Tag: जोशीमठ

जोशीमठ डिग्री कॉलेज में 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम की शुरुआत

जोशीमठ डिग्री कॉलेज में 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम की शुरुआत

चमोली
जोशीमठ. राजकीय महाविद्यालय जोशीमठ में 12 दिवासीय देवभूमि उद्यमिता विकास कार्यक्रम का आज आगाज हुआ. दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. चरण सिंह राणा ने कहा कि, 12 दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 45 उद्यमियों को प्रशिक्षित किया जायेगा, साथ ही सभी प्रशिक्षनार्थियों का उद्यम आधार पंजीकरण भी किया जाएगा! उद्यमिता के बारे बताते हुए प्राचार्य डॉ राणा ने कहा की वर्तमान समय में स्वरोजगार से ही विकास संभव है, सरकारी नौकरियों के अवसर लगातार कम होटे जा रहे हैं, ऐसे में स्वरोजगार ही एक विकल्प है! कार्यक्रम के संयोजक श्री नंदन सिंह रावत ने बताया की- उद्यमिता विकास संसथान,अहमदाबाद- के सौजन्य यह प्रशिक्षण स्वरोजगार की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा! उद्यमिता विकास संस्थान के प्रशिक्षक जयदीप किशोर ने प्रशिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए बताया की, वर्तमा...
अवैज्ञानिक और अनियोजित विकासकार्यों का नतीजा है जोशीमठ भू-धसाव

अवैज्ञानिक और अनियोजित विकासकार्यों का नतीजा है जोशीमठ भू-धसाव

चमोली
उत्तराखंड के जनपद चमोली के सीमांत विकासखंड जोशीमठ में लगातार हो रहे भू-धसाव और भूस्खलन की प्रक्रिया से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. जोशीमठ नगर भारत सुदूर उत्तर में चीन से सीमा से लगा सबसे पुराना नगर है, जिसका 1500 वर्ष पुराना क्रोनोलॉजिकल इतिहास है. यह नगर भारत की आजादी के बाद के वर्ष 1975 से क्रीपिंग मूवमेंट के साथ ऑली से लेकर अलकनंदा नदी तट के पास स्थित सेमा-कमद गांव के साथ-साथ प्रति वर्ष कुछ सेंटीमीटर अलकनदां में समा रहा है. इस क्षेत्र का 1996-97 से लेकर वर्तमान तक विभिन्न भूगर्भीय एवं पर्यावरणीय अध्ययनों पर कार्य कर रहे जे.पी. मैठाणी, हिमांतर के माध्यम से  जोशीमठ भू-धसाव की कहानी बयां कर रहे हैं- प्रस्तुत है जोशीमठ भू-धसाव पहली कड़ी. फोटोग्राफ- अनुज नंबूदरी, नितिन सेमवाल और जयदीप किशोर. देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को दूरभाष पर ...
जोशीमठ भू-धंसाव : इस स्थिति के लिए आखिर कौन जिम्मेदार?

जोशीमठ भू-धंसाव : इस स्थिति के लिए आखिर कौन जिम्मेदार?

चमोली
जोशीमठ में भू-धंसान की त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा घोषित की जाए! डॉ. मोहन चंद तिवारी धार्मिक,पौराणिक एवं ऐतिहासिक नगर जोशीमठ भू-धंसाव के कारण इस साल की सबसे बड़ी त्रासदी झेल रहा है. उत्तराखंड के जोशीमठ शहर में भू-धसाव की त्रासदी को लेकर हर तरफ चिंता है. जोशीमठ के डीएम ने बताया है कि नगर में कुल 561 भवनों में दरार आई है. साथ ही दो बहुमंजिला होटलों के खतरे की जद में आए पांच भवन खाली कराए गए हैं. उत्तराखंड डिजास्टर एंड एक्सीडेंट सिनोप्सिस (उदास) की रिपोर्ट के अनुसार, भी जोशीमठ में 500 घर रहने के लायक नहीं हैं. जोशी मठ की ग्राउंड जीरो से मिली मीडिया रिपोर्टों के आधार पर कहा जा सकता है कि जोशीमठ में भू-धंसाव किसी बड़ी अनहोनी की ओर इशारा कर रहा है. इस ऐतिहासिक शहर में पड़ी दरारें, इस बात की गवाह हैं कि हालात ठीक नहीं. वहीं प्रशासन के राहत बचाव कार्य संतोष जनक नहीं हैं, जिससे प्रभावितों को ...
कोविड बचाव एवं राहत अभियान में स्वयंसेवी संस्थाओं से बढ़ाए हाथ

कोविड बचाव एवं राहत अभियान में स्वयंसेवी संस्थाओं से बढ़ाए हाथ

देहरादून
हिमांतर ब्यूरो, ​देहरादून पूरे देश की तरह उत्तराखंड में भी कोरोना कि दूसरी लहर का कहर बढ़ता जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार गुरुवार 13 मई, 2021 को कोरोना संक्रमण के 7127 नए मामले राज्य में दर्ज किए गए तथा 122 मरीजों की महामारी से मौत हो गई. विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा अपने अपने स्तर पर बचाव एवं राहत हेतु प्रयास किए जा रहे हैं. देहरादून स्थित पीपल्स साइंस इंस्टीटयूट (पी.एस.आई.) द्वारा भी पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी कोविड बचाव एवं राहत अभियान संचालित किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत संस्था के कार्य क्षेत्र ऊखीमठ, रुद्रप्रयाग, बहादराबाद (हरिद्वार), कपकोट (बागेश्वर) तथा ताकुला (अल्मोड़ा) के लिए आज सुबह ही पल्स ऑक्सीमीटर, डिजिटल थर्मामीटर, पी.पी.ई. किट, आवश्यक दवाईयां (स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई सूची के अनुसार), सैनिटाइजर, हैंडवाश तथा जागर...
जिला प्रशासन की आम लागों से अपील शारीरिक दूरी एवं मास्क है जरूरी

जिला प्रशासन की आम लागों से अपील शारीरिक दूरी एवं मास्क है जरूरी

चमोली
हिमांतर ब्यूरो, चमोली चमोली में  शुक्रवार को कोरोना के 264 नए मामले सामने आए. शुक्रवार को कर्णप्रयाग से 48, जोशीमठ से 40, गैरसैंण से 36, गोपेश्वर से 31, थराली से 28, नारायणबगड से 24, घाट से 12, देवाल से 11, गौचर से 10, पोखरी से 8, चमोली से 7 तथा अन्य स्थानों से 9 लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव मिली. स्वास्थ्य विभाग ने सभी संक्रमितों का इलाज शुरू कर दिया है. जिले में अब तक 5185 लोग कोरोना से संक्रमित हुए है. जिसमें से 1376 केस एक्टिव हैं. कोविड संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन सभी जरूरी कदम उठा रहा है. जनपद वासियों को संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी रखने एवं मास्क पहनने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है. जिला अस्पताल सहित गौचर, कर्णप्रयाग एवं जोशीमठ में भी ट्रू-नॉट मशीन से भी कोविड टेस्ट किया जा रहा है. जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी स...
तर्पण

तर्पण

किस्से-कहानियां
कहानी एम. जोशी हिमानी तप्त कुण्ड के गर्म जल में स्नान करके मोहन की सारी थकान चली गयी थी और वह अब अपने को काफी स्वस्थ महसूस करने लगा था. तप्त कुण्ड के नीचे अलकनन्दा अत्यंत शांत एवं मंथर गति से अपने गन्तव्य की ओर बढ़ रही थी. पहाड़ों में बहने वाली नदियां वैसे तो किसी अल्हण किशोरी सी चहकती, फुदकती, बलखाती अपनी मंजिल की तरफ दौड़ लगाती हैं परन्तु बद्रीनाथ धाम में बहने वाली अलकनन्दा का यह रूप मनुष्य को अपने प्राणवान होने का अहसास कराना चाहती थी शायद. अलकनन्दा को मालूम था उसके शोर-शराबे तथा उच्छृंखलता से भगवान नारायण की तपस्या में खलल पड़ सकता है. बद्रीनाथ में आकर मनुष्य भले ही अपना संयम भूल जाये परन्तु अलकनन्दा अनादिकाल से अपनी मर्यादा तथा संयम को नहीं भूली थी. जोशीमठ से बद्रीनाथ की 40 किलोमीटर की यात्रा ने मोहन को बीमार कर दिया था. वह सोचता है उसे रात्रि विश्राम जोशीमठ में करना चाहि...