नितिन गडकरी ने कहा कि ‘पर्वतमाला परियोजना’ के तहत भारत सरकार की योजना, 5 वर्षों में 1,200 किमी से अधिक रोपवे लंबाई की 250 से अधिक परियोजनाओं का विकास करने की है. उन्होंने कहा कि हमारा फोकस भारत सरकार के 60 प्रतिशत के योगदान सहायता के साथ हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल के तहत पीपीपी पर है. हम ‘मेक इन इंडिया’ की पहल के तहत रोपवे के पुर्जों के विनिर्माण को बढ़ावा दे रहे हैं.
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ऑस्ट्रिया के इंसब्रुक में अल्पाइन टेक्नोलॉजीस के लिए अग्रणी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले ‘इंटरअल्पाइन 2023 मेला’ को संबोधित किया. यह मेला उद्योग की प्रमुख कंपनियों, सेवा प्रदाताओं और केबल कार उद्योग के निर्णयकर्ताओं को एक साथ एकत्रित करती है.
नितिन गडकरी ने कहा कि ‘पर्वतमाला परियोजना’ (Parvatmala Project) के तहत भारत सरकार की योजना, 5 वर्षों में 1,200 किमी से अधिक रोपवे लंबाई की 250 से अधिक परियोजनाओं का विकास करने की है. उन्होंने कहा कि हमारा फोकस भारत सरकार के 60 प्रतिशत के योगदान सहायता के साथ हाइब्रिड एन्यूटी मॉडल के तहत पीपीपी पर है. उन्होंने कहा कि हम ‘मेक इन इंडिया’ (Make in India) की पहल के तहत रोपवे के पुर्जों के विनिर्माण को बढ़ावा दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हम टिकाऊ और सुरक्षित परिवहन सुनिश्चित करने के लिए और इस परिवर्तनकारी यात्रा का हिस्सा बनने के लिए, जबकि हम भारतीय अवसंरचना को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जा रहे हैं, वर्तमान रोपवे मानकों को बढ़ाने में भाग लेने के लिए ऑस्ट्रिया और यूरोप के उद्योगों को प्रोत्साहित करते हैं.
नितिन गडकरी ने हाई-टेक सॉल्यूशंस, नवोन्मेषी डिजाइनों, शीर्ष गुणवत्ता तथा कार्यक्षमता प्रस्तुत करने और इस प्रकार सुविधाजनक और पर्यावरण के अनूकूल रोपवे यात्री परिवहन का मार्ग प्रशस्त करने वाली विश्व की अग्रणी विनिर्माता कंपनियों की प्रदर्शनियों का भी अवलोकन किया.