- हिमांतर ब्यूरो, देहरादून
भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि वह 2022 के विधानसभा चुनाव में जीत का नया रिकॉर्ड दर्ज करेगी. इसके लिए संपर्क अभियान से लेकर बूथ स्तर पर पकड़ मजबूत करने की पूरी तैयारी कर ली गई है. संगठन युवाओं से लेकर बुजुर्गों के बीच संपर्क अभियान में जुटा हुआ है और सुदूर पहाड़ों तक भी कमल की छाप
की मुहर लगा दी गई है. गांव-गांव संपर्क अभियान जोरों पर है. संगठन पिछले एक साल से ही भाजपा से छिटके हुए अंसतुष्ट लोगों को संतुष्ट करने में जुटा हुआ था, जिसमें उसे कामयाबी भी मिली है. पुराने कार्यकर्ताओं के घर-घर जाकर संपर्क अभियान से न केवल पुरानी पीढ़ी, बल्कि नई पीढ़ी के बीच भी पार्टी ने भरोसा कायम किया है. भाजपा इस वक्त सूबे में सबसे मजबूत स्थिति में दिख रही है और संगठन का पूरा फोकस 2022 फतह करने में है.ज्योतिष
पार्टी इसके लिए हिंदुत्व की राजनीति को एक नई धार दे रही है. 12 शिवलिंगों से शिवभक्तों को उनके घर पर गंगाजल पहुंचाने की योजना तैयार हो रही है. जिसकी
शुरुआत गृहमंत्री अमित शाह 30 अक्तूबर को अपनी उत्तराखंड की यात्रा के दौरान करेंगे. कार्यकर्ता जगह-जगह स्टॉल लगाकर 12 शिवलिंग से लाये हुए जल को भक्तों में बांटेंगे.
ज्योतिष
पार्टी इसके लिए हिंदुत्व की राजनीति को एक नई धार दे रही है. 12 शिवलिंगों से शिवभक्तों को उनके घर पर गंगाजल पहुंचाने की योजना तैयार हो रही है. जिसकी शुरुआत गृहमंत्री अमित शाह 30 अक्तूबर को अपनी उत्तराखंड की यात्रा के दौरान करेंगे. कार्यकर्ता जगह-जगह स्टॉल लगाकर 12 शिवलिंग से लाये हुए जल को
भक्तों में बांटेंगे. जिसके लिए एक लीटर, दो लीटर और पांच-पांच लीटर के विशेष प्लास्टिक कैन तैयार कराए गए हैं. शिवभक्त अपने प्रिय शिवलिंग स्थान का चयन कर वहां से गंगाजल पाने के लिए अनुरोध कर सकेंगे. डाक या कोरियर के माध्यम से भी भक्तों को गंगाजल भेजा जाएगा. जिसके लिए भक्तों से कोरियर चार्ज लिया जाएगा.ज्योतिष
इस योजना के जरिए भाजपा की कोशिश है आमजन से जुड़ने की है. सभी जानते हैं कि आस्था ही वह पुल है जिसके जरिए वोटरों को सबसे ज्यादा लुभाया जा सकता है. जिसमें भाजपा का कोई तोड़ नहीं है. पार्टी को उम्मीद है कि नया एक्सपीरिमेंट उसे ऐतिहासिक तौर पर 2022 फतह कराएगा.
अमित शाह अपनी यात्रा के दौरान घसियारी योजना की भी शुरुआत करेंगे. इसके माध्यम से उन गरीब वर्ग की महिलाओं को सुरक्षा देने से लेकर उनका आर्थिक तौर पर सशक्तिकरण किया जायेगा. यह योजना भी सहकारी समितियों के माध्यम से चलाई जाएगी. पार्टी हर बूथ से कम से कम दस प्रबुद्ध नागरिकों को भाजपा से जोड़ने की योजना बना रही है.