
राजेश भंडारी टिहरी जिले के प्रतापनगर ब्लॉक के ग्राम पंचायत पड़िया के रहने वाले हैं. उनकी इस उपलब्धि से उत्तराखंड में खुशी की लहर है. वह भारतीय वायुसेना के इतने उच्च पद पर पहुंचने वाले वह टिहरी के दूसरे अधिकारी हैं.
एयर वाईस मार्शल (Air Vice Marshal) राजेश भंडारी (Rajesh Bhandari) को वायुसेना (Air force) में उप प्रमुख बनाया गया है. राजेश भंडारी एयर चीफ मार्शल के पीएसओ (Principal Staff Officer) होंगे. वह 15 दिसम्बर 1990 में भारतीय वायुसेना में कमीशंड आफिसर हुए थे. उसके बाद 1 फरवरी 2022 को एयर कमोडोर के पद पर पदोन्नत हुए थे.
एयर वाईस मार्शल राजेश भंडारी को इंडियन एयर फोर्स के तीसरे सर्वोच्च पद पर पदोन्नति मिली है. राजेश भंडारी टिहरी जिले के प्रतापनगर ब्लॉक के ग्राम पंचायत पड़िया के रहने वाले हैं. उनकी इस उपलब्धि से उत्तराखंड में खुशी की लहर है. वह भारतीय वायुसेना के इतने उच्च पद पर पहुंचने वाले वह टिहरी के दूसरे अधिकारी हैं.
इससे पहले प्रतापनगर विधानसभा क्षेत्र के नेल्डा गांव निवासी एयर मार्शल विजयपाल सिंह राणा वायुसेना के उच्च पद पर पहुंचे थे. एयर मार्शल वीपीएस राणा एओए के पद से सेवानिवृत हुए थे. वे एयर चीफ मार्शल के सलाहकार के पद पर पहुंचने वाले टिहरी के पहले और उत्तराखंड के दूसरे ऑफिसर थे. उन्होंने भी एयर वाईस मार्शल राजेश भंडारी की नियुक्ति पर खुशी जताई है.
एयर वाईस मार्शल राजेश भंडारी की शिक्षा-दीक्षा देहरादून में हुई है उनके पिता स्व. ललित सिंह भंडारी एसएसबी से एसएसपी रिटायर्ड थे, जबकि माता स्व. रामेश्वरी देवी गृहणी थी. उनके बड़े भाई कुलदीप भंडारी उत्तरकाशी में व्यवसायी हैं, जबकि बड़ी बहन सुनीता नेगी चंडीगढ़ और सावित्री भंडारी जोधपुर में निवासरत हैं. दोनों बैंक से रिटायर्ड हैं.
एयर वाईस मार्शल राजेश भंडारी की पत्नी ज्योति भंडारी दिल्ली के ख्याति प्राप्त गोयनका स्कूल दिल्ली में शिक्षिका रही हैं. पुत्री स्वाति भंडारी बेंगलुरु में डॉक्टर और पुत्र तेजस भंडारी बैंगलुरू से एमबीए कर रहा है. एयर वाईस मार्शल राजेश भंडारी के उप सेना प्रमुख बनने से गांव के लोगों में खुशी की लहर है. गांव के लोगों का कहना है कि वह शादी समारोह और पूजा-अर्चना कार्यक्रमों में गांव जरूर आते हैं.
गांव के लोगों ने बताया कि एयर वाईस मार्शल राजेश भंडारी चार माह पूर्व ही गांव में आयोजित सामूहिक पूजा कार्यक्रम में पहुंचे थे. गांव के बुर्जुग लोगों का कहना है कि वह बचपन से ही होनहार और कुशाग्र बुद्धि के थे. अपनी मेहनत और जज्बे से आज वह एयर वाईस मार्शल पद तक पहुंचे हैं.