
पत्तों पर कारीगरी का हुनर… जया वर्मा के जज्बे को नमन!
शशि मोहन रवांल्टा
बात दिल्ली के डॉ अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली की है और मौका हिल-मेल फाउंडेशन द्वारा आयोजित ‘रैबार’ कार्यक्रम का. वहां पर लगे स्टॉल्स पर जब भ्रमण किया तो वहां पर एक साधारण सी दिखने वाली महिला से पीरुल वुमेन के नाम ख्याति प्राप्त मंजू आर. शाह ने परिचय करवाया. उन्होंने कहा, ये जया वर्मा हैं और पत्तों पर चित्रकारी करती हैं, उनके द्वारा विभिन्न प्रकार के बेहद आकर्षक और शानदार चित्र वहां मौजूद थे. दूर से देखने पर लगा कि ये कागज पर उकेरे हुए हैं लेकिन जैसे ही बाबा नीम करौली महाराज की एक फोटो को हाथ में लिया और गौर से देखा तो वह पीपल के पत्ते पर बनी आकृति दिखी. उनकी यह चित्रकारी अद्भुत है. उनसे बातचीत करके उनके बारे में जाना.
सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के डीडीहाट (जया मूल रूप से बागेश्वर जिले के कंडा गांव की हैं और डीडीहाट में उनका ससुराल है) की रहने वाली जया वर्मा एक लीफ आर्...