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रैबार—2022: उत्तराखंड का देश की सुरक्षा में अहम योगदान: सीडीएस जनरल अनिल चौहान

रैबार—2022: उत्तराखंड का देश की सुरक्षा में अहम योगदान: सीडीएस जनरल अनिल चौहान

देश—विदेश
हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली तीन बार ‘रैबार’ उत्तराखंड में करने के बाद इस बार ‘रैबार’ का आयोजन दिल्ली एनसीआर में बसे उत्तराखंडियों के बीच किया गया. 17 दिसंबर 2022 को दिल्ली में हो रहे ‘रैबार’ संवाद कार्यक्रम की थीम - विजन ऑफ न्यू उत्तराखंड 2030’ है. इस थीम के साथ हम उत्तराखंड राज्य की भविष्य की योजनाओं और सपनों को सरकार करने लिए प्रतिनिधियों के साथ अलग-अलग क्षेत्रों के प्रबुद्ध लोगों के माध्यम से समझेंगे. इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के पहाड़ों से लेकर तराई के मैदानों तक की समझ रखने वाले रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, उत्तराखंड को लेकर विकास की एक नई सोच के प्रतीक राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और चीफ ऑफ डिफेंस जनरल अनिल चौहान, उत्तराखंड सराकर में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, डीजी इंडियन स्पेस एसोसिएशन लेफ्टिनेंट जनरल अनिल भट्ट और प्रसिद्ध गीतकार प्रसून जोशी की गरिमामयी उपस्थिति में इस ’विजन फ़ॉर न...
याद करना लोक-संस्कृति के अध्येता को

याद करना लोक-संस्कृति के अध्येता को

उत्तराखंड हलचल
डॉ. गोविन्द चातक की पुण्यतिथि (9 जून, 2007) पर विशेष चारु तिवारी ‘‘सदानीरा अलकनंदा की तरल तरंगों ने राग और स्वर देकर, उत्तुंग देवदारु के विटपों ने सुगंधिमय स्वाभिमान देकर और हिमवन्त की सौंदर्यमयी प्रकृति ने अनुभूतियां प्रदान कर गोविन्द चातक की तरुणाई का संस्कार किया है. इसलिये चातक प्रकृत कवि, कोमल भावों के उपासक, लोक जीवनके गायक और शब्द शिल्पी बने हुये हैं.’’ (सम्मेलन पत्रिकाः लोक संस्कृति अंक) गढ़वाल की लोकविधाओं के संरक्षण और प्रचार-प्रसार में ही उन्होंने अपना जीवन लगा दिया. एक गहन अध्येता, संवेदनशील लेखक, प्रतिबद्ध शिक्षक, कुशल नाटककार, गूढ़ भाषाविद, प्रबुद्ध आलोचक, लोक विधाओं के शोधकर्ता के रूप में उनका योगदान हमेशा याद किया जायेगा. गढ़वाली भाषा और साहित्य के एक ज्ञानकोश के रूप में हम सब उन्हें जानते हैं. वे अपने आप में एक पहाड़ थे. लोक साहित्य और लोकभाषा के. लोक वि...