Tag: गौरीकुंड

चारधाम यात्रा : शुरुआती 15 दिनों में यात्रा से परहेज करें VIP और VVIP, मुख्य सचिव ने सभी राज्यों को भेजा पत्र

चारधाम यात्रा : शुरुआती 15 दिनों में यात्रा से परहेज करें VIP और VVIP, मुख्य सचिव ने सभी राज्यों को भेजा पत्र

उत्तराखंड हलचल
चारधाम यात्रा को लेकर राज्य सरकार की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं. चुनावी व्यस्तता के बावजूद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यात्रा तैयारियों की नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं. साथ ही अधिकारियों से भी इस संबंध में नियमित रूप से संपर्क में बने हुए हैं. मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की ओर से सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को यात्रा के शुरुआती 15 दिनों में वीवीआइपी दर्शनों को अवॉइड करने हेतु पत्र भेजा गया है. गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देशों के क्रम में मुख्य सचिव उत्तराखंड शासन की ओर से सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को इस आशय का पत्र भेजा गया है कि यात्रा के शुरुआती 15 दिनों (विशेष रूप से केदारनाथ धाम) में वीवीआइपी दर्शनों को जितना हो सके टाला जाए ताकि आम श्रद्धालुओं को दर्शनों में किसी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े. साथ ही इस संबंध में हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार...
नाले में बहा युवक, भारी बारिश से होटल जमींदोज और हाईवे बंद

नाले में बहा युवक, भारी बारिश से होटल जमींदोज और हाईवे बंद

रुद्रप्रयाग
पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड में बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर भूस्खलन होने के कारण हाईवे पर रामपुर में होटल जमींदोज हो गया. दूसरी तरफ अगस्त्यमुनि से सोनप्रयाग के बीच हाइवे कई जगहों पर बाधित है. बताया जा रहा है कि यह होटल शहर का सबसे पुराना होटल था, जिसे पहले भी खाली कराया जा चुका था. ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर तोता घाटी में भारी भूस्खलन हो गया. जिससे यहां सड़क का आधा हिस्सा ढह गया. इसके चलते हाईवे पर यातायात बाधित हो गया है. उधर, व्यासी के समीप अटाली गंगा में मलबा आने से हाईवे सोमवार से अवरुद्ध चल रहा है. लगातार बारिश होने के कारण मार्ग खोलने में समय लग रहा है. जिसके चलते थाना देवप्रयाग और थाना मुनिकीरेती से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है. ऋषिकेश में देर रात भारी बारिश के बाद बरसाती नाला उफान पर आ गया. इस दौरान तेज बहाव की चपेट में आने से एक युवक बह गया...
 ‘जीवन जिससे पूर्ण सार्थक हो, वो मंजिल अभी दूर है’

 ‘जीवन जिससे पूर्ण सार्थक हो, वो मंजिल अभी दूर है’

पौड़ी गढ़वाल
प्रेरक व्यक्तित्व – डॉ. चरणसिंह 'केदारखंडी' डॉ. अरुण कुकसाल मैं अचकचा गया हूं कि कहां पर बैठूं? कमरे के चारों ओर तो एक दिव्य और भव्य स्वरूप पहले ही से विराजमान है. मुझे सुखद आश्चर्य हुआ कि कमरे में करीने से because रखी पुस्तकें मेरे स्वागत में एक साथ मुस्करा दी हैं. मेरे हाथ श्रीअरविंद और श्रीमां के चित्रों की ओर स्वतः ही अभिवादन के लिए जुड़ गये हैं. मैं तुरंत सामने की किताब को सहला कर अपने को सहज करता हूं. हिन्दी, उर्दू, संस्कृत और अंग्रेजी की डिक्शनरियों की एक लम्बी कतार सामने के रैक पर सजी हैं. कमरे में दिख रही सभी किताबें धर्म के दायरे से बाहर निकलकर आध्यात्म का आवरण लिए हुये हैं. ज्योतिष पल भर पहले मैं असमजस में रहा कि पहले किताबों से बातें करूं या केदारखंडी जी से. पर पल में ही संशय मिटा कि इन किताबों का अंश केदारखण्डी जी में किसी न किसी रूप में है, तो फिर उन्हीं से बातें प...