उत्तराखंड हलचल

सभी विकासखंडों में होगा गौशालाओं का निर्माण, आयोग अध्यक्ष ने किया जिलों का भ्रमण

सभी विकासखंडों में होगा गौशालाओं का निर्माण, आयोग अध्यक्ष ने किया जिलों का भ्रमण

उत्तराखंड हलचल
उत्तराखंड राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष दो दिवसीय दौरे पर रुद्रप्रयाग और जनपद चमोली में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने दोनों जिलों के समस्त अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें दोनों जनपदों के पशुपालन विभाग, नगर पालिका, नगर पंचायत और जिला पंचायत के अधिकारियों से वार्ता कर गौशालाओं की भूमि चयन और उनके निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विद्यालयों के अंदर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, जिनके जरिए बच्चों में गोवंश की उपयोगिता के बारे में जानकारी मिले। उन्होंने कहा कि गौ सेवा आयोग और उत्तराखंड सरकार गोवंश की सुरक्षा और संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में तेजी से धरातल पर काम किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही गौशालाओं का निर्माण पूर्ण हो जाने पर सड़कों से निराश्रित गोवंश हटा लिए जाएंगे। बैठक में गौ सेवा आयोग के ...
बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, चारधाम यात्रा का समापन

बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, चारधाम यात्रा का समापन

उत्तराखंड हलचल
बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए है। इसके साथ ही आज चारधाम यात्रा का भी समापन हो गया। बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि पंच पूजाओं के पांचवें दिन शनिवार को रावल स्त्री वेष धारण कर माता लक्ष्मी को बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान किया था। उसके बाद उद्धव जी व कुबेर जी मंदिर प्रांगण में लाया गया। और दोपहर 3:33 बजे पर धाम के कपाट बंद कर दिए गए। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत शुक्रवार को माता लक्ष्मी की पूजा कर उन्हें बदरीनाथ मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान होने का आमंत्रण दिया गया था। इस दौरान मंदिर में पूजा अर्चना की गई। ...
ऑपरेशन सिलक्यारा : लापरवाही की भी हद होती है, टनल में 40 नहीं फंसे हैं 41 मजदूर, ऐसे हुआ खुलासा

ऑपरेशन सिलक्यारा : लापरवाही की भी हद होती है, टनल में 40 नहीं फंसे हैं 41 मजदूर, ऐसे हुआ खुलासा

उत्तराखंड हलचल
प्रदीप रावत “रवांल्टा” उत्तरकाशी: सिलक्यारा-बड़कोट टनल हादसे में पहले दिन से ही कंपनी की लापरवाही सामने आ रही है। अब एक और बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। इससे मजदूरों के परिजनों में गुस्सा है। उनका कहना है कि लापरवाही की भी हद होती है। जिला प्रशासन भी इस बात से नाराज है। लापरवाही का अंदाजा इस बात से लागाया जा सकता है कि सुरंग में पिछले सात दिनों से कंपनी की ओर से 40 मजदूरों के फंसे होने की जानकारी लगातार दी जा रही है। लेकिन, अब कंपनी ने एक सूची जारी की, जिससे खुलासा हुआ है कि टनल के भीतर 40 नहीं, बल्कि 41 जिंदगियां फंसी हुई हैं। 41 वें श्रमिक की पहचान बिहार मुजफ्फरपुर के गिजास टोला निवासी दीपक कुमार के रूप में हुई है। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने बताया कि जब 41वें श्रमिक का नाम सूची में सामने आया। आप सोचिए कि जिस रेस्क्यू अभियान पर केवल देश ही नहीं, बल्कि दुनियाभर की नजर लगी हुई है। उसमें...

रिटायर्ड अधिकारी के बेटे ने मां को मार डाला, यहां का है मामला

देहरादून
देहरादून: राजधानी देहरादून से सनसनीखेज खबर सामने आ रही है। यहां बेटे ने अपनी ही मां को मौत के घाट उतार दिया। जानकारी के अनुसार रिटायर्ड डिप्टी SP मकान सिंह के बेटे ने गुस्से में आकर अपनी मां पर जानलेवा हमला कर दिया। मामला बलवीर रोड स्थित जज कॉलोनी का है। पुलिस घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची और हत्यारे बेटे को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, सूचना पर एसएसपी अजय सिंह भी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया। ...
ऑपरेशन सिलक्यारा: जायजा लेने पहुंचे PMO उप सचिव मंगेश घिल्डियाल

ऑपरेशन सिलक्यारा: जायजा लेने पहुंचे PMO उप सचिव मंगेश घिल्डियाल

उत्तरकाशी
उत्तरकाशी: दीपावली के दिन से अब तक सिलक्यारा-बड़कोट टनल में फंसी 40 जिंदगियों को बाहर नहीं निकाला जा सका है। देश की और दुनिया की एजेसिंयों के साथ ही कई एक्सपर्ट इस रेस्क्यू में जुटे हैं, लेकिन अब तक सभी इंतजाम पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं। राज्य सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक इस पर नजर बनाए हुए है। लेकिन, कामायाबी नहीं मिल पा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे ऑपरेशन पर नजर लगाए हुए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने उप सचिव मंगेश घिल्डियाल को मौके पर भेजा है। घिल्ड़ियाल ने रेस्क्यू अभियान का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से बात की और आ रही अड़चनों के बारे में जाना। सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए चल रहे बचाव अभियान में लगातार समस्या आ रही है। शनिवार को सुरंग में ड्रिलिंग कार्य को रोक दिया गया। सुरंग बनाने वाली कंपनी NHIDCIL के निदेशक अंशू मनीष खुल्को ने ...
फंसे श्रमिकों के रेस्क्यू के लिए देश-दुनिया की आधुनिक तकनीक की मदद ले रही सरकार

फंसे श्रमिकों के रेस्क्यू के लिए देश-दुनिया की आधुनिक तकनीक की मदद ले रही सरकार

उत्तरकाशी
अफसरों के साथ रेस्क्यू कार्य की समीक्षा कर दिए जरूरी निर्देश श्रमिकों को सुरक्षित निकालने को हर बाधा दूर कर रही रेस्क्यू टीम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग रेस्क्यू कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पीएमओ के मार्गदर्शन में राज्य सरकार सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों को सकुशल निकालने के प्रयास में जुटी है। सुरंग में फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए देश और दुनिया में ईजाद की गई आधुनिक तकनीक की मदद ली जा रही है। उम्मीद हैं कि जल्द इसमें सफलता मिल जायेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों के रेस्क्यू पर पल पल अपडेट ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आज शासकीय आवास पर अधिकारियों के साथ श्रमिकों के बचाव के लिए चल रहे रेस्क्यू कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि रेस्क्यू ऑपरेशन में आ रही बाधाओं से निपटने के लिए...
उत्तरकाशी : ऑपरेशन सिलक्यारा जारी, कल एयरलिफ्ट की जाएगी और एक मशीन

उत्तरकाशी : ऑपरेशन सिलक्यारा जारी, कल एयरलिफ्ट की जाएगी और एक मशीन

उत्तरकाशी
उत्तरकाशी: ऑपरेशन सिलक्यारा फिलहाल सफल नहीं हो पाया है। मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है। ऑगरर मशीन के जरिए पाइप पुशिंग का काम किया जा रहा है। अब तक मशीन चार पाइपों को पुश कर चुकी है। इनमें प्रत्येक पाइप की लंबाई 6 मीटर है। पांचवें पाइप को पुश करने में कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच NHIDCL ने मध्य प्रदेश से एक और मशीन को बैकअप के तौर पर एयरलिफ्ट करने का फैसला लिया है, जो कल सुबह तक एयरफोर्स के चिन्यालीसौड़ बेस पर पहुंच जाएगी। NHIDCL के निदेशक अंशु मनीष खलको ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए एम एस पाइप की स्केप टनल बनाने के लिए ऑगर मशीन की सहायता से पाइप पुशिंग का कार्य प्रगति पर है। अभी तक मलवे के भीतर 24 मीटर की दूरी तक पाइप डाला जा चुका है। रेस्क्यू अभियान की प्रतिधारण क्षमता बढ़ाने के लिए इंदौर से एक और ऑगर...
सैंकड़ों प्रभारी प्रधानाचार्यों ने छोड़ा प्रभार, चरमराने लगी व्यवस्थाएं

सैंकड़ों प्रभारी प्रधानाचार्यों ने छोड़ा प्रभार, चरमराने लगी व्यवस्थाएं

उत्तराखंड हलचल
देहरादून: राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड के आंदोलन का असर नजर आने लगा है। उन शिक्षकों ने प्रभारी प्रधानाचार्य का पदभार संभाल रहे हैं। उन्होंने पद छोड़ने शुरू कर दिए हैं। इस बीच अधिकांश प्रभारी प्रधानाचार्यों के पदभार छोड़ने की सूचना है। संगठन और प्रभारी प्रधानाचार्यों ने इसकी  सूचना खंड शिक्षा अधिकारी को दे दी गई है। शिक्षकों के आंदोलन के कारण व्यवस्थाओं पर भी असर पड़ता हुआ नजर आ रहा है, जहां 16 नवंबर को उधम सिंह नगर जिले में खेल महाकुंभ के आयोजन को निरस्त करना पड़ा। वहीं, अब आज 17 नवंबर से शुरू होने वाली अजीज प्रेमजी फाउंडेशन की हमारी विरासत पुस्तक से जुड़े कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। शिक्षा निदेशालय में तालाबंदी के बाद भी शासन व शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षक समस्याओं के निराकरण पर कोई पहलकदमी न लिए जाने से गुस्साए राजकीय शिक्षक संघ ने पूर्व में ही इस प्रभारी प्रधानाचार्यों द्वारा प...

नैनीताल : गहरी खाई में गिरा वाहन, 7 लोगों की मौत की खबर!

नैनीताल
नैनीताल :  ओखलकांडा ब्लॉक के छीड़ाखान-रीठासाहिब मोटर मार्ग में सुबह एक टैक्सी वाहन के खाई में गिरने से सात लोगों के मरने की आशंका है। साथ ही दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हालांकि, वाहन में कितने लोग सवार है इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। नैनीताल जिले में ओखलाकांडा ब्लॉक के डाल कन्या और छीखान के समीप जीप खाई में गिरी। जीप में कितने लोग सवार थे अभी पता नहीं चल सका है। ग्रामीणों के अनुसार कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। खबर लिखे जाने तक जिला प्रशासन घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाया है। ग्रामीणों ने तहसीलदार को सूचित किया कि सवेरे 8 बजे नवीन भदर ने सूचना दी कि पतलोट से लगभग 2-3 किलोमीटर दूर मीहार मोटर मार्ग पर डालकन्या निवासी राजू पनेरू की पिकअप रोड से नीचे गिर गयी है। ...
ऑपरेशन सिलक्यारा : 22 मीटर पर पहुंचा उम्मीदों का पाइप, आखिर कब तक कैद में रहेंगी 40 जिंदगियां…?

ऑपरेशन सिलक्यारा : 22 मीटर पर पहुंचा उम्मीदों का पाइप, आखिर कब तक कैद में रहेंगी 40 जिंदगियां…?

उत्तराखंड हलचल
सिलक्यारा-बड़कोट टनल में कैद 40 जिंदगियों की सांसों पर ‘खतरे’ का पहरा जारी। अब तक 22 मीटर तक के गयी ड्रिलिंग। प्रदीप रावत ‘रवांल्टा’ उत्तरकाशी: सिलक्यारा-बड़कोट टनल में कैद 40 जिंदगियों की सांसों पर ‘खतरे’ का पहरा जारी है। ये पहरा कब हटेगा? मजदूरों को बाहर कब निकाला जाएगा? कब तक ऐसे ही वो भीतर इंतजार करते रहेंगे? ये सवाल हर कोई पूछ रहा है। अब टनल के भीतर कैद मजदूरों का हौसला भी जवाब देने लगा है। आखिर कब तक ऐसे ही वो खतरे की आगोश में टनल के भीतर कैद रहेंगे? मदूरों ने भी यही सवाल भीतर से किया है? मजदूरों के सवालों के आगे सब मौन लेकिन, टनल के भीतर फंसे मजदूरों के सवालों के आगे सब मौन हैं। किसी के भी पास उनके किसी सवाल का जवाब नहीं है। रेस्क्यू में अब तक SDFR, NDRF, RVNL, THDC, L & T, आपदा प्रबंधन विभाग, सेना की टीमों समेत भू-वैज्ञानिकों तक की टीम रेस्क्यू में जुटी हैं। इसमें...