Tag: रुद्रप्रयाग

नाले में बहा युवक, भारी बारिश से होटल जमींदोज और हाईवे बंद

नाले में बहा युवक, भारी बारिश से होटल जमींदोज और हाईवे बंद

रुद्रप्रयाग
पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर भूस्खलन होने के कारण हाईवे पर रामपुर में होटल जमींदोज हो गया. दूसरी तरफ अगस्त्यमुनि से सोनप्रयाग के बीच हाइवे कई जगहों पर बाधित है. बताया जा रहा है कि यह होटल शहर का सबसे पुराना होटल था, जिसे पहले भी खाली कराया जा चुका था. ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर तोता घाटी में भारी भूस्खलन हो गया. जिससे यहां सड़क का आधा हिस्सा ढह गया. इसके चलते हाईवे पर यातायात बाधित हो गया है. उधर, व्यासी के समीप अटाली गंगा में मलबा आने से हाईवे सोमवार से अवरुद्ध चल रहा है. लगातार बारिश होने के कारण मार्ग खोलने में समय लग रहा है. जिसके चलते थाना देवप्रयाग और थाना मुनिकीरेती से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है. ऋषिकेश में देर रात भारी बारिश के बाद बरसाती नाला उफान पर आ गया. इस दौरान तेज बहाव की चपेट में आने से एक युवक बह गया...
मलबे की चपेट में आया  मैक्स वाहन, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में फटे बादल

मलबे की चपेट में आया  मैक्स वाहन, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में फटे बादल

रुद्रप्रयाग
हिमांतर ब्यूरो, रुद्रप्रयाग/उत्तरकाशी उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलों में बादल फटने की घटनाएं हुई हैं. रुद्रप्रया के नरकोटा और सम्राट होटल के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऊपर पहाड़ी पर बादल फटने से अत्यधिक because मलबा आने की खबर है. बताया जा रहा है कि इस मलबे की चपेट में एक मैक्स वाहन UK07R7318 आ गया था, जिसमें कि वाहन चालक सहित कुल 4 लोग सवार थे, जिनको कि स्थानीय लोगों की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया तथा वाहन मलबे के साथ बहकर नदी किनारे चला गया है. स्वरोजगार मौके पर पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी, because उपजिलाधिकारी रुद्रप्रयाग, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रुद्रप्रयाग, कोतवाली रुद्रप्रयाग पुलिस, एसडीआरएफ, फायर सर्विस, डीडीआरएफ की टीमें मौजूद हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने और यातायात सुचारू किए जाने का प्रयास किया जा रहा है, जेसीबी कार्य कर रही है. स्वरोजगार आज शाम राष...
बादल फटने की त्रासदी से कब तक संत्रस्त रहेगा उत्तराखंड?

बादल फटने की त्रासदी से कब तक संत्रस्त रहेगा उत्तराखंड?

उत्तराखंड हलचल
डॉ. मोहन चन्द तिवारी उत्तराखंड इन दिनों पिछले सालों की तरह लगातार बादल फटने और भारी बारिश की वजह से मुसीबत के दौर से गुजर रहा है.हाल ही में 20 जुलाई को पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी सब डिवीजन में बादल फटने से 5 लोगों की मौत हो गई, कई घर जमींदोज हो गए और मलबे की चपेट में आने की वजह से 11 लोगों के बह जाने की खबर है.नदियां उफान पर हैं.इससे पहले 18 जुलाई को भी पिथौरागढ़ जिले में बादल फटने की दर्दनाक घटना हुई है.पहाड़ से अचानक आए जल सैलाब से कई घर दब गए,पांच घर बह गए और तीस घर खतरे की स्थिति में हैं.गोरी नदी में जलस्तर बढ़ने से सबसे ज्यादा नुकसान मुनस्यारी में हुआ.वहां एक पुल पानी में समा गया. आखिर ये बादल कैसे फटते हैं? ये उत्तराखंड के इलाकों में ही क्यों फटते हैं? बादल फटने का मौसम वैज्ञानिक मतलब क्या है? इन तमाम सवालों पर मैं आगे विस्तार से चर्चा करुंगा. लेकिन पहले यह बताना चाहुंगा कि उ...