बारिश का कहर: मकान गिरने से दो की मौत, उफनती नदी में बही कारें

पिछले दो दिन से लगातार मूसलाधार बारिश के कारण लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. हिमाचल के विभिन्न हिस्सों में भूस्खलन से भारी तबाही हुई है. शिमला जिला के कोटगढ़ इलाके में मलबे में दबने से दम्पति और बच्चे की मौत और दो अन्य चोटिल हुए हैं. भूस्खलन की ये घटना ठियोग-कुमारसैन विधानसभा क्षेत्र की उप तहसील कोटगढ़ के ग्राम पंचायत मधावनी के पानेवली गांव में हुई.

भारी वर्षा के कारण चट्टान युक्त मलबा मकान पर गिर पड़ा. मकान में पांच लोगों का परिवार रह रहा था. इस मकान में दम्पति समेत छह लोग सो रहे थे. इसमें अनिल (32) पुत्र जयचंद, किरण (31) पत्नी अनिल और स्वप्निल (11) पुत्र अनिल की मलबे में दबने के कारण मौत हो गई है.तीनों के शवों को निकाल दिया गया है.परिवार के अन्य सदस्यों जयचंद और उनकी पत्नी बीना देवी को हल्की चोटें आई है.

हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में शुक्रवार देर रात से लगातार जारी बारिश से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. मंडी जिला के पधर उपमंडल के अंतर्गत बरोट क्षेत्र में ऊहल नदी का जलस्तर एकाएक बढ़ गया.जिससे यहां हालात बिगड़ने लगे हैं.

बरोट स्थित शानन विद्युत परियोजना के बैराज के सभी गेट खोल दिए गए हैं.लक्कड़ बाजार फिर खतरे की जद में आ गया है.ऊहल नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.प्रशासन ने बरोट में होटल व गेस्ट हाउस खाली करा दिए हैं.वहीं, कीरतपुर नेरचौक फोरलेन पर समलेटू के पास मार्ग पत्थर गिर गए हैं.इसी के साथ फोरलेन पर लैंड स्लाइड के बाद प्रशासन ने मार्ग को पूरी तरह बंद कर दिया है.

ऊहल नदी का जल स्तर बढ़ने से ढरांगण स्थित रिवर रिट्रीट कैंपिंग साईट में दो कारें नदी के पानी मे दब गई हैं.बरोट से लेकर बोचिंग तक किसानों के खेतों में पानी घुसने से आलू की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है.ऊहल नदी का बहाव बरोट के मुख्य लक्कड़ बाजार के करीब पहुंचना शुरू हो गया है.ऐसे में स्थिति को भांपते हुए स्थानीय ग्रामीण और दुकानदार रात को ही अपने घर और दुकानों को छोड़ कर सुरक्षित स्थानों में निकल गए हैं.

बीती आधी रात से बरोट और आसपास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बंद हो गई है.लोक निर्माण विभाग मंडल नंबर-1 मंडी स्थित पधर के अंतर्गत एक दर्जन के करीब सड़क मार्ग भारी बारिश से भूस्खलन से जगह-जगह पर बंद हो गए हैं.घटासनी-बरोट राजमार्ग टिक्कन स्थित वरधाण के पास भूस्खलन से बंद हो गया है.जबकि, बरोट-मियोट, लपास-रुलँग, झटिंगरी-डायनापार्क, कुन्नू-बसाही, पधर-बल्ह, कटिंडी-कमांद-बजौरा मार्ग भी भूस्खलन से बंद हैं.

उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि जिले में भारी वर्षा के दृष्टिगत 10 जुलाई सोमवार को सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे.उन्होंने कहा कि गत शनिवार प्रातः से ही जिले में लगातार बारिश हो रही है जिसके कारण अधिकतर संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं.इसके अलावा मौसम विभाग ने भी रेड अलर्ट जारी किया गया है.इसी के मध्यनजर जिले के सभी शिक्षण संस्थानो सरकारी तथा प्राइवेट स्कूलो, महाविद्यालयो व आईटीआई में सोमवार 10 जुलाई को अवकाश रहेगा.

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