
केदारनाथ यात्रा: आस्था के साथ आत्मनिर्भरता का सफर
हिमांतर ब्यूरो,रुद्रप्रयाग
उच्च हिमालय की गोद में बसा केदारनाथ धाम श्रद्धालुओं के लिए अपने कपाट खोलता है, तो केवल उनकी आस्था ही नहीं उमड़ती, साथ ही एक नई आर्थिक ऊर्जा भी पर्वतों में जाग उठती है। इस वर्ष भी केदारनाथ यात्रा ने न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले की सैकड़ों महिलाओं को नया संबल दिया है।
जहां एक ओर श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन हेतु कठिन चढ़ाई चढ़ते हैं, वहीं यात्रा मार्ग पर फैले महिला स्वयं सहायता समूहों की दुकानें, होमस्टे और जलपान गृह न केवल राहत देते हैं, बल्कि एक स्थानीय जीवनशैली की झलक भी प्रस्तुत करते हैं, जो "वोकल फॉर लोकल" की मिसाल बन चुकी है।
एक यात्रा, कई अवसर: महिला समूहों का उद्यम
इस वर्ष करीब 150 महिला समूह केदारनाथ यात्रा से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय हैं। प्रसाद पैकेजिंग, धूपबत्ती निर्माण, तिल-जौ ...