबोलेपन का पुराना नाता है. योग के जरिए घर-घर तक पहचाने जाने वाले बाबा ने इसी ‘पहचान’ को धीरे-धीरे शक्ति के केंद्र में बदल लिया. वह योग शिविरों में आने वाले लोगों को ‘भीड़’ बताकर राजनैतिक गलियारों में पैठ मजबूत करते रहे.वोट बैंक नेताओं का लालच था तो शक्ति अर्जित करना बाबा की महत्वकांक्षा. इसी गठजोड़ के बल पर because बाबा योग से आयुर्वेद की तरफ मुड़े और फिर एक साम्राज्य स्थापित कर लिया. इसी साम्राज्य की शक्ति के बलपर ही बाबा भारतीय कानून व्यवस्था को भी चुनौती देने का साहस कर जाते हैं. राजनैतिक 2014 में तहलका के लिए मनोज रावत की लिखी रिपोर्ट तफसील से बाबा और सत्ता के गठजोड़ की ‘जमीनी’ तह उजागर करती है. मनोज की रिपोर्ट का एक अंश-“साल 2004 की बात है. बाबा because रामदेव योगगुरु के रूप में मशहूर हुए ही थे. चारों तरफ उनकी चर्चा हो रही थी. टीवी चैनलों पर उनकी धूम ...
छात्रों की सुरक्षा एवं भविष्य का विचार कर हो 12वीं की परीक्षा का निर्णय: अभाविप

छात्रों की सुरक्षा एवं भविष्य का विचार कर हो 12वीं की परीक्षा का निर्णय: अभाविप

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हिमांतर ब्यूरो, दिल्ली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का मानना है कि कोरोना परिस्थिति के कारण टाली गयी 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन पर केंद्र एवं राज्य सरकार विद्यार्थियों के सुरक्षा एवं भविष्य को ध्यान रख कर निर्णय करे. परिस्थिति को ध्यान रखते हुये सरकार नवीन प्रयोगों जैसे कम समयावधि की परीक्षा, प्रमुख विषयों की परीक्षा, because ओपन बुक परीक्षा आदि के माध्यम से परीक्षा का आयोजन शारीरिक दूरी का पालन कर आगामी जुलाई-अगस्त में हो सकता है, इसी दिशा में कुछ राज्य सरकारों ने भी निर्णय किये हैं. अभाविप अभाविप का मत है कि केंद्र एवं because राज्य सरकारें जल्दबाज़ी ना दिखाते हुये विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रख कर निर्णय करे. जिस तरह से कोरोना के मामले कम हो रहे हैं ऐसी स्थिति में निकट माह जुलाई/अगस्त में शारीरिक दूरी का पालन पर कम समयकाल में परीक्षाओं का आयोजन हो सकता है. पालन मह...
तीरथ सिंह रावत के नए मीडिया सलाहकार मानसेरा संघी या वामपंथी? दो धड़ों में बंटा ट्विटर

तीरथ सिंह रावत के नए मीडिया सलाहकार मानसेरा संघी या वामपंथी? दो धड़ों में बंटा ट्विटर

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हिमांतर ब्यूरो, दिल्ली उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के नए मीडिया सलाहकार दिनेश मानसेरा को लेकर सोशल मीडिया बहस गर्मा गई है. कई दक्षिणपंथी दिनेश मानसेरा को वामपंथी विचारधारा का because बताकर भाजपा सरकार में उनकी मीडिया सलाहकार के तौर पर नियुक्ति को लेकर संघ और पार्टी का घेराव कर रहे हैं. ट्विटर पर मानसेरा को निशाने में लेते हुए यूजर्स कह रहे हैं 'वाह..वाह.. जो बीजेपी को गाली दे. जो मोदी जी को गाली दे, उनको मीडिया सलाहकार बना दो!!!' मूलांक कई यूजर्स यहां तक पूछ रहे हैं कि इस because नियुक्ति के पीछे आखिर किसका हाथ है, जो सूबे में भारतीय जनता पार्टी की कब्र खोदने में जुटा है. दिनेश मानसेरा के कई ऐसे ट्वीट और सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हो रहे हैं, जिनमें वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्थानीय भाजपा नेताओं को निशाने पर रखकर चुटकी ले रहे हैं. because यहां तक की उनके बेटे के ट्...
कोरोना की वजह से मशहूर टीवी एंकर रोहित सरदाना की मौत

कोरोना की वजह से मशहूर टीवी एंकर रोहित सरदाना की मौत

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हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली कोरोना की वजह से मशहूर टीवी एंकर रोहित सरदाना की मौत हो गई है। वह आजतक न्यूज चैनल में कार्यरत थे। उनकी मृत्यु से उनके प्रशंसकों के बीच शोक की लहर दौड़ गई है। राजनीति से लेकर पत्रकारिता जगत के कई मशहूर हस्तियों ने रोहित सरदाना की मृत्यु पर शोक संवेदना व्यक्त की है।  उनके मृत्यु पर ज़ी न्यूज के पत्रतार सुधीर चौधरी ने मार्मिक ट्विट किया है। उन्होंने लिखा कि  'अब से थोड़ी पहले जीतेंद्र शर्मा का फ़ोन आया। उसने जो कहा, सुनकर मेरे हाथ कांपने लगे। हमारे मित्र और सहयोगी रोहित सरदाना की मृत्यु की ख़बर थी। ये वाइरस हमारे इतने क़रीब से किसी को उठा ले जाएगा ये कल्पना नहीं की थी। इसके लिए मैं तैयार नहीं था।ये भगवान की नाइंसाफ़ी है.. ॐ शान्ति' https://twitter.com/sudhirchaudhary/status/1388024699968376837 रोहित सरदाना 'आजतक' न्यूज चैनल पर प्रसारित होने वाले शो 'दंगल' की एंकरि...
एग्जिट पोल: असम में भाजपा और पश्चिम बंगाल में कांटे की टक्‍कर

एग्जिट पोल: असम में भाजपा और पश्चिम बंगाल में कांटे की टक्‍कर

देश—विदेश
हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली एग्जिट पोल में असम में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन रही है. जबकि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी  और बीजपी में कांटे की टक्‍कर दिख रही है. दरअसल, पांच राज्यों के because  विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले एग्जिट पोल के परिणाम सामने आए हैं. पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा बीच कांटे की टक्‍कर है और वहीं असम में सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व में भाजपा सरकार सत्ता में आती दिख रही है. पुदुचेरी में भाजपा गठबंधन की सरकार एबीपी और सी-वोटर के एग्जिट पोल में पुदुचेरी में बीजेपी गठबंधन की सरकार बन रही है. 30 सीटों वाले पुदुचेरी में भाजपा गठबंधन को जीत मिल सकती है. बीजेपी यहां 19-23 सीटें हासिल कर सकती है. जबकि कांग्रेस को 6-10 सीट और अन्य के खाते में 1-2 सीटें जा सकती हैं. रिपब्लिक-सीएनएक्स के एग्जिट पोल because  के मुताबिक असम में एनडीए को 79, यूपीए को 45 और अ...