उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का आयोजन

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Uttarakhand Jharkhand Mahotsav

नई दिल्ली.  आज से 22 वर्ष पूर्व देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा बनाए गए तीनों राज्य चाहे  उत्तराखंड हो, झारखंड अथवा छतीशगढ़ केंद्र सरकार की योजनाओं का असर और लाभ  आज सब जगह दिख रहा है,लेकिन इन राज्यों की सरकारों को भी लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए ठोस प्रयास करने चाहिए. देवभूमि और चारधाम यात्रा के केंद्र उत्तराखंड में हुए पलायन के बाद योजनाबद्ध तरीके से जमीनों पर अवैध निर्माण की खबरें चिंतित करने वाली हैं, इसलिए प्रवासी लोगों को विशेष अवसरों और उत्सवों पर कम से कम अपने गांव घर को देखने अवश्य जाना चाहिए.

ये विचार पर्वतीय लोकविकास समिति, उत्तराखंड विकास एवं सांस्कृतिक समिति और उत्तराखंड महिला कल्याण समिति द्वारा मां नंदा देवी मंदिर परिसर, इंद्रा पार्क, पालम नई दिल्ली में आयोजित  राज्योत्सव समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पाञ्चजन्य के संयुक्त संपादक श्री अरूण कुमार सिंह ने व्यक्त किए.

पर्वतीय लोकविकास समिति के संयोजक प्रो.सूर्य प्रकाश सेमवाल ने कहा कि झारखंड और छत्तीसगढ़ की तुलना में देवभूमि उत्तराखंड के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का विशेष लगाव है,जिसका परिणाम ये है कि मात्र इन 8 वर्षों में  ही राज्य का कायाकल्प हुआ है. लेकिन राज्य की अस्मिता, स्वाभिमान, पलायन, सांस्कृतिक  साहित्यिक और भाषाई पहचान के लिए जितना होना अपेक्षित था,वह अभी होना  शेष है. मैदान और तराई के साथ दुर्गम क्षेत्रों में ठोस विकास करने की आवश्यकता है.

समारोह में सेवा भारती के महासचिव इंद्र नारायण तिवारी, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता संजीव झा, वरिष्ठ नागरिक प्रकोष्ठ भाजपा के सह संयोजक श्याम लाल मजेड़ा  और इंजीनियर मान सिंह  ने तीनों राज्यों की उपलब्धि और समस्याओं पर अपने विचार रखे. इस अवसर पर गंभीर सिंह नेगी अध्यक्ष उत्तराखंड विकास एवं सांस्कृतिक समिति, श्रीमती विमला रावत पूर्व अध्यक्ष उत्तराखंड महिला कल्याण समिति श्रीमती सीता बिष्ट पूर्व प्रधान उत्तराखंड महिला कल्याण समिति, श्रीमती सावित्री जोशी,सचिव उत्तराखंड एकता मंच,दर्शन सिंह रावत, कैप्टन दिलवान सिंह बिष्ट, राजेंद्र सिंह नेगी, लक्ष्मी प्रसाद सेमवाल,गोविंद सिंह नेगी, देवानंद नौनी, नीरज नेगी, सुनील बेनीवाल, महावीर नेगी, यशवंत सिंह नेगी, कुलदीप सिंह पटवाल,लक्ष्मण सिंह रावत, रवि बिष्ट, बृजमोहन सेमवाल, सुंदरलाल आदि को सम्मानित किया गया. श्रीमति सरोजिनी रावत, श्रीमती सावित्री देवी, मंजू बिष्ट, आशा रावत, सरिता रावत, खिलपा देवी, पुष्पा नेगी, लता रावत, सुधा बिष्ट, सुनीता नेगी, राधा एवं भावना की टीम ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए.

कार्यक्रम का संचालन पर्वतीय लोकवीकास समिति के महासचिव  दीवान सिंह रावत ने किया. आभार उत्तराखंड संस्कृतिक एवं विकास समिति के महासचिव  बृजमोहन सेमवाल ने व्यक्त किया. कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्र उच्चारण द्वारा आचार्य रमेश भट्ट ने किया.

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