उत्तराखंड हलचल

मुख्यमंत्री ने किया ‘कोरोना वॉरियर्स’ का विमोचन

मुख्यमंत्री ने किया ‘कोरोना वॉरियर्स’ का विमोचन

देहरादून
हिमांतर ब्यूरो, देहरादून उत्तराखंड के युवा बाल साहित्यकार ललित शौर्य की पुस्तक कोरोना वॉरियर्स का विमोचन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास पर किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि ललित शौर्य की रचना धर्मिता प्रभावित करती है. उन्होंने कम उम्र में उत्कृष्ठ साहित्य रचा है. शौर्य हिंदी के उन्नयन व बच्चों में पढ़ने की आदत विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. ललित शौर्य ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स कोरोना पर केंद्रित देश का पहला बाल कहानी संग्रह है. इसमें बच्चों  व बड़ो को कहानी के माध्यम से कोरोना से बचने व कोरोना काल में किये जाने वाले व्यवहार के बारे में जानकारी दी गई है. शौर्य ने मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया. ललित शौर्य की अब तक 13 किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं. उन्हें राष्ट्रीय व प्रादेशिक स्तर पर अनेकों सम्मानो से सम्मानित किया जा चुका है. शौर्य की कहानियों का अनुवाद अंग्रेज...
देशभर में  200 से ज्यादा स्थानों पर मनाया जायेगा हिमालय दिवस!

देशभर में  200 से ज्यादा स्थानों पर मनाया जायेगा हिमालय दिवस!

देहरादून
हिमांतर ब्यूरो, देहरादून हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 9 सितंबर को हिमालय दिवस देश भर में मनाया जायेगा. इस दिवस को मनाए जाने के पीछे मुख्य कारण हिमालय को श्रद्धांजलि देने के साथ—साथ उन तमाम मुद्दे जो हिमालय because के आज तक बिखरे हुए और नकारे हुए हैं उनके प्रति देश—दुनिया का ध्यान खींचना है. ज्योतिष इस बार के हिमालय दिवस का विषय ही हिमालय ज्ञान— विज्ञान पर केन्द्रित है. यह भी स्वीकारना पड़ेगा कि हिमालय देश में ज्ञान— विज्ञान का केन्द्र और श्रोत रहा है. वो चाहे आध्यात्म से जुड़ी हों, आस्था और संस्कृति संस्कार से, देश दुनिया को हिमालय ने ही परोसे हैं. इतना ही नहीं दुनिया भर में  प्रसिद्ध बड़ी नदियां गंगा, यमुना, ब्रह्मपुत्र यह because सब हिमालय की ही देेन है जो करीब 1,9 बिलियन लोगों को पाल रही हैं. हवा, मिट्टी भी हिमालय की ही देन है जो देश को कई तरह के लाभ देती है और उनमें से हरित क्रांति...
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया मुख्यमंत्री ‘गढ़भोज’ व ‘बीजबम’ पुस्तक का लोकार्पण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया मुख्यमंत्री ‘गढ़भोज’ व ‘बीजबम’ पुस्तक का लोकार्पण

देहरादून
हिमांतर ब्यूरो, देहरादून मुख्यमंत्री आवास स्थित गढ़भोज व बीजबम नामक पुस्तक का लोकार्पण मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया. उन्होंने कहा कि इन दोनों पुस्तक की सामग्री लोक समाज से जुड़ी हुई है. because इसलिए इन पुस्तकों का महत्व है. इस सामग्री को शिक्षण संस्थाएं भी अध्ययन का पार्ट बनाये. उन्होंने कहा कि गढ़भोज सच मे बाजार का रूप ले तो एक तरफ यह हमारे राज्य की पहचान बनाएगा और दूसरी तरफ लोगो के हाथों स्वरोजगार होगा. जबकि बीजबम पुस्तिका में सम्मलित सामग्री जता रही है कि इस अभियान की सफलता यही है कि बढ़ते मानव व वन्य जीवों के संघर्ष पर स्वस्फूर्त रोक लग जायेगी. ज्योतिष उन्होंने पुस्तक के बीजबम पुस्तक के लेखक डॉ. अरविंद दरमोडा, गढ़भोज पुस्तक के लेखक द्वारिका प्रसाद सेमवाल को बधाई देते कहा कि यह सामग्री लेखकों ने काल्पनिक तौर पर एकत्रित because नही की है यह गढ़भोज और बीजबम अभियान की सफलता का परि...
उत्तराखंड राज्य नेपाली भाषा समिति ने शहीद मेजर दुर्गामल का 77वां श्रद्धांजलि दिवस मनाया

उत्तराखंड राज्य नेपाली भाषा समिति ने शहीद मेजर दुर्गामल का 77वां श्रद्धांजलि दिवस मनाया

देहरादून
हिमांतर ब्यूरो, देहरादून  उत्तराखंड राज्य नेपाली भाषा समिति एवं सहयोगी संस्थाओं के तत्वावधान में आज भारत स्वतंत्रता आंदोलन में उत्तराखंड के प्रथम शहीद मेजर दुर्गा मल्ल (आजाद हिंद फौज) के बलिदान के स्मरण में 77वां श्रद्धांजलि दिवस, शहीद मेजर दुर्गा मल्ल पार्क गढ़ी कैंट में मनाया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विशिष्ट अतिथि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी,गोर्खाली सुधार सभा अध्यक्ष पदम सिंह थापा एवं समिति अध्यक्ष बालकृष्ण बराल द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया. तत्पश्चात शहीद मेजर दुर्गा मल्ल जी की प्रतिमा के समक्ष माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं अतिथियों द्वारा किया गया. मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि भविष्य ऐसे कार्यक्रमों को बड़े स्तर पर किया जाएगा, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी वीर सपूतों को ह...
उत्तराखंड की क्षेत्रीय भाषाओं को मुख्य धारा में लाने के अनूठे प्रयास की हर तरफ हो रही सराहना

उत्तराखंड की क्षेत्रीय भाषाओं को मुख्य धारा में लाने के अनूठे प्रयास की हर तरफ हो रही सराहना

नैनीताल
सोशल मीडिया के माध्यम से कुमाउनी साक्षात्कार के पूरे हुए 125 अंक हिमांतर ब्‍यूरो, हल्‍द्वानी "म्योर पहाड़, मेरि पछ्यांण" श्रृंखला के तहत भिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सफलतापूर्वक आयोजित हो रहे कार्यक्रमों के चर्चित कार्यक्रम "कुमाउनी साक्षात्कार" के 125वां अंक because पिछले दिनों उत्तराखंड के वरिष्ठ लोकगायक श्री नैन नाथ रावल के साथ आयोजित किया गया। नैन नाथ जी का कुमाउनी साक्षात्कार प्रसिद्ध कवि-उद्घोषक श्री हेमंत बिष्ट ने लिया। 100वें अंक में 6 जून को प्रसिद्ध इतिहासकार-पर्यावरणविद, "पहाड़" पत्रिका के सम्पादक डॉ. शेखर पाठक का कुमाउनी साक्षात्कार कई बच्चों ने लिया था। 101वें अंक में महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी का कुमाउनी साक्षात्कार हुआ था। संसाधनों कोरोना की पहली लहर के दौरान जून 2020 में शुरू किए गए ऑनलाइन कुमाउनी साक्षात्कार "म्योर पहाड़, मेरि पछ्यांण" श्रृ...
भिलंगना घाटी के मसीहा : हिमालय गौरव इन्द्रमणि बडोनी

भिलंगना घाटी के मसीहा : हिमालय गौरव इन्द्रमणि बडोनी

टिहरी गढ़वाल
सूर्य प्रकाश सेमवाल पश्चिम के मीडिया ने ज़िंदा और चलते फिरते गाँधी की उपमा जिस सामाजिक, सांस्कृतिक,आध्यात्मिक और राजनीतिक विभूति को दी थी, वह कोई और न ही हिमालयी व्यक्तित्व स्वर्गीय इन्द्रमणि बडोनी थे. यही कारण है कि देश के गांधी की तरह बेशक पहाड़ के गांधी के संकल्पों और मुद्दों को हाशिये पर पहुंचा दिया गया हो लेकिन अपने विराट एवं उदात्त व्यक्तित्व तथा सादगी व सहज व्यवहार के लिए सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं के लिए ही नहीं वरन् सामान्य जनमानस के लिए भी सदैव प्रेरणाप्रद एवं वदनीय बने रहेंगे. वाटर हारवैस्टिंग अपने अनुकरणीय आचरण, शैक्षणिक जागरूकता,  कुशल नेतृत्व क्षमता एवं निश्च्छल कार्यशैली के बल पर बडोनी जी ने दलगत व क्षेत्रीय भावना से ऊपर होकर समूचे पहाड़ी क्षेत्र because में अपनी एक विशेष पहचान व साख बनाई थी. वे अपनी कर्मभूमि भिलंगना घाटी के गंगी गाँव से लेकर पौड़ी, चपावत, अल्मोड़ा के...
हिमालयी सरोकारों की तरफ बढ़ते क़दमों के निशान बिखेरती पत्रिका!

हिमालयी सरोकारों की तरफ बढ़ते क़दमों के निशान बिखेरती पत्रिका!

देहरादून
      मनोज इष्टवाल अभी कल ही की तो बात है जब कैनाल रोड स्थित एक कैफ़े में हिमांतर पत्रिका के तीसरे एडिशन का लोकार्पण हुआ. हिमांतर की टीम चूंकि इसे पर्यटन या फिर यूँ कहें यात्रा because विशेषांक के रूप में 86 पृष्ठों का एक दस्तावेज जब सामने लाया तो मन मचलता हुआ उसके मुख पृष्ठ पर गया, जहाँ खड़ी पहाड़ी चट्टान पर एक शख्स आसमान की ओर बाहें फैलाए खड़ा मानों बादलों में छुपी दूसरी चोटी कोप ललकार रहा हो कि देख इस फतह के बाद अगली फतह तुझ पर निश्चित है. सच कहूँ तो यात्राएं होती ही ऐसी हैं एक के बाद एक.... शिवालिक श्रेणियों से मध्य हिमालय और मध्य हिमालय से लेकर उतुंग हिमालय तक. ज्योतिष लगभग 30 लोगों के एक समूह का ऐसा विकल्प जो प्रश्न खड़ा करे कि क्या “हिमांतर” के साहस के आगे भी कुछ दुस्साहसी खड़े हैं? होंठ मुस्कराकर गोल हुए और सीटी बजाने लगे because क्योंकि तब तक “उत्तरा” और “पहाड़” ने आकर अपनी जुबान ख...
भोलेजी महाराज के जन्मदिन पर हंस फाउंडेशन ने दान की 30 एम्बुलेंस, मुख्यमंत्री ने किया फ्लैग ऑफ

भोलेजी महाराज के जन्मदिन पर हंस फाउंडेशन ने दान की 30 एम्बुलेंस, मुख्यमंत्री ने किया फ्लैग ऑफ

देहरादून
हिमांतर ब्‍यूरो, देहरादून मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में हंस फाउंडेशन द्वारा राज्य को उपलब्ध कराई गई 30 एम्बुलेंस का फ्लैग ऑफ किया. हंस फाउंडेशन के संस्थापक भोले जी महाराज का जन्मोत्सव पर हंस फाउंडेशन द्वारा उत्तराखंड के दूरगामी क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए उत्तराखंड को 30 एम्बुलेंस, 20 ट्रूनेट जांच मशीनें और 500 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान किए गए है. इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, डा. धन सिंह रावत, हंस फाउंडेशन से विकास वर्मा उपस्थित थे. प्रदेश सरकार आम जनमानस तक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने हेतु कृत-संकल्प है. हमारे इस संकल्प के साथ हंस फाउंडेशन भी निरंतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है. इसके लिए मुख्यमंत्री ने भोले जी महाराज एवं माता मंगला का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि हंस फाउंडेशन द्वारा प्रदेश के विकास में विभिन्...
यूसर्क द्वारा वृहद स्तर पर सामुदायिक बाँस के वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन

यूसर्क द्वारा वृहद स्तर पर सामुदायिक बाँस के वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन

देहरादून
हिमांतर ब्‍यूरो, देहरादून उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवम् अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) देहरादून द्वारा हिमालयन अध्ययन मिशन परियोजना द्वारा वित्त पोषित परियोजना के अन्तर्गत बाँस के सांसाधन को काश्तकारों की आजीविका का प्रमुख संसाधन बनाने हेतु इसके नये उत्पाद बनाने, because बाजारी करण एवं संरक्षण पर कार्य किया जा रहा है. इसके पूर्व में यूसर्क द्वारा महिला समूह को आत्मनिर्भर बनाने हेतु बाँस के विभिन्न नये उत्पाद बनाने पर सात दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया था. अतः उत्पाद बनाने के लिये बाँस के संसाधन की उपलब्धता बनाने हेतु यूसर्क द्वारा स्थानीय निवासियों एवं महिला समूह की भागीदारी के द्वारा ग्राम नागल जवालापुर, डोईवाला ब्‍लॉक में वृहद स्तर पर सामुदायिक बाँस वृक्षारोपण कार्यक्रम किया जा रहा है. ज्योतिष बाँस के वृक्षारोपण कार्यक्रम के प्रथम दिवस में यूसर्क because की वैज्ञानिक एवं परियोजना अन्वेषक डा...
आगाज़ फैडरेशन ने स्वास्थ्य विभाग चमोली को उपलब्ध कराई 3 लाख 20 हजार रूपये मूल्य की चिकित्सा सामग्री!

आगाज़ फैडरेशन ने स्वास्थ्य विभाग चमोली को उपलब्ध कराई 3 लाख 20 हजार रूपये मूल्य की चिकित्सा सामग्री!

चमोली
संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए सामाजिक संस्था आगाज़ फैडरेशन पीपलकोटी ने स्वास्थ्य विभाग को दी जीवनरक्षक दवायें और स्वास्थ्य सामग्री   हिमांतर ब्‍यूरो, चमोली कोविड की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए जनपद चमोली के स्वास्थ्य विभाग और क्षेत्र में कार्यरत् सामाजिक संस्था आगाज़ फैडरेशन द्वारा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक चमोली so को जीवनरक्षक दवायें और स्वास्थ्य सामग्री उपलब्ध करायी गयीं. सामाजिक संस्था आगाज़ फैडरेशन पीपलकोटी की देहरादून की समाजसेवी एवं ह्यूमैनिटेरियन संगठनों - अमाया (सोशियल सर्विस इनीशिएटिव),  देहरादून राउंड टेबल 51 और देहरादून लेडीज़ सर्कल 106 के माध्यम से लगभग 3 लाख 20 हजार रूपये मूल्य की चिकित्सा सामग्री स्वास्थ्य विभाग चमोली को उपलब्ध कराई गयी. शिव सामाजिक कार्यकर्ता एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती उषा रावत एवं आगाज़ फैडरेशन के अध्यक्ष जेपी मैठाणी को मुख्य चिक...