Tag: पेतोफ़ी शांदोर

राष्ट्र नायक

राष्ट्र नायक

संस्मरण
बुदापैश्त डायरी-11 डॉ. विजया सती बुदापैश्त में रहते हुए हमने जाना कि 15 मार्च हंगरी के इतिहास में एक विशेष दिन है. यह 1948 की क्रान्ति की स्मृति में मनाया जाने वाला राष्ट्रीय दिवस है. इस क्रान्ति के प्रमुख because व्यक्तित्व के रूप में पेतोफ़ी शांदोर को याद किया जाता है. हंगरी की क्रान्ति और आज़ादी के इतिहास में पेतोफ़ी शांदोर का नाम बहुत आदर के साथ लिया जाता है. पेतोफ़ी राष्ट्रीय  कवि  माने जाते हैं और हंगरी की उस राष्ट्रीय कविता के जनक भी जिसने क्रान्ति को प्रेरित किया, वह कविता जिसका स्वर है – उठो हंगरीवासियों! हम अब और अधिक गुलाम न रहेंगे. कवि पेतोफ़ी शांदोर ज्योतिष पेतोफ़ी शांदोर का लैटिन नाम अलेक्सांद्र पेत्रोविच है. दरअसल अलेक्सांद्र का हंगेरियन रूपांतर शांदोर है. साधारण ग्रामीण पिता और सेविका तथा धुलाई का काम करने वाली मां  की संतान शांदोर के लिए वह पल कठिन था जब एक पारिवा...