Tag: राजुला मालूशाही

राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर ख्याति प्राप्त सांस्कृतिक संस्था ‘पर्वतीय कला केंद्र’ दिल्ली का चुनाव सम्पन्न

राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर ख्याति प्राप्त सांस्कृतिक संस्था ‘पर्वतीय कला केंद्र’ दिल्ली का चुनाव सम्पन्न

दिल्ली-एनसीआर
हिमांतर ब्यूरो, नई दिल्ली राष्ट्रीय व वैश्विक फलक पर उत्तराखंड की ख्यातिप्राप्त सांस्कृतिक संस्था 'पर्वतीय कला केंद्र, दिल्ली' का चुनाव 22 दिसंबर 2024 को उत्तराखंड सदन, चाणक्य पुरी  नई दिल्ली में चुनाव अधिकारी हिंदी अकादमी दिल्ली सरकार के पूर्व सचिव डा.हरि सुमन बिष्ट व उत्तराखंड की ख्याति प्राप्त प्रतिनिधि संस्था 'पहाड़' के दिल्ली प्रभारी चंदन डांगी की देख-रेख में सम्पन्न हुआ. 'पर्वतीय कला केंद्र' के अध्यक्ष पद पर सी एम पपनैं, उपाध्यक्ष पद पर क्रमश: चन्द्रा बिष्ट व बबीता पांडे महासचिव चंदन डांगी, सचिव कैलाश पांडे, सह-सचिव क्रमश: लक्ष्मी महतो, के एस बिष्ट व खिलानंद भट्ट, कोषाध्यक्ष दीपक जोशी तथा उप-कोषाध्यक्ष पद पर खुशहाल सिंह रावत चुने गए. कार्यकारिणी सदस्यों में महेंद्र सिंह लटवाल, डॉ.हेमा उनियाल, डॉ.के सी पांडे, नीलम राना, भूपाल सिंह बिष्ट, गोपाल पांडे, भुवन रावत, अनुकम्पा बिष्ट, हर...
उत्तराखंड नाट्य महोत्सव में ‘राजुला मालूशाही’ का मंचन

उत्तराखंड नाट्य महोत्सव में ‘राजुला मालूशाही’ का मंचन

दिल्ली-एनसीआर
गढ़वाली कुमाऊनी व जौनसारी अकादमी- दिल्ली सरकार के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय "उत्तराखंड नाट्य महोत्सव" का समापन आज मुक्तधारा सभागार, बंग संस्कृति भवन गोल मार्केट, नई दिल्ली में 29 अक्टूबर 2023 को देर रात्रि सम्पन्न हुआ। दो दिवसीय उत्तराखंड नाट्य महोत्सव में 4 नाटिकाओं का मंचन किया गया। पहले दिन नाटक 'आछरी' व 'राजुला मालूशाही' का मंचन हुआ व दूसरे दिन नाटक 'सरकारी ब्यौला' व 'सातों आठों' की प्रस्तुति हुई। नाट्य महोत्सव के पहले दिन 'मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एवम विज्ञान शोध समिति' के 'लोकरंग टीम' द्वारा 'राजुला मालूशाही' नाटक की प्रस्तुति हुई। खचाखच भरे सभागार में नाटक को दर्शकों की खूब वाहवाही मिली। नाटक का निर्देशन मीना पांडेय ने किया। नाटक के निर्देशक मीना पांडेय ने बताया कि सन् 1980 में मोहन उप्रेती जी ने उत्तराखण्ड लोक गाथा के मंचन की परंपरा की शुरुआत की। आज 40 दशक बाद हम देख ...