Tag: महासू मंदिर

महाराज ने बस संचालन के लिए हिमाचल के परिवहन मंत्री से किया अनुरोध, पत्र भेजकर रखी मुद्दे की बात

महाराज ने बस संचालन के लिए हिमाचल के परिवहन मंत्री से किया अनुरोध, पत्र भेजकर रखी मुद्दे की बात

देहरादून
देहरादून। हनोल स्थित महासू मंदिर में देव दर्शनों के लिए जागरा (देवनायणी) राजकीय मेला पर्व पर उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों सहित के सीमावर्ती राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा के लिए राज्य सरकार आयोजन के बेहतर प्रबंधन में लगी है। हम सभी को सदभाव के साथ जांगड़े को सम्पन्न करवाने में अपना सहयोग देना चाहिए। उक्त बात प्रदेश के संस्कृति, धर्मस्व, पर्यटन, सिंचाई, लोक निर्माण, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण एवं जलागम, मंत्री सतपाल महाराज ने हनोल स्थित महासू मंदिर एवं दसऊ स्थित चालदा महाराज मंदिर परिसर में जागरा (देवनायणी) राजकीय मेला पर्व की तैयारियां को लेकर कही। उन्होंने कहा कि जौनसार बाबर के प्रमुख तीर्थ स्थल हनोल मंदिर में पूजा दर्शन के लिए हर वर्ष जांगड़े में हिमाचल से हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इसलिए उन्होंने हिमाचल से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हिमाचल के उ...
पहाड़ी वास्तुशिल्प का चितेरा- वास्तुविद कृष्ण चंद्र कुड़ियाल

पहाड़ी वास्तुशिल्प का चितेरा- वास्तुविद कृष्ण चंद्र कुड़ियाल

अभिनव पहल
 इन्द्र सिंह नेगी उत्तराखंड आध्यात्म एवं स्थापत्य की विशिष्ट शैली के लिए वैश्विक पटल पर जाना जाता है, यहाँ गंगोत्री, यमनोत्री, बद्रीनाथ, केदार नाथ, हनोल सहित अनेक देवालाय है जिसके दर्शनार्थ प्रति वर्ष आध्यात्मिक जगत के लोगों का तांता लगा रहा है जिससे ना केवल लोग अपनी आध्यात्मिक क्षुदा ना केवल शांत करते हैं बल्कि इसके साथ-साथ यहाँ के प्राकृतिक सौन्दर्य से भी आनंदित होतें है. इस पहाड़ी प्रदेश के लोगों की जीविका का आध्यात्मिक-पर्यटन मजबूत आधार हैं जिससे अनेकों लोग जुड़े हुये हैं. यहाँ के देवालय नागर, कत्युरी, हिमान्द्री, नाग/गुर्जर प्रतिहार, हयूण, द्रविड, फास्णा, बलभी, पंचायण, राजस्थानी, दक्षिण भारतीय, केदार नाथ आदि मंदिर स्थापत्य मंदिर शैलियाँ है. टोंस-यमुना घाटी के जनवासों और देवालयों को यहाँ अलग तरह से देखा जा रहा है, इन घाटियों में देवदार की अधिकता के कारण जनवास और देवालयों में पत...