मुख्यमंत्री ने किया इंजी. ललित शौर्य की दो पुस्तकों का विमोचन

पिथौरागढ़: उत्तराखंड के चर्चित बाल साहित्यकार ललित शौर्य की दो पुस्तकों का विमोचन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया. मुख्यमंत्री आवास देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इंजी. ललित शौर्य द्वारा लिखित गंगा के प्रहरी एवं स्वच्छता ही सेवा नामक पुस्तकों का विमोचन किया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि ये पुस्तकें नदी संरक्षण एवं संवर्द्धन के साथ ही स्वच्छता जागरूकता में मील का पत्थर साबित होंगी. नमामि गंगे अभियान गंगा एवं सहायक नदियों के निर्मलीकरण का अभियान है. पुस्तक गंगा के प्रहरी नदियों के निर्मलीकरण एवं स्वच्छता के पक्ष को मजबूत करती है. स्वच्छता ही सेवा पुस्तक भी निश्चित ही स्वच्छ भारत अभियान में सहयोगी सिद्ध होगी.इंजी. शौर्य सराहनीय कार्य कर रहे हैं. आज की नई पीढ़ी को इनकी पुस्तकें पढ़नी चाहिए.

पुस्तक के लेखक इंजी. ललित शौर्य ने कहा कि वह लंबे समय से साहित्य लेखन का कार्य कर रहे हैं. पुस्तक गंगा के प्रहरी में गंगा एवं सहायक नदियों के बारे में जानकारी एवं उनके संरक्षण का आह्वाहन किया गया है. पुस्तक की दस कहानियों के माध्यम से गंगा के निर्मलीकरण पर जोर दिया गया है. दूसरी पुस्तक स्वच्छता के सिपाही में भी दस कहानियां संकलित हैं. ये कहानियां स्वच्छता जागरूकता की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. नई पीढ़ी इन कहानियों को पढ़कर निश्चित ही स्वच्छता के भाव को आत्मसात करेगी.

इंजी. ललित शौर्य विगत दस वर्षों से साहित्य सेवा में संलग्न हैं. उनकी अब तक बाल साहित्य की दस किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं. वह 6 किताबों का संपादन कर चुके हैं. साथ ही उनका एक कविता संग्रह भी प्रकाशित हो चुका है.शौर्य देश की प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं, समाचार पत्रों में लगातार प्रकाशित हो रहे हैं. उनकी रचनाएं अंतरष्ट्रीय स्तर पर कनाडा, अमेरिका आदि देशों में प्रकाशित हो चुकी हैं. ललित की कहानियों का अनुवाद अंग्रेजी, मराठी, तेलगु, कन्नड़, मलयालम, उर्दू, गुरुमुखी समेत अनेक भषाओं में हो चुका है. शौर्य को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान का प्रतिष्ठित उमाकांत मालवीय युवा बालसाहित्य सम्मान मिल चुका है. इसके अलावा वह अनेक राष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित हो चुके हैं.

इस अवसर पर इंजी विपिन, डां. अनिल शर्मा, रजनीश कौंसवाल, मुख्यमंत्री के कॉर्डिनेटर दलबीर दानू, सुशील कुमार, गौरव सैनी आदि लोग मौजूद थे.

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