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समय की मांग है एक्शन बेस्ड बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन!

समय की मांग है एक्शन बेस्ड बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन!

देहरादून
यूसर्क द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय जैवविविधता दिवस-2024 का आयोजन देहरादून. उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) (Uttarakhand Science Education & Research Centre (USERC)) देहरादून द्वारा दिनांक 22 मई 2023 को अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन बोटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया (BSI, भारत सरकार) में किया गया. कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो (डॉ) अनीता रावत ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी संस्कृति का प्रकृति के संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान है. विद्यार्थियों को प्रकृति के संरक्षण हेतु संस्कार विकसित करने तथा प्रौद्योगिकी के माध्यम से राज्य में जैवविधिता के संरक्षण एवं संर्वधन किये जाने की आवश्यकता है. हम सभी को एक्शन बेस्ड बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन की आवश्कता है. सतत विकास की अवधारणा को फलीभूत करने के लिए एक्शन ओरिएंटेड होना पड़ेगा और मनुष्य को प्रकृति के ...
यूसर्क : बाँस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जागरुकता कार्यक्रम

यूसर्क : बाँस उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जागरुकता कार्यक्रम

देहरादून
 विश्व बाँस दिवस का आयोजन हिमांतर ब्यूरो, देहरादून उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) (Uttarakhand Center for Science Education and Research (USERC)) के सभागर में विश्व बाँस दिवस (world bamboo day) का आयोजन गत 18 सितम्बर 2021 को किया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य बाँस की प्रजाति के because बहुउपयोगी महत्व को देखते हुये बाँस के उद्योग को बढ़ावा देने, काश्तकारों के सामाजिक एवं आर्थिक उन्नयन हेतु व इसके संरक्षण के लिये जागरूकता को बढ़ाना था. कार्यक्रम में यूसर्क की वैज्ञानिक डा. मन्जू सुन्दरियाल द्वारा बाँस के उपयोग, आजीविका का संसाधन परम्परागत व्यवसाय की समस्यायें एवं बाँस के संसाधन के संरक्षण पर विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया गया. ज्योतिष कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये यूसर्क की निदेशक प्रो. (डा.) अनीता रावत द्वारा बाँस को एक महत्वपूर्ण प्रजाति बताते हुये इसके संरक्...
यूसर्क द्वारा वृहद स्तर पर सामुदायिक बाँस के वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन

यूसर्क द्वारा वृहद स्तर पर सामुदायिक बाँस के वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन

देहरादून
हिमांतर ब्‍यूरो, देहरादून उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवम् अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) देहरादून द्वारा हिमालयन अध्ययन मिशन परियोजना द्वारा वित्त पोषित परियोजना के अन्तर्गत बाँस के सांसाधन को काश्तकारों की आजीविका का प्रमुख संसाधन बनाने हेतु इसके नये उत्पाद बनाने, because बाजारी करण एवं संरक्षण पर कार्य किया जा रहा है. इसके पूर्व में यूसर्क द्वारा महिला समूह को आत्मनिर्भर बनाने हेतु बाँस के विभिन्न नये उत्पाद बनाने पर सात दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया था. अतः उत्पाद बनाने के लिये बाँस के संसाधन की उपलब्धता बनाने हेतु यूसर्क द्वारा स्थानीय निवासियों एवं महिला समूह की भागीदारी के द्वारा ग्राम नागल जवालापुर, डोईवाला ब्‍लॉक में वृहद स्तर पर सामुदायिक बाँस वृक्षारोपण कार्यक्रम किया जा रहा है. ज्योतिष बाँस के वृक्षारोपण कार्यक्रम के प्रथम दिवस में यूसर्क because की वैज्ञानिक एवं परियोजना अन्वेष...