पार्टी को उम्मीद यूपी में युवाओं को जोड़ेंगे युवा मंत्री अनुराग ठाकुर
- अरविन्द मालगुड़ी, नई दिल्ली
जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आ रहे हैं वैसे-वैसे यूपी के रण के लिए भाजपा अपनी मोर्चेबंदी कर विपक्ष को चित्त करने का प्लान बना रही है. उत्तर प्रदेश भारत के उन राज्यों में है जहां पर युवा मतदाताओं की बड़ी संख्या है और ये मतदाता किसी भी पार्टी की किस्मत बदल सकते हैं. सभी पार्टियां इन्हें हमेशा से अपने पक्ष में
करने के लिये कई हथकंडे अपनाती आयी है. इन्हीं मतदाताओं को अपने पाले में करने और रिझाने के लिए भाजपा, यूथ आइकॉन माने जाने वाले, युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय व सबसे युवा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर पर दांव लगा रही है. पहले उन्हें सह चुनाव प्रभारी बना उत्तर प्रदेश भेजा गया और फिर उनके ऊपर राज्य के युवा वोटरों को जोड़ने के अलावा प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ ही सोशल मीडिया में चलने वाले चुनावी कैंपेन की कमान भी दे दी गयी.ज्योतिष
युवाओं की चुनावी भूमिका
धिरे धीरे ही सही चुनावों में युवाओं की अहम भूमिका होती जा रही है , ये ऐसा वर्ग तैयार हो रहा है जो जाति धर्म से ऊपर उठकर वोट करता है. उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में जहाँ युवा वर्ग बहुत
बड़ी संख्या में है वहां इसका प्रभाव होना स्वाभाविक है. कोरोना के बाद जिस प्रकार के हालत हैं उससे ये वर्ग अपने भविष्य को लेकर संसय में है जिसका लाभ विपक्षी दल लेने की फ़िराक़ में है. अखिलेश यादव और प्रियंका गाँधी भी युवा के रूप में यू पी के युवाओं को अपनी और मोड़ने की कोशिश करने में लगे हैं पर अनुराग के रूप में भाजपा ने ट्रंप कार्ड खेला है.ज्योतिष
क्यों है अनुराग ठाकुर पर भरोसा
अनुराग ठाकुर पर भरोसा करने की कई सारी वजह भाजपा संगठन के पास हैं अनुराग का पिछला प्रदर्शन रिजल्ट ओरिएंटेड रहा है वो जब युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे तब से अब तक
उन्होंने हमेशा से प्रभावी रूप से काम किया है. तब से अब तक उन्होंने युवाओं को अपने आस पास ही केंद्रित रखा है आज भी भाजपा युवा मोर्चा के बीच वो काफी प्रसिद्ध हैं. अपने गृह प्रदेश हिमाचल में भी अपने काम करने के अपने ढंग से युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं.युवा मोर्चा के कई लोग कहते हैं कि आज भी हर राज्य के युवा मोर्चा पर उनकी छाप और मजबूत पकड़ है जिसे पार्टी अच्छी तरह जानती है और जिसका फायदा उत्तर प्रदेश के बड़े चुनाव में
पार्टी चाहती है. इसके अलावा अनुराग ठाकुर को हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुए लोकल बॉडी के चुनाव की ज़िम्मेदारी दी गई थी जो उन्होंने बख़ूबी निभाई और पार्टी ने इन चुनावों में अच्छा प्रदर्शन कर पहली बार कश्मीर घाटी में भी अपनी उपस्थिति दर्ज़ की थी. तब भी उनका जादू युवाओं के सर चढ़ कर बोला था और उनके काम करने के तरीके को पार्टी में काफी सरहाना मिली थी.ज्योतिष
अनुराग की पहचान एक अच्छे वक्ता के तौर पर भी है उनके कई संसद में दिए गए भाषण सोशल मिडिया पर वाइरल हो चुके हैं वे हमेशा से संसद में और बाहर राहुल गाँधी को घेरते आये हैं और अपनी बोलने के प्रभावी तरीके से उनकी बात हाथों हाथ लोगों ने ली है. अनुराग लगातार तीसरी बार संसद में पहुंचे हैं उनके यूथ
आइकॉन कहलाने के पीछे उनका कार्य करने का तरीका माना जाता है वे हमेशा से खेलों को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत रहे हैं वे दूसरे सबसे कम उम्र के भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष रहे हैं इसके साथ मौजूदा केंद्र सरकार में अनुराग ठाकुर ऐसे पहले व्यक्ति हैं जो भारतीय सेना की टेरिटोरियल इकाई में कैप्टन के तौर नियुक्त हैं जो युवाओं को उनके प्रति विश्वसनीय बनाता है.ज्योतिष
उनके ऐसी ही प्रभावी व्यक्तित्व के कारण आने वाले चुनावों में अब उनसे एक बड़े वर्ग को अपने साथ जोड़ने उम्मीद उनसे भाजापा फिर कर रही है. इसके अलावा वे युवाओं को बेहतर ढंग से केंद्र और राज्य की मौजूदा और भविष्य की योजनाएं युवाओं से साझा कर सकेंगे क्योंकि उनके पास ही युवाओं से सम्बंधित मंत्रालय की ज़िम्मेदारी है.
किसी भी चुनाव में युवाओं की बड़ी ज़िम्मेदारी होती है वो न केवल बड़ी संख्या में हैं इसके अलावा वो पार्टी के पक्ष में हवा बनाने का भी दम रखते हैं. पार्टी ने अनुराग ठाकुर पर बड़ा दांव खेला है अब गेंद उनके पाले में है देखना है अनुराग कैसा खेल दिखाते हैं.(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं)