Tag: महावीर रवांल्टा

आराकोट बंगाण: भालू के हमले में नेपाली मूल का चौकीदार गंभीर रूप से घायल

आराकोट बंगाण: भालू के हमले में नेपाली मूल का चौकीदार गंभीर रूप से घायल

उत्तरकाशी
 हिमांतर ब्यूरो, मोरी (उत्तरकाशी)मोरी तहसील अंतर्गत आराकोट बंगाण क्षेत्र के ग्राम पंचायत मौंडा के दुनपुर नामे तोक में शुक्रवार दोपहर एक नेपाली मूल के चौकीदार पर भालू ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. घायल को उपचार के लिए रोहडू रेफर किया गया है.प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम प्रधान विनोद सिंह राणा के सेब के बगीचे में कार्यरत चौकीदार थपलिया (60 वर्ष), पुत्र धनलाल, पर लगभग दोपहर 3 बजे भालू ने अचानक हमला कर दिया. हमले में थपलिया गंभीर रूप से घायल हो गया. ग्राम प्रधान विनोद सिंह राणा ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायल को तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आराकोट लाया गया. हालांकि, केंद्र में न तो डॉक्टर मौजूद थे और न ही फार्मासिस्ट, जिसके चलते प्राथमिक उपचार संभव नहीं हो पाया और घायल को तुरंत रोहडू अस्पताल भेजा गया, जहां उसका उपचार जारी है....
बंठ्या माने आपड़ गां, निपणु दूध साजी छां…

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साहित्‍य-संस्कृति
राजस्थान में राष्ट्रीय बाल कविगोष्ठी में रवांल्टी बाल कविता का हुआ पाठ महावीर रवांल्टा को मिला श्यामसुंदर नागला स्मृति राष्ट्रीय बालवाटिका सृजन सम्मान-2025हिमांतर ब्यूरोशिक्षा, साहित्य एवं सांस्कृतिक संस्कार की मासिक पत्रिका 'बालवाटिका', राजस्थान साहित्य अकादमी और विनायक विद्यापीठ,भूणास (भीलवाड़ा) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 26 वीं राष्ट्रीय बाल साहित्य संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह में महावीर रवांल्टा को बाल साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय अवदान के लिए श्यामसुन्दर नागला स्मृति राष्ट्रीय बालवाटिका सृजन सम्मान-2025 से सम्मानित किया गया जिसमें समारोह के संयोजक एवं 'बालवाटिका' के संपादक डॉ भैंरूलाल गर्ग, 'बालप्रहरी'  के संपादक उदय किरौला, डॉ श्याम सुन्दर भट्ट, पूर्व अध्यक्ष नगर विकास न्यास लक्ष्मी नारायण डाड, प्रधानमंत्री साहित्य मंडल श्रीनाथद्वारा श्याम प्रकाश देवपुरा, राजेन्द्र...
महावीर रवांल्टा होंगे ‘श्यामसुंदर नागला स्मृति बालवाटिका बाल साहित्य सम्मान-2025’ से सम्मानित

महावीर रवांल्टा होंगे ‘श्यामसुंदर नागला स्मृति बालवाटिका बाल साहित्य सम्मान-2025’ से सम्मानित

साहित्‍य-संस्कृति
पुरोला/भीलवाड़ा. यमुना घाटी के सुप्रसिद्ध साहित्यकार महावीर रवांल्टा को ‘श्यामसुंदर नागला स्मृति बालवाटिका बाल साहित्य सम्मान-2025’ से अलंकृत किया जाएगा. यह सम्मान उन्हें ‘बालवाटिका’ (मासिक) पत्रिका की ओर से आयोजित 26वीं राष्ट्रीय बाल साहित्य संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह-2025 में प्रदान किया जाएगा. यह आयोजन 4-5 अक्टूबर 2025 को विनायक विद्यापीठ, भूणास, भीलवाड़ा (राजस्थान) में होगा, जिसमें देशभर से बाल साहित्यकार शिरकत करेंगे. समारोह में ‘भारतीय ज्ञान परंपरा और हमारा दायित्व’ विषय पर तीन चर्चा-सत्र आयोजित होंगे. साथ ही एक बाल काव्यगोष्ठी भी सम्पन्न होगी. डॉ. भैरूं लाल गर्ग (संपादक एवं संयोजक, बालवाटिका) के अनुसार महावीर रवांल्टा को सम्मानस्वरूप स्मृति चिन्ह, शाल, श्रीफल एवं धनराशि भेंट की जाएगी.महावीर रवांल्टा का साहित्यिक योगदान महावीर रवांल्टा प्रौढ़ एवं बाल साहित्य – दोनों क्षेत्रों ...
उमेश डोभाल स्मृति सम्मान-2024 से सम्मानित हुए महावीर रवांल्टा

उमेश डोभाल स्मृति सम्मान-2024 से सम्मानित हुए महावीर रवांल्टा

साहित्यिक-हलचल
सुप्रसिद्ध साहित्यकार महावीर रवांल्टा को लोकभाषा रवांल्टी एवं हिन्दी साहित्य में उनकी साहित्यधर्मिता के लिए उनके समर्पण, प्रेरणादायक और अनुकरणीय  कार्य के लिए 32 वें उमेश डोभाल स्मृति सम्मान-2024 से सम्मानित किया गया. उमेश डोभाल स्मृति आयोजन समिति सिरोली एवं उमेश डोभाल स्मृति ट्रस्ट पौड़ी गढ़वाल द्वारा उमेश डोभाल के पैतृक गांव सिरोली में अवस्थित राजकीय इंटर कालेज क्यार्क में आयोजित द्विदिवसीय समारोह में उन्हें मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड गौरव नरेन्द्र सिंह नेगी ने ट्रस्ट के अध्यक्ष गोविन्द पंत 'राजू', नैनीताल समाचार के संपादक राजीव लोचन साह,प्रशांत नेगी, डॉ योगेश धस्माना की उपस्थिति में स्मृति चिन्ह,शाल, प्रशस्ति पत्र व सम्मान राशि भेंटकर सम्मानित किया. सम्मान समारोह सत्र का संचालन 'धाद' के‌ संपादक गणेश खुगशाल 'गणी' ने किया. इस अवसर पर लोक संरक्षण के लिए राजेन्द्र रावत 'राजू' स्मृति जन सरोकार ...
साहित्यकार ‘महावीर रवांल्टा’ को मिलेगा उमेश डोभाल स्मृति सम्मान 2024

साहित्यकार ‘महावीर रवांल्टा’ को मिलेगा उमेश डोभाल स्मृति सम्मान 2024

उत्तराखंड हलचल
'कवि' हर्ष काफर को गिरीश तिवारी गिर्दा स्मृति जनकवि सम्मान... प्रत्येक साल दिए जाने वाले प्रतिष्ठित उमेश डोभाल पुरस्कारों की घोषणा हो गई है. इस साल ये पुरस्कार स्व. पत्रकार उमेश डोभाल के गांव पौड़ी के सिरोली में 29 व 30 मार्च को आयोजित किया जाएगा और ये सम्मान दिया जाएगा.गौरतलब है कि हर साल उमेश डोभाल स्मृति ट्रस्ट द्वारा उमेश डोभाल स्मृति सम्मान, राजेन्द्र रावत राजू स्मृति जनसरोकार सम्मान, गिरीश तिवारी गिर्दा स्मृति जनकवि सम्मान एवं मीडिया के विभिन्न क्षेत्रों में उमेश डोभाल पुरस्कार दिया जाता है. ट्रस्ट के महासचिव नरेश नौडियाल ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा उमेश डोभाल स्मृति सम्मान 2024 महावीर रवांल्टा को उनकी साहित्यधर्मिता के लिए उनके समर्पण, प्रेरणादायक और अनुकरणीय कार्य के लिए दिया जाएगा.समारोह में राजेंद्र रावत राजू स्मृति जनसरोकार सम्मान संस्कृति संवर्धन के प्रति समर्पित मसूरी क...
पद्मभूषण दादा बनारसी दास चतुर्वेदी स्मृति- ‘मुनि ब्रह्म गुलाल नाट्यश्री अलंकरण’ से सम्मानित होंगे महावीर रवांल्टा

पद्मभूषण दादा बनारसी दास चतुर्वेदी स्मृति- ‘मुनि ब्रह्म गुलाल नाट्यश्री अलंकरण’ से सम्मानित होंगे महावीर रवांल्टा

उत्तरकाशी
नीरज उत्तराखंडी, पुरोला      साहित्य की विभिन्न विधाओं में अपने लेखन के जरिए अपनी खास पहचान बना चुके साहित्यकार महावीर रवांल्टा को प्रज्ञा हिन्दी सेवार्थ संस्थान ट्रस्ट-फिरोजाबाद (उ प्र) द्वारा पद्म भूषण दादा बनारसी दास चतुर्वेदी स्मृति-'मुनि ब्रह्म गुलाल नाट्यश्री अलंकरण' से सम्मानित किया जाएगा. यह सम्मान उन्हें 22-23 फरवरी 2025 को फिरोजाबाद में आयोजित षष्ठ राष्ट्रीय प्रज्ञा सम्मान समारोह में प्रदान किया जाएगा. संस्थान के प्रबंध सचिव से मिली जानकारी के अनुसार इस सम्मान में उन्हें प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र व नगद राशि भेंट की जाएगी. महावीर रवांल्टा को यह सम्मान उनकी नाट्य कृति 'एक प्रेमकथा का अंत' के लिए दिया जा रहा है जो रवांई क्षेत्र की सुप्रसिद्ध लोकगाथा 'गजू-मलारी' पर आधारित है. उपन्यास, कहानी, कविता,लोक साहित्य, व्यंग्य, लघुकथा,आलेख,आलेख, समीक्षा, साक्षात्कार जैसी अन...
रवांल्टी भाषा को बचाने के लिए विचार गोष्ठी एवं रवांल्टी विशेषांक का विमोचन

रवांल्टी भाषा को बचाने के लिए विचार गोष्ठी एवं रवांल्टी विशेषांक का विमोचन

उत्तरकाशी
नौगांव (उत्तरकाशी). यमुना वैली पब्लिक स्कूल में हिमांतर प्रकाशन से प्रकाशित रवांल्टी कविता विशेषांक का विमोचन और सम्मान समारोह आयोजित किया गया. देश के ख्यातिलब्ध साहित्यकार महावीर रवांल्टा को वाल्मीकीय रामायण का रवांल्टी में संक्षिप्त अनुवाद करने के लिए सम्मानित किया गया. इस दौरान गोष्ठी का भी आयोजन किया गया.इस मौके पर महावीर रवांल्टा ने कहा कि अपनी भाषा को बचाने के लिए हमें और अधिक गंभीर और सामूहिक प्रयास करने होंगे. उन्होंने रवांल्टी में कविता लेखन करने वाले युवाओं को प्रेरित करने के साथ यह संदेश भी दिया कि वे गंभीरता से लेखन करें. साथ ही यह भी कहा कि लेखन तभी अच्छा होगा, जब अध्ययन गहन होगा. इस दौरान महावीर रवांल्टा ने अपने प्रेरक संस्मरण भी सुनाए.जय प्रकाश सेमवाल ने कहा कि अपनी भाषा पर सबको गौरव होना चाहिए. अपनी लोकभाषा हमें अपनों से जोड़ने का काम करती है. डॉ. वीरेंद्र चंद न...
हमारे गौरव : पढ़ें प्रसिद्ध साहित्यकार महावीर रवांल्टा का ये लेख, कौन थे डिंगाड़ी गांव खेमचंद?

हमारे गौरव : पढ़ें प्रसिद्ध साहित्यकार महावीर रवांल्टा का ये लेख, कौन थे डिंगाड़ी गांव खेमचंद?

उत्तराखंड हलचल
महावीर रवांल्टाउतरकाशी जनपद में विकासखंड नौगांव का अंतिम गांव है सरनौल। बड़कोट से राजगढ़ी होकर सरनौल के लिए सड़क मार्ग है। बड़कोट से राजगढ़ी 18 किमी दूर है। वहां से सरनौल 21किमी पड़ता है। बताते हैं कि गोरखा शासनकाल (सन् 1803-1815 ई)से पहले राजगढ़ी का पहाड़ ‘ढोल डांडा’ के नाम से प्रसिद्ध था। इस पहाड़ के दोनों ओर की पहाड़ियों पर ढोलू भड़ का राज्य था, जिसका गढ़ संभवतः डांडे के ऊपर विलुप्त उनाला गांव के पास था। 15वीं ई में इस क्षेत्र का गढपति रावत जाति का ठाकुर था, जिसका अंतिम वंशज जीताण रावत हुआ, जिसका अधिपत्य 17वीं ईसवी में था। इसके क्षेत्र में दो गढ़ थे-पहला नंगाणगांव के समीप व दूसरा टटाव के समीप। इन्हीं गढ़पतियों द्वारा प्रशासित क्षेत्र को ठकराल पट्टी का नाम भी दिया गया। गोरखा आक्रमण के बाद उसके प्रशासकों ने ढोल डांडे के अग्र समतल स्थल पर एक किले का निर्माण किया और इसका नाम ‘गोरखागढी’...
प्रसिद्ध साहित्यकार महावीर रवांल्टा ने विद्यार्थियों को सुनाई ये खास कहानी

प्रसिद्ध साहित्यकार महावीर रवांल्टा ने विद्यार्थियों को सुनाई ये खास कहानी

उत्तराखंड हलचल
गंगा पुस्तक परिक्रमा कार्यक्रम शुरू किया गया है। विद्यार्थियों को कहानियों के जरिए पानी का महत्व बताया जा रहा है।उत्तरकाशी: राष्ट्रीय पुस्तक न्यास और शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की ओर से जल शक्ति मंत्रालय भारत सरकार के साथ साझेदारी में गंगा पुस्तक परिक्रमा कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके तहत विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में विद्यार्थियों को कहानियों के जरिए पानी का महत्व बताया जा रहा है। इसीके तहत काशी विश्वनाथ की नगरी उतरकाशी के श्री विश्वनाथ संस्कृत महाविद्यालय के सभागार में उपस्थित छात्रों के बीच प्रसिद्ध साहित्यकार महावीर रवांल्टा ने पानी तो है! का पाठ किया गया। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की ओर से मणिभूषण, मनीषा बिष्ट, सुशील कुमार के साथ ही महाविद्यालय के प्राचार्य जगदीश प्रसाद उनियाल, डॉ. अनिल बहुगुणा, लवलेश दुबे के साथ ही गंगा पर केन्द्रित चित्रकला प्रतियोगिता संपन्न कराने वाल...
प्रख्यात साहित्यकार महावीर रवांल्टा को मिलेगा ‘उत्तराखंड साहित्य गौरव’ सम्मान

प्रख्यात साहित्यकार महावीर रवांल्टा को मिलेगा ‘उत्तराखंड साहित्य गौरव’ सम्मान

उत्तरकाशी
उत्तरकाशी: देश के प्रतिष्ठित साहित्यकार महावीर रवांल्टा को उत्तराखंड भाषा संस्थान की ओर से उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान से सम्मानित किया जाएगा. यह रवांई और रवांल्टी भाषा के लिए गौरव का पल है. महावीर रवांल्टा को हिन्दी साहित्य के लिए इससे पहले भी कई सम्मान मिल चुके हैं. उनके सम्मानों की सूची भले ही कितनी ही लंबी क्यों ना हो, लेकिन लोकभाषा के लिए मिलने वाला यह सम्मान उनके लिए बहुत मायने रखता है. सम्मान की घोषणा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की थी. इसके तहत राज्य की भाषाओं के संरक्षण और संवर्धन करने वाले लोकभाषा साहित्यकारों का चयन किया जाना था. इसके लिए बाकायदा एक समिति का गठन किया गया था. चयन समिति ने रवांल्टी के लिए महावीर रवांल्टा का चयन किया. यह सम्मान 30 जून को सर्व चौक स्थिति आईआडीटी ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देंगे.मुझे बहुत सम्मान मिले हैं, लेकिन अपनी लोकभाषा ...