Tag: भारत सरकार

पर्वतीय लोकविकास समिति की नई कार्यकारिणी का गठन

पर्वतीय लोकविकास समिति की नई कार्यकारिणी का गठन

दिल्ली-एनसीआर
भारतीय हिमालयी राज्यों और गांवों के विकास के लिए 2005 में गठित पर्वतीय लोकविकास समिति ने अप्रैल 2025 से 2027 तक की अवधि के लिए नई कार्यकारिणी घोषित की है. दिल्ली से केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में मीडिया सलाहकार और वरिष्ठ शिक्षाविद एवं पत्रकार प्रो.सूर्य प्रकाश सेमवाल को समिति का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है. पूर्व में समिति के संस्थापक कोषाध्यक्ष रहे प्रसिद्ध योग विशेषज्ञ डॉ. शशिमोहन शर्मा चेयरमैन चुने गए हैं. हिमाचल प्रदेश मूल के वरिष्ठ पत्रकार और लेखक  श्री सुरेंद्र सिंह डोगरा वरिष्ठ उपाध्यक्ष चुने गए हैं तो उत्तरकाशी के रहने वाले पाञ्चजन्य और ऑर्गेनाइजर के आर्ट डायरेक्टर श्री शशि मोहन रावत को उपाध्यक्ष चुना गया है. पूर्व में समिति में सचिव, कोषाध्यक्ष और सांस्कृतिक सचिव रह चुके प्रसिद्ध कवि और सामाजिक कार्यकर्ता बीर सिंह राणा को समिति का महासचिव चुना गया है. पूर्व क...
मुख्यमंत्री धामी ने उद्योगों को प्राप्त अनुदान धनराशि का किया डिजिटल स्थानान्तरण, 90 करोड़ रूपये लाभार्थियों के खातों में स्थानान्तरित

मुख्यमंत्री धामी ने उद्योगों को प्राप्त अनुदान धनराशि का किया डिजिटल स्थानान्तरण, 90 करोड़ रूपये लाभार्थियों के खातों में स्थानान्तरित

उत्तराखंड हलचल
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने औद्योगिक विकास योजना के अन्तर्गत स्थापित उद्योगों को भारत सरकार से प्राप्त अनुदान धनराशि का डिजिटल स्थानान्तरण किया। मुख्यमंत्री ने 40 औद्योगिक ईकाइयों को स्वीकृत 90 करोड़ रूपये की धनराशि लाभार्थियों के खातों में स्थानान्तरित की। भारत सरकार की औद्योगिक विकास योजना 2017 के अन्तर्गत हिमालयी राज्यों उत्तराखण्ड एवं हिमाचल प्रदेश में औद्योगिकरण को प्रोत्साहित किये जाने के लिए स्थापित होने वाली विनिर्माण एवं सेवा क्षेत्र की इकाईयों को संयंत्र और मशीनरी में किये गये निवेश पर 30 प्रतिशत की दर से अधिकतम 05 करोड़ रूपये तक की सब्सिडी दी जाती है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में उद्योगों के विकास के लिए औद्योगिक विकास योजना के माध्यम से राज्य को सहयोग प्रदान करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल का आभार ...
मौलिकता की पहचान

मौलिकता की पहचान

कला-रंगमंच
लोकजीवन का चेहरा भी प्रस्तुत कर रहे हैं जगमोहन बंगाणी अतुल शर्मा जगमोहन बंगाणी ने अपनी पहचान बनाई है. जब हम यह कहते हैं तो उसके पीछे पूरा एक संघर्षशील समय सामने आ जाता है. कहां से कला और कलाकार की यात्रा आरम्भ हुई इसके बारे मे जान because लेना ज़रुरी है. पहाड़ की ज़मीन से जुड़कर दुनियां को महसूस करने की यात्रा है प्रसिद्ध चित्रकार जगमोहन बंगाणी की. रंगो और शिल्प के साथ सार्वभौमिक मानव मूल्यों के प्रति सचेत है बंगाणी की विलक्षण कला. तो इसे शुरु से ही शुरु करते हैं. पहाड़ पहाड़ के मनोभावों से मिलते जुलते रंग संयोजन के प्रतिबिंब बंगाणी की चित्रकला मे नजर आते हैं. बने बनाये चौखटों को तोड़ा है और अन्तरंग रचनात्मक यात्रा के प्रतिबद्ध रहे हैं. नये रास्तो की अन्वेषणात्मक खोज और मनो भावों और संघर्ष की अनुभूति देते चेहरे पहाड़ से बहुत करीबी  रिश्ता बनाते हैं. बहुत ही शुरुआती चित्रों में ...