
- हिमांतर ब्यूरो, मुंबई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब महाराष्ट्र राजभवन के कार्यक्रम में उपस्थिति रहे तब मंच से महामहिम राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एक व्यक्ति का दो -दो बार धन्यवाद दिया. इसके बाद वो नाम चर्चा में आ गया है. यह नाम है राकेश नैथानी.
आइये जानते हैं कौन हैं राकेश नैथानी और भगत सिंह कोश्यारी ने क्यों किया उनका मंच से धन्यवाद.ज्योतिष
तीन दशकों से अधिक के विधायी और प्रशासनिक अनुभव के साथ भारतीय संसद के दोनों सदनों (लोकसभा एवं राज्यसभा) में नैथानी का उत्कृष्ट कार्यकाल रहा है. परिवर्तनकारी और प्रणालीगत बदलावों के लिए कई अग्रणी एवं ऐतिहासिक नीतिगत पहलों के
अभिन्न अंग के रूप में विभिन्न मंत्रालयों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए योजनाओं के सृजन और क्रियान्वयन में इन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. नैथानी सितंबर 2019 से महामहिम राज्यपाल महाराष्ट्र के लिए विशेष सचिव और विशेष कार्याधिकारी के रूप में कार्य कर रहे हैं.ज्योतिष
राकेश नैथानी मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढवाल के रहने वाले हैं. राज्यपाल के विशेष सचिव रहते हुए उन्होंने बहुत ही सकारात्मक कार्य किए. स्वतंत्रता संग्राम के दिग्गजों को समर्पित एक संग्रहालय ‘क्रांतिकारियों की गैलरी’ जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी ने किया उसे मूर्त रूप में लाने में विशेष सचिव नैथानी ने अथक प्रयास किए जिसमें उन्होंने सामाजिक सहायता से इस कार्य को प्रभावी बनाया. राजभवन के एक सुन्दर, पौराणिक और एतिहासिक राजभवन में क्रांतिकारी गैलरी जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्र नरेन्द्र मोदी ने किया उसे मूर्त रूप में लाने में विशेष सचिव नैथानी ने अथक प्रयास इसके अलावा राजभवन के एक सुन्दर, पौराणिक और ऐतिहासिक श्रीगुंडी देवी मंदिर जिसको जनसहयोग से एक सुन्दर और भव्य रूप दिया गया, उसमें राजेश नैथानी की ने मुख्य रूप से भूमिका निभा कर सभी का ध्यान अपनी खिंचा है. इन कार्यों के लिए राज्यपाल ने उनको प्रधानमंत्री के सामने दो-दो बार धन्यवाद कहा.ज्योतिष
राकेश नैथानी के कार्यों का विवरण निम्नलिखित है.
- पेंशन को लेकर भारतीय सेना की दशकों से चली आ रही जटिल चुन्नौती के निदान के रूप में एक रैंक एक पेंशन (ONE RANK ONE PENSION) की संसदीय समिति का ड्राफ्ट निर्मित किया.
- उत्तराखंड समेत सीमावर्ती विषम, संवेदन शील हिमालयी राज्यों में रेल अवस्थापना सामरिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है. इसी कड़ी में हिमालयी राज्यों में रेलवे नेटवर्क की स्थापना हेतु संसदीय रिपोर्ट का ड्राफ्ट तैयार किया.
- बीमा क्षेत्र में क्रांतिकारी सुधारों सुनिश्चित करने की दिशा में मंत्रालयो से समन्वय स्थापित करते बिल तैयार लिया गया.
- विभिन्न नीतिगत पहलों पर कार्य किया जिसमें ऑटोमोबाइल नीति, छोटे एवं मझोले उद्योगों (SME) के लिए ऋण उपलब्धता. विनिवेश, भ्रूण हत्या, सैक्शन 498 A का दुरूपयोग, कोयला खदानों की रिवर्स नीलामी, खाद्य पदार्थो हेतु खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006, खादी एवं ग्रामोद्योग इत्यादि
- व्यवसाय करने में सुगमता की रिपोर्ट
- मेडिकल शिक्षा में अभूतपूर्व सुधार सुनिश्चित करती राष्ट्रीय मेडिकल कमीशन के ऐतिहासिक रिपोर्ट
- देश में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों की स्थापना. आयुर्विज्ञान महाविद्यालयों का उन्नयन सम्बन्धी रिपोर्ट
- मेडिकल उपकरणों का मूल्य नियंत्रण
- किराये की कोख (Surrogacy) की रिपोर्ट
- राष्ट्रीय आयुष मिशन की रिपोर्ट
- हृदय शल्य चिकित्सा से जुड़े मेडिकल उपकरणों का मूल्य नियंत्रण
- आवश्यक दवाओं की राष्ट्रीय सूची के माध्यम से सभी को उचित मूल्यों पर दवाई उपलब्धता
- इजराइल के साथ कृषि, स्वास्थ्य, निवेश, नवोन्मेषी प्रोजक्ट
- वित्त नियंत्रक के रुप में राजभवन के क्रियाकलापों में सहभागिता करते हुए कई सुधार
- महाराष्ट्र राज्य के 22 विश्वविद्यालयों के प्रशासनिक दायित्य के अतिरिक्त विश्वविद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने, नयी शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन, ऑनलाइन शिक्षा, उद्योग की मांग के अनुसार नए पाठ्यक्रम सृजित करना, उद्यमिता विकास, शैक्षिक स्तरोन्नयन की विभिन्न योजनाओं का सफलता पूर्वक सृजन/क्रियान्वयन.