Tag: ग्राम देवता

पामिण और सिलक्यारा टनल, यह महज एक संयोग नहीं?

पामिण और सिलक्यारा टनल, यह महज एक संयोग नहीं?

धर्मस्थल, लोक पर्व-त्योहार
शशि मोहन रवांल्टा आज बाबा बौखनाग देवता की पामिण है और आज ही सिलक्यारा टनल का उद्घाटन भी हो रहा है। इसे महज एक संयोग कहा जाए या फिर बाबा बौखनाग का चमत्कार! जो दोनों एक साथ हो रहे हैं। जहां एक ओर बौखटिब्बा नामक शिखर पर बाबा बौखनाग के पुजारी बाबा की पूजा-अर्चना कर रहे होंगे वहीं दूसरी ओर ठीक उसी बौखटिब्बा, राड़ी डांडे के नीचे सुरंग में राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्य मंत्री अजय टम्टा टनल का उद्धाटन करके गाड़ियों के काफिलों को हरी झंडी दिखा रहे होंगे। इसे महज एक संयोग ही कहा जाए या फिर बाबा का ही कोई चमत्कार माना जाए, जो दोनों एक दिन हो रहे हैं। क्या है पामिण बाबा बौखनाग की पामिण प्रत्येक वर्ष संक्रांति (चैत्र मास समाप्ति और बैशाख मास का प्रारंभ) के पहले रविवार अथवा बुधवार को उत्तरकाशी जिले के भाटिया गांव की प्रत्येक बिरादरी से एक व्यक्ति इस पूजा के...
ग्राम देवता के प्रति बढ़ती युवाओं की आस्था!

ग्राम देवता के प्रति बढ़ती युवाओं की आस्था!

टिहरी गढ़वाल
सदियों पुरानी घंडियाल देवता की 'जात' को पुनर्जीवित करते भिलंगना घाटी के जोगियड़ा गांव के युवा टिहरी गढ़वाल के विकास खंड भिलंगना, ग्राम सभा जोगियड़ा के युवाओं मैं आजकल एक नया उत्साह देखने को मिला रहा है. यह उत्साह है घंडियाल देवता की जात को लेकर. कई वर्ष पूर्व ग्रामवासी गांव से कुछ दूरी पर भगवान घंडियाल देवता की एक दिवसीय जात करते थे, जिसमें सभी लोग श्रद्धापूर्वक रात्रि व्रत लेकर, क्षेत्र, गांव एवं परिवार की सुख समृद्धि के लिए घंडियाल देवता का आशीष लेते थे. चूंकि यहा स्थान गांव के ठीक ऊपर है और ऐसी मान्यता है कि यंही से घंडियाल देवता पूरे गांव पर अपनी दृष्टि रखते हैं. समय के साथ-साथ गांव के लोग नौकरी-पेशे अथवा अन्य कारणों से गांव से दूर देश—प्रदेश में चले और कुछ लोग अपनी बच्चों की पढ़ाई को लेकर गांव से पलायन कर गए. धीरे—धीरे यह परम्परा खत्म होने के कगार पर पहुंच गई. लेकिन इस वर्ष युवाओं न...