
नई दिल्ली. “ग्रन्थी की गुत्थी” पुस्तिका का विमोचन पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा, सचिव, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के कर कमलों द्वारा दिनांक 29 मार्च 2025 को उनके कार्यालय में किया गया।
राष्ट्र भाषा हिन्दी में मेघा प्रकाश द्वारा सम्पादित इस पुस्तक में अग्न्याशय शोथ (Pancreatitis) का विश्व में प्रादुर्भाव, रोग के निदान एवं उपचार सम्बन्धित सामयिक विकास के साथ इस भयावह एवं जानलेवा रोग का वर्तमान में एलोपैथिक निदान, उपचार तथा सीमितता का वर्णन करते हुए स्वर्गीय वैद्य चन्द्र प्रकाश जी द्वारा आविष्कृत एवं पद्मश्री वैद्य बालेन्दु प्रकाश द्वारा परिष्कृत आयुर्वेदिक उपचार के आँकड़ों को संकलित किया गया है।
पाश्चात्य देशों से उपलब्ध जानकारी तथा अट्ठाईस वर्षों के चिकित्सीय अनुभवों को पुस्तक में प्रस्तुत किया गया है जो Pancreatitis रोग के कारणों एवं चिकित्सा संबंधी विभिन्न पहलुओं पर कई प्रश्न चिह्न लगाता है। रोगियों के एलोपैथिक एवं आयुर्वेद चिकित्सा के अनुभवों को उन्हीं के शब्दों में व्यक्त किया गया है। इसके साथ आयुर्वेद चिकित्सा में मुख्य रूप से प्रयोग की जाने वाली “अमर” औषधि के मानकीकरण, विषाक्तता, Pancreatitis protective properties और 2100 रोगियों से सम्बन्धित अनुसंधान को भी शामिल किया गया है।
Pancreatitis, pancreas नामक 6 इंच की ग्रन्थी में ना रुकने वाली सूजन की बीमारी है। विश्व में इसके रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। लगभग बीस से पचपन प्रतिशत रोगी कालावधि में pancreatic cancer में परिणित भी हो जाते हैं। आधुनिक चिकित्सा में आज भी यह रोग एक जटिल गुत्थी है।
सम्भवत: हिंदी में इस बीमारी पर यह पहला प्रकाशन है। आशा है कि इस पुस्तक में दी गई जानकारी चिकित्सकों, वैज्ञानिकों, विद्वानों, रोगियों और उनके परिवार जनो के लिए लाभदायक होगी।
इस पुस्तक के विमोचन समारोह मे ICMR के भूतपूर्व अपर महानिदेशक डॉ जी एस टोटेजा, पङाव – विशिष्ट आयुर्वेदिक चिकित्सा केन्द्र की मुख्य कार्यकारी अधिकारी वैद्य शिखा प्रकाश, आयुर्वेदिक चिकित्सा से लाभान्वित सोनाली दीक्षित, हर्ष गुप्ता तथा अन्य उपस्थित रहे।
ग्रन्थी की गुत्थी का प्रकाशन वैद्य चन्द्र प्रकाश कैन्सर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा किया गया है। इसकी उपलब्धता के लिए 910549005 पर सम्पर्क किया जा सकता है।