Author: Himantar

हिमालय की धरोहर को समेटने का लघु प्रयास
कुमाऊं की परम्परागत जीवन शैली का परिधान है रंगवाली पिछौड़ा

कुमाऊं की परम्परागत जीवन शैली का परिधान है रंगवाली पिछौड़ा

साहित्‍य-संस्कृति
विरासतों का सृजनात्मक उपयोग और मौलिकतानीलम पांडेय नीलउत्तराखंड में महिलाओं द्वारा पहना जाने वाला परिधान पिछौड़ा,परम्परागत रूप से कुमाऊं मूल के लोगों की विशिष्ट संस्कृति को प्रतिबिंबित करता है. रंगवाली पिछौड़ा कुमाऊं प्रांत का because परम्परागत जीवन शैली का परिधान है. इसको हम लोग (महिलाएं) विशेष धार्मिक एवं सामाजिक उत्सव जैसे शादी विवाह अथवा परिणय, यज्ञोपवीत, नामकरण, पूजा-पाठ, संस्कार व तीज-त्यौहार आदि में ओढ़ते रहते हैं. रंगवाली पिछौड़ा यह परिधान कुमांऊ की सांस्कृतिक पहचान से मजबूती के साथ जुडा़ हुआ है. मुझे याद है, पहले से ही शादी ब्याह, काम काज में महिलाएं पिठ्या, पिछौड़ा, ऐपण आदि सब कुछ नहा धो कर, साफ वस्त्र पहन कर घर पर ही तैयार करती रही हैं क्योंकि इनको बहुत पवित्रता से बनाया जाता है. मेरी नानी, दादी, तथा घर की महिलाएं, because पिठ्या, पिछौड़ा, ऐपण आदि बनाने तक अन्न ग्रहण ...
भोलेजी महाराज के जन्मदिन पर हंस फाउंडेशन ने दान की 30 एम्बुलेंस, मुख्यमंत्री ने किया फ्लैग ऑफ

भोलेजी महाराज के जन्मदिन पर हंस फाउंडेशन ने दान की 30 एम्बुलेंस, मुख्यमंत्री ने किया फ्लैग ऑफ

देहरादून
हिमांतर ब्‍यूरो, देहरादूनमुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में हंस फाउंडेशन द्वारा राज्य को उपलब्ध कराई गई 30 एम्बुलेंस का फ्लैग ऑफ किया. हंस फाउंडेशन के संस्थापक भोले जी महाराज का जन्मोत्सव पर हंस फाउंडेशन द्वारा उत्तराखंड के दूरगामी क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए उत्तराखंड को 30 एम्बुलेंस, 20 ट्रूनेट जांच मशीनें और 500 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान किए गए है. इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, डा. धन सिंह रावत, हंस फाउंडेशन से विकास वर्मा उपस्थित थे.प्रदेश सरकार आम जनमानस तक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने हेतु कृत-संकल्प है. हमारे इस संकल्प के साथ हंस फाउंडेशन भी निरंतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है. इसके लिए मुख्यमंत्री ने भोले जी महाराज एवं माता मंगला का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि हंस फाउंडेशन द्वारा प्रदेश के विकास में विभिन्...
यूसर्क द्वारा वृहद स्तर पर सामुदायिक बाँस के वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन

यूसर्क द्वारा वृहद स्तर पर सामुदायिक बाँस के वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन

देहरादून
हिमांतर ब्‍यूरो, देहरादूनउत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवम् अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) देहरादून द्वारा हिमालयन अध्ययन मिशन परियोजना द्वारा वित्त पोषित परियोजना के अन्तर्गत बाँस के सांसाधन को काश्तकारों की आजीविका का प्रमुख संसाधन बनाने हेतु इसके नये उत्पाद बनाने, because बाजारी करण एवं संरक्षण पर कार्य किया जा रहा है. इसके पूर्व में यूसर्क द्वारा महिला समूह को आत्मनिर्भर बनाने हेतु बाँस के विभिन्न नये उत्पाद बनाने पर सात दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया था. अतः उत्पाद बनाने के लिये बाँस के संसाधन की उपलब्धता बनाने हेतु यूसर्क द्वारा स्थानीय निवासियों एवं महिला समूह की भागीदारी के द्वारा ग्राम नागल जवालापुर, डोईवाला ब्‍लॉक में वृहद स्तर पर सामुदायिक बाँस वृक्षारोपण कार्यक्रम किया जा रहा है.ज्योतिष बाँस के वृक्षारोपण कार्यक्रम के प्रथम दिवस में यूसर्क because की वैज्ञानिक एवं परियोजना अन्वेषक डा...
पहाड़ की कृषि आर्थिकी को संवार सकता है मंडुआ

पहाड़ की कृषि आर्थिकी को संवार सकता है मंडुआ

खेती-बाड़ी
चन्द्रशेखर तिवारीउत्तराखण्ड में पृथक राज्य की मांग के लिए जब व्यापक जन-आंदोलन चल रहा था तब उस समय यह नारा सर्वाधिक चर्चित रहा था - ’मंडुआ बाड़ी खायंगे उत्तराखण्ड राज्य बनायेंगे'. because स्थानीय लोगों के अथक संघर्ष व शहादत से अलग पर्वतीय राज्य तो हासिल हुआ परन्तु विडम्बना यह रही कि राज्य बनने के बाद यहां के गांवों में न तो पहले की तरह मंडुआ-बाड़ी खाने वाले युवाओं की तादात बची रही और नहीं मंडुआ की बालियों से लहलहाते सीढ़ीदार खेतों के आम दृश्य.ज्योतिष राज्य बन जाने के बाद खेती-बाड़ी और पशुपालन से जुड़े ग्रामीण युवाओं के रोजगार की तलाश में मैदानी इलाकों के शहरों व महानगरों की ओर रुख करने से यहां मडुआ जैसी कई because परम्परागत फसलें हाशिये की ओर चली गयीं. मंडुआ की घटती खेती को कृषि विभाग के आंकडे़ भी तस्दीक करते हैं. उत्तराखण्ड में वर्ष 2004-2005 के दौरान 131003 हेक्टेयर में मडुआ की खेती ह...
कैसा रहेगा जुलाई का आखिरी सप्ताह आपके लिए?

कैसा रहेगा जुलाई का आखिरी सप्ताह आपके लिए?

साप्ताहिक राशिफल
साप्ताहिक राशिफल (27 जुलाई से 1 अगस्त) मेष राशि: इस सप्ताह अपने नेटवर्क को मजबूत बनाने पर फोकस करना होगा. ऑफिस के कार्यों को लेकर कुछ मानसिक चिंता रहेगी, लेकिन कूल रहेंगे तो स्थितियां आपके फेवर में होगी. सॉफ्टवेयर कंपनी में कार्यरत लोगों को सप्ताह में एक्टिव रहने की विशेष सलाह है. because जो लोग कम्युनिकेशन से संबंधित व्यापार शुरू करने की योजना बना रहें है वह कागजी कार्यवाही में ढील न दें. पेट में जलन की समस्या को लेकर परेशान रह सकते हैं, गर्भवती महिला अपना ध्यान भी रखें. घर पर बड़ों के साथ समय व्यतीत करें, उनकी जरूरतों में धन खर्च होगा. किसी तीसरे की बातों पर भरोसा करने से पहले आपस में बातचीत कर लें.ज्योतिष वृषभ राशि: इस सप्ताह महत्वपूर्ण निर्णय सोच-समझ कर ही लेना आपके लिए श्रेयस्कर रहेगा, तो वहीं दूसरी ओर गुरु व गुरुतुल्य के सानिध्य में रहना चाहिए. कलात्मक बोली से आप दूसरों के आकर्...
कारगिल के वीर सपूतों को भारतराष्ट्र का कोटि कोटि नमन

कारगिल के वीर सपूतों को भारतराष्ट्र का कोटि कोटि नमन

स्मृति-शेष
कारगिल ‘विजय दिवस’ पर विशेषडॉ. मोहन चंद तिवारीआज पूरे भारत में कारगिल विजय दिवस की 22वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है।आज के ही दिन 26 जुलाई,1999 को जम्मू और कश्मीर राज्य में नियंत्रण रेखा से लगी कारगिल की पहाड़ियों पर कब्ज़ा जमाए आतंकियों और उनके वेश में घुस आए पाकिस्तानी सैनिकों को भारतीय सेना द्वारा मार भगाया गया था। उसी उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष '26 जुलाई' का दिन ‘विजय दिवस’ के रूप में याद किया  जाता है और पूरा देश उन वीर और जाबांज जवानों को इस दिन श्रद्धापूर्वक नमन करता है। भारतीय सेना का यह ऑपरेशन विजय 8 मई से शुरू होकर 26 जुलाई तक चला था। इस कार्रवाई में भारतीय सेना के 527 जवान शहीद हुए तो करीब 1363 घायल हुए थे। कारगिल के इस युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाने में उत्तराखंड के 75 जवानों ने भी अपने प्राणों की आहुति दी थी।दो महीने से भी अधिक समय तक चले इस युद्ध में भारतीय सेना ...
श्रीदेव सुमन की तरह उनकी टिहरी भी उपेक्षित और बदहाल

श्रीदेव सुमन की तरह उनकी टिहरी भी उपेक्षित और बदहाल

देश—विदेश
हिमांतर ब्‍यूरो, नई दिल्‍लीपर्वतीय लोकविकास समिति, so उत्तराखंड एकता मंच और भिलंगना क्षेत्र विकास समिति द्वारा अमर बलिदानी श्रीदेव सुमन बलिदान दिवस के अवसर पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन मिनी मार्केट जनकपुरी नई दिल्ली में किया गया. पर्यावरण मुख्य अतिथि शीर्ष सामाजिक कार्यकर्ता और उद्योगपति श्री वीरेंद्र दत्त सेमवाल ने कहा कि सुमन जी ने पूरे देश की आजादी की लड़ाई लड़ी, 84 दिन तक की भूख हड़ताल इतिहास की बड़ी so घटना है. राजशाही के विरुद्ध अलख जगाने वाले टिहरी के मुक्तिनायक श्रीदेव सुमन की घाटियां और पट्टियां आज भी विकास की राह ताक रही  हैं. भाजपा पर्वतीय प्रकोष्ठ दिल्ली के प्रभारी श्याम लाल मजेड़ा ने कहा कि श्रीदेव सुमन के योगदान का राष्ट्रीय इतिहास में भावी पीढ़ियों की प्रेरणा के लिए उचित और ठोस उल्लेख होना चाहिए. पर्यावरणभिलंगना क्षेत्र विकास समिति के महासचिव शिव सिंह राणा ने कहा क...
“मां के पदों में सुमन-सा रख दूं समर्पण शीश को”

“मां के पदों में सुमन-सा रख दूं समर्पण शीश को”

स्मृति-शेष
क्रातिकारी श्रीदेव सुमन की 77वीं पुण्यतिथि पर विशेषडॉ. मोहन चंद तिवारी अपनी जननी और जन्मभूमि के प्रति अपार श्रद्धा तथा बलिदान की भावना रखने वाले उत्तराखंड के स्वतंत्रता सेनानी, अमर शहीद श्री देव सुमन जी की आज पुण्यतिथि है. आज के ही दिन, 25 जुलाई,1944 को लगभग शाम के करीब चार बजे इस 28 वर्षीय अमर सेनानी नौजवान ने अपनी जन्मभूमि, अपने देश, अपने आदर्श की रक्षा के लिये अपने प्राणों की आहुति दे दी थी. श्री देव सुमन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के वे अमर शहीद हैं जिन्होंने न केवल अंग्रेजों का विरोध किया बल्कि टिहरी गढ़वाल रियासत के राजा की प्रजा विरोधी नीतियों का विरोध करते हुए सत्याग्रह और अनशन करते हुए अपने प्राण त्याग दिए. श्री देव सुमन जी की पूरी राजनीति महात्मा गांधी के अहिंसा और सत्य के सिद्धांतों से प्रभावित थी. पर्यावरण“मैं इस बात को स्वीकार so करता हूं कि मैं जहां अपने भारत देश के ...
गांधी जी ने ‘भारतराष्ट्र’ को सांस्कृतिक पहचान दी

गांधी जी ने ‘भारतराष्ट्र’ को सांस्कृतिक पहचान दी

साहित्‍य-संस्कृति
गांधी जी का राष्ट्रवाद-3डॉ. मोहन चंद तिवारी (दिल्ली विश्वविद्यालय के गांधी भवन में 'इंडिया ऑफ माय ड्रीम्स' पर आयोजित ग्यारह दिन (9जुलाई -19 जुलाई,2018 ) के समर स्कूल के अंतर्गत गांधी जी के राष्ट्रवाद और समाजवाद पर दिए गए मेरे व्याख्यान का तृतीय भाग, जिसमें वर्त्तमान परिप्रेक्ष्य में गांधी जी के 'राष्ट्रवाद' और उनकी स्वदेशी विचार पद्धति पर विचार किया गया है.) पर्यावरण बीसवीं शताब्दी की दो महत्त्वपूर्ण घटनाएं मानी जाती हैं. उनमें से एक घटना है परमाणु बम के प्रयोग द्वारा मानव सभ्यता के विनाश का प्रयास और दूसरी घटना है गांधी जी के द्वारा अहिंसा एवं so सत्याग्रह के शस्त्र से मानव कल्याण का विचार.निष्काम कर्मयोग और अनासक्ति भाव की श्रीमद्भगवद्गीता में जो शिक्षा दी गई है महात्मा गांधी ने उसी शिक्षा को अपने जीवन में उतार कर अहिंसा और सत्याग्रह के शस्त्र से एक ओर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का...
उल्टी, दस्त और पेट में संक्रमण से त्रस्त हुए बच्चे, बिल्डर पर दूषित पानी सप्लाई का आरोप

उल्टी, दस्त और पेट में संक्रमण से त्रस्त हुए बच्चे, बिल्डर पर दूषित पानी सप्लाई का आरोप

देश—विदेश
हिमांतर ब्‍यूरो, नोएडाग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित एस एस्पायर सोसायटी के निवासियों ने शनिवार को दूषित पानी सप्लाई का आरोप लगाते हुए मेंटनेंस का घेराव किया. सोसायटी के करीब 25-30 परिवारों के बच्चों को पिछले पांच-छह दिनों से उल्टी, दस्त और पेट में संक्रमण की शिकायत हो रही है. डॉक्टरों ने बच्चों के बीमार पड़ने की वजह दूषित पानी बताया है, जिसके बाद निवासियों ने जनरल मैनेजर अभिषेक यादव का घेराव किया. निवासी घरों में सप्लाई होने वाले पानी से बदबू आने की शिकायत भी कर रहे हैं. बार-बार मेंटनेंस से गुहार लगाने के बाद भी जब पानी के सैंपल की जांच नहीं कराई गई, तो आक्रोशित लोगों ने एओए के साथ मिलकर जनरल मैनेजर का घेराव किया और स्वच्छ पानी सप्लाई की मांग की. निवासियों का कहना है कि बिल्डर ने मार्च से अब तक पानी के सैंपल की जांच ही नहीं कराई है. यह बात भी सामने आई है कि पिछले एक हफ्ते से मेंटनेंस की तरफ...