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उत्तरकाशी : मोरी, पुरोला में अग्निकांड, मकान जलकर राख

उत्तरकाशी : मोरी, पुरोला में अग्निकांड, मकान जलकर राख

उत्तरकाशी
देहरादून: उत्तरकाशी जिले के मोरी क्षेत्र में भीषण अग्निकांड हुआ है। इस अग्निकांड में दो गांव में मकान जलकर राख हो गए। गनीमत रही कि इस भीषण अग्निकांड में लोगों की जानें बच गई। देर रात करीब 2:30 बजे ग्राम नानाई मोरी के उपली नासन में श्री गजेंद्र सिंह पुत्र निंबर सिंह वाले के आवासीय लकड़ी के मकान में शर्ट सर्किट होने के कारण आग लगने से मकान पूर्ण रूप से जलकर राख हो गया है। जिसमें दो कमरे कीचन व बाथरूम होने बताए गए। एक कमरे में संजना पुत्री चैन सिंह ग्राम मसरी तथा कंचन पुत्री चतुर देव ग्राम भीतरी वाली रहते थे तथा दूसरे कमरे पर अंकुश पुत्र पंचवटी ग्राम दोनी वाला रहता था। दोनों किराएदार मकान में वर्तमान में नहीं रह रहे थे, जिससे उनका अंदर रखा सामान बर्तन-बिस्तर आदि जलकर राख हो गए। अन्य कोई जन पशु हानि नही हुई हैं।वहीं, तहसील पुरोला क्षेत्रान्तर्गत ग्राम छाड़ा में अतर सिंह के कीचन में गैस सिल...
लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु संस्था ने किया जागरूक

लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु संस्था ने किया जागरूक

उत्तरकाशी
हिमांतर ब्यूरो, मोरीहरकीदून प्रोटेक्शन माउंटेनियरिंग एसोसिएशन (Har Ki Dun Protection and Mountaineering Association) संस्था के द्वारा कोविड-19 के इस दौर में जागरूकता कार्यक्रम हेतु डाटमीर, गंगाड, पवाँणी, ओसला प्रथम चरण में कार्यक्रम चलाया गया, जिसमें ग्रामीणों को कोरोना वायरस की जानकारियां दी गई. सभी को 2 गज की दूरी बनाए रखने और मास्क बराबर पहने रखने की सलाह दी गई. साथ ही भीड़भाड़ वाले क्षेत्र से बचने और सैनिटाइजर से हाथों को बराबर सैनिटाइजर करते रहने को कहा गया.संस्था द्वारा लोगों का बुखार जांच और तापमान नापा गया, इसके अलावा ऑक्सीमीटर द्वारा ऑक्सीजन लेवल नापा गया. संस्था के सचिव चैन सिंह रावत ने ग्रामीणों को आपदा से बचाव एवं सावधानियों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आपदा से पहले और आपदा के दौरान और आपदा के बाद क्या करना है, उसके बारे में ग्रामीण लोगों को जागरूक किया. चैन सिं...
पर्वतारोहण और ट्रैकिंग से स्वरोजगार की पहल…

पर्वतारोहण और ट्रैकिंग से स्वरोजगार की पहल…

चमोली, पर्यटन
शशि मोहन रवांल्टास्वतन्त्रता संग्राम सेनानी श्रीराम शर्मा के गीत ‘करो राष्ट्र निर्माण बनाओ मिट्टी से सोना’ जी हां! इस गीत की पंक्तियों को चरितार्थ कर दिखाया है उत्तरकाशी जिले because के दूरस्थ गांव सौड़-सांकरी के चैन सिंह रावत ने. उन्होंने पर्वतारोहण और ट्रैकिंग के काम को पर्यटन व्यवसाय से जोड़ा है. अब उनके गांव के हर नौजवान के पास ‘होम स्टे’ के रूप में स्वरोजगार है.बसंत ऋतुउत्तरकाशी जिले के so सीमान्त विकासखण्ड मोरी के दूरस्थ गांव सांकरी में वर्ष के 10 माह तक पर्यटकों की आमद देखने को मिलती है. जनवरी और फरवरी माह में यह सम्पूर्ण घाटी बर्फ से ढक जाती है. यहां पर हरे-भरे जंगल, गोविंद पशु विहार नेशनल पार्क और सैंचुरी (Govind Pashu Vihar National Park & Sanctuary), सेब के बागान, पास में बह रही सुपीन नदी, हरकीदून बुग्याल, केदारकांठा ट्रैक, जुड़ी ताल की सैर, इसके अलावा इस घाटी...