दिल्ली-एनसीआर

देश के प्रथम सीडीएस स्व. जनरल बिपिन रावत को तीसरी पुण्यतिथि पर किया गया नमन

देश के प्रथम सीडीएस स्व. जनरल बिपिन रावत को तीसरी पुण्यतिथि पर किया गया नमन

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हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को हमसे बिछुडे़ तीन वर्ष हो गए हैं. 8 दिसंबर 2021 का वह दिन कोई नहीं भूल सकता जब जनरल बिपिन रावत हवाई दुर्घटना का शिकार होकर इस दुनिया को छोड़कर चले गये थे. भारत माता के लाल जनरल बिपिन रावत की स्मृतियां आज भी हमारे जेहन में ताजा हैं. जनरल बिपिन रावत की यादों को ताजा रखने के लिए जीबीआर मेमोरियल फाउंडेशन ऑफ का इंडिया का गठन किया गया है. जनरल बिपिन रावत की तीसरी पुण्यतिथि पर दिल्ली के कोटा हाउस, नवल ऑफीसर मैस में जीबीआर फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया. जिसमें उपसेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एन एस राजा सुब्रमणि और वाइस एडमिरल अतुल आनंद, सैन्य मामलों के विभाग में अतिरिक्त सचिव ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए. इसके अलावा जीबीआर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एवं पूर्व वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया, स्वर्गीय ज...
सामाजिक संस्था ‘उत्तरांचल भ्रात्रि सेवा संस्थान’ का सातवां स्थापना दिवस समारोह सम्पन्न

सामाजिक संस्था ‘उत्तरांचल भ्रात्रि सेवा संस्थान’ का सातवां स्थापना दिवस समारोह सम्पन्न

दिल्ली-एनसीआर
सी एम पपनैं नई दिल्ली. 24 नवम्बर को आईटीओ स्थित प्यारे लाल भवन सभागार में नि:स्वार्थ सेवाभाव, सद्भाव, सहयोग तथा संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की मानवीय जन सेवाओ के बल निरंतर ख्याति के शिखर पर अग्रसर सामाजिक संस्था 'उत्तरांचल भ्रात्रि सेवा संस्थान' द्वारा सातवां स्थापना दिवस समारोह बड़े धूमधाम से खचाखच भरे सभागार में मनाया गया. स्थापना दिवस के इस पुनीत अवसर पर वर्ष 2024 के पंच विभूति सम्मान तथा उत्तराखंड गौरव सम्मान मुख्य व विशिष्ट अतिथियों के कर कमलों प्रदान किए गए. उत्तराखंड के लोकगीतों व नृत्यों की मनोहारी प्रस्तुतियां संस्थान से जुडे सैकड़ों सेवा मित्रों, दिल्ली एनसीआर की अनेकों सामाजिक संस्थाओं से जुड़े प्रबुद्ध समाजसेवियों, संस्कृति कर्मियों, व्यवसाइयों तथा पत्रकारों की उपस्थिति में मंचित किए गए. स्थापना दिवस समारोह से पूर्व आईटीओ स्थित प्रेस एरिया में म...
गंगा, नदी नहीं मां है और हमारी संस्कृति है : पद्मश्री उमाशंकर पांडेय

गंगा, नदी नहीं मां है और हमारी संस्कृति है : पद्मश्री उमाशंकर पांडेय

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जलवायु परिवर्तन से बदल रहा मौसम का मिजाज. प्रेरणा विमर्श 2024 के पंच परिवर्तन के पांच सूत्रों पर हुआ मंथन हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली नोएडा. प्रेरणा शोध संस्थान न्यास के तत्वावधान में नोएडा के सेक्टर 12 स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित 'प्रेरणा विमर्श 2024' के अंतर्गत पंच परिवर्तन के पांच सूत्रों पर तीन दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन पर्यावरण, कुटुंब प्रबोधन और सामाजिक समरसता पर देश के मूर्धन्य लेखकों, विचारकों और विद्वानों ने चर्चा कर जलवायु परिवर्तन से प्रभावित वैश्विक पर्यावरण, संस्कारों की कमी से बिखरते कुटुंब और समाज में जाति धर्म के भेदभाव को दूर करने को समरसता के भाव को लेकर वक्ताओं ने विचार रख समस्याओं पर चिंतन और उनके समाधान रखे. कार्यक्रम के प्रथम सत्र में पर्यावरण विषय "माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्या" पर मंथन करते हुए मुख्य अतिथि पर्यावरणविद और जल योद्धा उमाशंकर पांडेय...
पाञ्चजन्य एवं Organiser के आर्ट डायरेक्टर शशि मोहन रवांल्टा ‘हिलरत्न सम्मान’ से सम्मानित

पाञ्चजन्य एवं Organiser के आर्ट डायरेक्टर शशि मोहन रवांल्टा ‘हिलरत्न सम्मान’ से सम्मानित

दिल्ली-एनसीआर
हिलमेल के रैबार कार्यक्रम में उत्तराखंड के उच्च शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के हाथों मिला सम्मान प्रदीप रावत 'रवांल्टा' पाञ्चजन्य एवं Organiser के आर्ट डायरेक्टर शशि मोहन रवांल्टा को हिल-मेल की ओर से 'हिलरत्न सम्मान' से सम्मानित किया गया है. शशि को यह सम्मान दिल्ली में आयोजित हिलमेल के रैबार कार्यक्रम में दिया गया. इससे पहले भी शशि मोहन रवांल्टा को कई अन्य सम्मान भी मिल चुके हैं. शशि मोहन रवांल्टा दिल्ली में रहते हैं, लेकिन दिल हमेशा अपने उत्तराखंड और अपनी थाती-माटी के लिए धड़कता है. उन्होंने रिवर्स माइग्रेशन की मिसाल पेश की. अपनी संस्कृति के प्रति उनका लगाव किसी से छुपा नहीं है. उनको हमेशा ही अपने लोक की चिंता रहती है. केवल चिंता ही नहीं, बल्कि उन्होंने धरातल पर भी काम करके दिखाया. शशि ने नौगांव में रवांई लोक महोत्सव की शुरुआत की. यह महोत्सव रवांई में एक नई सोच ...
उत्तराखंड से पलायन बढ़ना काफी चिंताजनक : योगी आदित्यनाथ

उत्तराखंड से पलायन बढ़ना काफी चिंताजनक : योगी आदित्यनाथ

दिल्ली-एनसीआर
हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली हिल-मेल द्वारा दिल्ली के अंबेडकर सेंटर में रैबार कार्यक्रम का आयोजिन किया गया. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, गढ़वाल के सांसद अनिल बलूनी, सीडीएस जनरल अनिल चौहान, उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, सीबीएफसी के चेयरमैन प्रसून जोशी, एनडीएमए के सदस्य राजेंद्र सिंह, पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, जीबी पंत यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ मनमोहन सिंह चौहान, सीडाट कॉम के सीईओ एंव चेयरमैन बोर्ड डॉ राज कुमार उपाध्याय, यूपीएससी के सदस्य मनोज रावत, असम राइफल्स के महानिदेशक ले जनरल विकास लखेड़ा समेत कई गणमान्य लोक शामिल हुए. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऑनलाइन जुड़कर रैबार कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. इस अवसर पर डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड सरकार बच्चों की शि...
उत्तराखंड राज्य अतिथि गृह ‘उत्तराखंड निवास’ का नई दिल्ली में मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण

उत्तराखंड राज्य अतिथि गृह ‘उत्तराखंड निवास’ का नई दिल्ली में मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण

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उत्तराखंड निवास में राज्य की संस्कृति, लोक कला और वास्तुकला का किया गया है समावेश नई दिल्ली. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नई दिल्ली के चाणक्यपुरी में उत्तराखंड राज्य अतिथि गृह ‘उत्तराखंड निवास’ का लोकार्पण किया. इस भव्य उत्तराखंड निवास का निर्माण लगभग 120 करोड़ 52 लाख की लागत से किया गया है. इस अवसर पर सबसे पहले मुख्यमंत्री ने अल्मोड़ा जनपद के मार्चुला बस दुर्घटना में दिवंगत आत्माओं की शांति और उनके परिवारजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज हम सब उत्तराखंड निवास के लोकार्पण के ऐतिहासिक पल के साक्षी बन रह हैं. उत्तराखंड निवास में राज्य की संस्कृति, लोक कला और वास्तुकला का समावेश किया गया है. उत्तराखंड की अद्वितीय कला की छाप उत्तराखंड निवास संजोये हुए है. इसकी दीवार पारंपरिक रूप से पहाड़ी शैली के सुंदर पत्थरों से निर्मित है, जो हमारी सा...
कुमाउनी रामलीला: पहाड़ की सांस्कृतिक धरोहर का अद्वितीय सौंदर्य

कुमाउनी रामलीला: पहाड़ की सांस्कृतिक धरोहर का अद्वितीय सौंदर्य

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दिल्ली में होगी उत्तराखंड की गायन प्रधान रामलीला उत्तराखंड की प्रचलित "कुमाउनी रामलीला" की परंपरा अपने आप में अद्वितीय है, जिसमें संगीत, नाटक और लोक कला का अद्भुत संगम देखने को मिलता है. यह रामलीला उत्तराखंड की लोकसंस्कृति से गहराई से जुड़ी हुई है, जिसमें राग-रागिनियों के माध्यम से संवाद प्रस्तुत किए जाते हैं. विशेष रूप से भैरवी, मालकौंश, जयजयवंती, विहाग, पीलू और माण जैसे रागों में चौपाई, दोहा और सोरठा का गायन किया जाता है. दादरा और कहरवा तालों का तालमेल भी इस प्रस्तुति में प्रमुख भूमिका निभाता है, जो दर्शकों को एक अद्भुत लोकसंगीत का अनुभव देता है. सांस्कृतिक स्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र (संस्कृति मंत्रालय-भारत सरकार) सीनियर फैलोशिप अवॉर्डी व  "कुमाऊनी शैली" की रामलीला पर वृहद शोध कार्य कर चुके वरिष्ठ लेखक हेमंत कुमार जोशी जी ने 'श्रीराम सेवक पर्वतीय कला मंच' के इस प्रयास की सराहना   की ...
लोक गीतों और नाटकों के साथ संपन्न हुआ ‘अभिव्यक्ति कार्यशाला’ का वार्षिक आयोजन

लोक गीतों और नाटकों के साथ संपन्न हुआ ‘अभिव्यक्ति कार्यशाला’ का वार्षिक आयोजन

दिल्ली-एनसीआर
सी एम पपनैं, वरिष्ठ पत्रकार  नई दिल्ली. उत्तराखंड के प्रबुद्घ प्रवासियों द्वारा दिल्ली एनसीआर में वर्ष 1987 में गठित सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था 'अभिव्यक्ति कार्यशाला' द्वारा आयोजित 18 और 19 अक्तूबर की सायं मंडी हाउस स्थित एलटीजी सभागार में भव्य वार्षिक आयोजन 'आवाहन-2024' संपन्न हुआ. वार्षिक आयोजन के इस अवसर पर 18 अक्टूबर की सायं पहाड़ी सोल से जुड़े संगीतकार राकेश भारद्वाज 'राही' के संगीत निर्देशन में उत्तराखंड अंचल के सदाबहार लोकगीतों की प्रस्तुति 'लोक के रंग फ्यूजन के संग' में उत्तराखंड के युवा गायकों में प्रमुख सौरभ मैठाणी, सत्यम तेजवान, उषा पांडे, दीपा पंत तथा भुवन रावत द्वारा अंचल के लोकगीत प्रस्तुत किए गए. वार्षिक आयोजन की दूसरी सायं 19 अक्टूबर को 'भाव राग ताल नाट्य अकादमी', पिथौरौरागढ़ द्वारा मंचित नाटक 'बाघैन' तथा 'संभव परिवार मंच', देहरादून द्वारा मंचित एकांकी नाटक 'फट जा पंच...
जन सरोकारों को समर्पित पत्रिका ‘अलकनंदा’ संस्थापक संपादक स्व.स्वरूप ढौंढियाल की 91वीं जयंती सम्पन्न

जन सरोकारों को समर्पित पत्रिका ‘अलकनंदा’ संस्थापक संपादक स्व.स्वरूप ढौंढियाल की 91वीं जयंती सम्पन्न

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सी एम पपनैं, वरिष्ठ पत्रकार  नई दिल्ली. उत्तराखंड के साहित्यकारों, पत्रकारों, विभिन्न सांस्कृतिक व सामाजिक संगठनों से जुड़े रंगकर्मियों व समाज सेवियों की उपस्थिति में जन सरोकारों को समर्पित मासिक पत्रिका 'अलकनंदा' परिवार द्वारा अपने संस्थापक संपादक स्व.स्वरूप ढौंडियाल की 91वीं जयंती का आयोजन पूर्वी किदवई नगर स्थित बद्रीनारायण मंदिर प्रवचन सभागार में 29 सितंबर की सायं आयोजित की गई. साहित्यकार हेमा उनियाल, रमेश चन्द्र घिल्डियाल, दिनेश ध्यानी, दिल्ली पुलिस एसीपी राकेश रावत, भारत सरकार सेवानिवृत अधिकारी महेश चन्द्र, डॉ.बी सी लखेड़ा, ललित प्रसाद ढौंढियाल, वासवानंद ढौंढियाल, मणी ढौंढियाल, पी डी दिवान, प्रोफेसर पवन मैठाणी, वरिष्ठ पत्रकार व्योमेश जुगरान, चारू तिवारी, योगम्बर सिंह बिष्ट, चन्द्र मोहन पपनैं, शशि मोहन रवांल्टा, रंगकर्मी बृज मोहन वेदवाल, दर्शन सिंह रावत, उमेश बंदूनी इत्यादि इत्यादि...
विश्व पर्यटन दिवस: चयनित ग्रामों के प्रधानों ने प्राप्त किया पुरस्कार

विश्व पर्यटन दिवस: चयनित ग्रामों के प्रधानों ने प्राप्त किया पुरस्कार

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जखोल गांव को साहसिक पर्यटन, सूपी को कृषि पर्यटन और हर्षिल व गुंजी गांव को वाइब्रेंट विलेज के लिए मिला पुरस्कार नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विश्व पर्यटन दिवस समारोह के आयोजन में उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया. पुरस्कार वितरण समारोह में उत्तराखण्ड के चयनित ग्रामों के प्रधानों द्वारा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार प्राप्त किया गया. इस वर्ष सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता में उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले के जखोल गांव को साहसिक पर्यटन के लिए चुना गया, जो अपनी ऊंचाई, खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों और चुनौतीपूर्ण ट्रेकिंग रूट्स के लिए जाना जाता है. साहसिक गतिविधियों के शौकीनों के बीच यह गांव तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. उत्तरकाशी जिले के ही हर्षिल गांव और पिथौरागढ़ जिले के गुंजी गांव को वाइब्रेंट विलेज के रूप में सम्मानित क...