किताबें दुनिया की तरफ खुलने वाली खिड़कियां हैं

किताबें दुनिया की तरफ खुलने वाली खिड़कियां हैं

विनोद उप्रेती  ‘यायावर’ यह किताब 1967 का संस्करण है, जो 1969 में रीप्रिंट होकर आया होगा. जब यह किताब छप रही थी तब दुनिया भर के  Peace Corps volunteers नेपाल में जीवन की बेहतरी के लिए अपनी समझ के हिसाब से कुछ काम कर रहे थे. काम जो भी कर रहे होंगे, तस्वीरें बहुत उम्दा […]

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