Tag: artificial Intelligence

एआई के दौर में भी मानवता को बनाए रखना जरूरी: डीजी सूचना

एआई के दौर में भी मानवता को बनाए रखना जरूरी: डीजी सूचना

देहरादून
राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस पर “रिसपॉन्सिबल यूज ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस : रोल ऑफ पब्लिक रिलेशन’’ पर परिचर्चा देहरादून. महानिदेशक सूचना/उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. बंशीधर तिवारी ने  कहा कि एआई (artificial intelligence) के दौर में भी मानवता को बनाए रखना जरूरी है. आज के तकनीकी दौर में हम सभी अपनी जिम्मेदारी समझे. राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर सोमवार को देहरादून में पब्लिक रिलेशन सोसायटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यकाशाला का विषय ‘‘रिसपॉन्सिबल यूज ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस: रोल ऑफ पब्लिक रिलेशन’’ रखा गया. कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि महानिदेशक सूचना एवं उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए. बंशीधर तिवारी, संयुक्त निदेशक सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय, बद्रीकेदार मंदिर समिति के सी.ई.ओ. विजय थपलियाल, अध्यक्ष पी.आर.एस.आई. देहरादून चैप्टर रवि विजारनिया द्वारा संयुक्त रूप...
गैरसैण किताब कौथिग: स्थानीय लोगों और बच्चों में किताबों को लेकर भारी उत्साह!

गैरसैण किताब कौथिग: स्थानीय लोगों और बच्चों में किताबों को लेकर भारी उत्साह!

उत्तराखंड हलचल
गैरसैण. पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल और नगर पंचायत अध्यक्ष मोहन भंडारी सहित शहर के गणमान्य लोगों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन के साथ गैरसैण किताब कौथिग का औपचारिक शुभारंभ हुआ. आयोजन के दौरान दिनभर गैरसैण मुख्य मैदान में स्कूली बच्चों और अभिभावक लगातार मेले में आते रहे. हजारों किताबों के साथ बच्चों ने आधुनिक तकनीक, खेल खेल में विज्ञान, कठपुतली निर्माण कार्यशाला, स्थानीय उत्पादों में भी रुचि दिखाई. विभिन्न वार्ता सत्र के दौरान महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई. "अंगदान जागरूकता और थैलेसीमिया रोग" पर पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डॉ ललित उप्रेती और दयाल पांडे जी ने चर्चा की. देहरादून से आए विशेषज्ञ नवीन चंद्र ने "Artificial Intelligence छोटे व्यापारियों के लिए कैसे उपयोगी हो सकता है" विषय पर खुले सत्र  में स्थानीय जनता से संवाद किया. पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल और डॉ. अजय ढोंढियाल के बीच "हमारे लोकसंगीत में...
अब आपकी आवाज बताएगी, आपको कौन सी बीमारी हो सकती है?

अब आपकी आवाज बताएगी, आपको कौन सी बीमारी हो सकती है?

देश—विदेश
चंडीगढ़ : artificial Intelligence(artificial Intelligence) का जमाना है। वक्त के बदलने के साथ ही हर क्षेत्र में बदलाव हा रहे हैं। बदलते दौर में बीमार होने वाले लोगों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। नए-नए शोध और तकनीकों से इन बीमारियों को इलाज भी किया जा रहा है। ऐसी ही एक और नई तकननीक और खोज आने वाले समय में नई क्रांति ला सकती है। डॉ. महेश हुकमानी ने इस नई और दूरदर्शी तकनीक को इजात किया है। डॉ.हुकमानी ने SMS मेडिकल कॉलेज से MBBS किया। वो देश के प्रतिष्ठित आई सर्जन हैं। अपने करियर में तमाम सफलताओं के बावजूद डॉ. महेश ने अपने भीतर इस क्षेत्र में और अधिक योगदान देने की अपनी इच्छाओं और सपनों को धरातल पर उतारने के लिए प्रयास लगातार जारी रखे। उन्होंने जो नई तकनीक इजात की, उसके पीछे उनका खुद का अनुभव रहा है। दरअसल, दिल का दौरा पड़ने से उनके पिता जो उनके गुरू भी थे का अचानक निधन हो गया। इस घटना से ड...