Tag: जलप्रलय

BRO ने तीन दिन में वैली ब्रिज तैयार, गंगोत्री मार्ग पर राहत कार्यों में आएगी रफ्तार

BRO ने तीन दिन में वैली ब्रिज तैयार, गंगोत्री मार्ग पर राहत कार्यों में आएगी रफ्तार

उत्तरकाशी
सीमा सड़क संगठन ने युद्धस्तर पर पूरा किया चुनौतीपूर्ण काम, डबरानी पुल तक बहाल हुआ यातायात गंगोत्री/भटवाड़ी (उत्तरकाशी). गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर लिमच्यागाड़ में आपदा से क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर सीमा सड़क संगठन (BRO) ने मात्र तीन दिनों में वैली ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा कर दिया. युद्धस्तर पर किए गए इस प्रयास से डबरानी पुल तक सड़क संपर्क बहाल हो गया है, जिससे आगे के क्षतिग्रस्त हिस्सों के पुनर्निर्माण की राह आसान हो गई है. हाल ही में अतिवृष्टि के कारण गंगनानी से आगे बना 30 मीटर लंबा पुल बह गया था, जिससे सीमांत टकनौर क्षेत्र की ‘लाइफलाइन’ कही जाने वाली सड़क पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया था. मुख्यमंत्री के निर्देशों पर राज्य और केंद्र सरकार की विभिन्न एजेंसियां राहत-बचाव व पुनर्निर्माण कार्य में जुटी हैं. क्षेत्र में संचार, बिजली और पेयजल आपूर्ति पहले ही बहाल की जा चुकी है. अब ...
संकट में है आज हिमालय पर्यावरण

संकट में है आज हिमालय पर्यावरण

पर्यावरण
‘हिमालय दिवस’ (9 सितम्बर) पर विशेष डॉ. मोहन चंद तिवारी आज हिमालय दिवस है.पिछले कुछ वर्षों से देश भर में, खासकर उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश में 9 सितम्बर को ‘हिमालय दिवस’ मनाया जा रहा है. हिमालय दिवस की शुरुआत 9 सितंबर,2010 को हिमालय पर्यावरण को समर्पित जाने माने पर्यावरणविदों सर्वश्री सुन्दर लाल बहुगुणा, सुरेश भाई, राजेन्द्र सिंह,पद्मश्री डॉ.अनिल प्रकाश जोशी आदि द्वारा की गई थी. इन पर्यावरणविदों का एक मंच पर आना इसलिए हुआ था कि तब सरकारें हिमालय पर्यावरण के संरक्षण व विकास को लेकर नाकाम ही साबित हो रही थी. ये पर्यावरणविद् सम्पूर्ण हिमालय में हिमालय दिवस के माध्यम से ऐसी जन चेतना जागृत करने के लिए एक मंच पर आए थे ताकि हिमालय के प्राकृतिक संसाधनों और उसकी जैव विविधता की रक्षा की जा सके. 'हिमालय दिवस' मनाने से अति संवेदनशील हिमालय पारिस्थितिकी और पर्यावरण का कुछ भला हुआ होता तो इ...