उत्तराखंड हलचल

संस्कृति और जमीन बचाने के जुलूस के साथ उत्तराखंड महिला मंच ने मनाया अपना 28वां स्थापना दिवस

संस्कृति और जमीन बचाने के जुलूस के साथ उत्तराखंड महिला मंच ने मनाया अपना 28वां स्थापना दिवस

देहरादून
हिमांतर ब्यूरो, देहरादूनउत्तराखंड महिला मंच ने आज अपना 28 वां स्थापना दिवस, गांधी पार्क से शहीद स्थल तक एक सांस्कृतिक जुलूस निकालते हुए मनाया. इस सांस्कृतिक जुलूस की शुरुआत करते हुए, गांधी पार्क में बड़ी संख्या में महिलाओं ने उत्तराखंडी वेशभूषा में उत्तराखंडी वाद्य यंत्रों की गर्जना के साथ अपने अलग-अलग क्षेत्रीय सामूहिक सांस्कृतिक गीतों व नृत्य का प्रदर्शन करते हुए उत्तराखंड की संस्कृति को बचाने के लिए भारी नारेबाजी भी की.भारी संख्या मे महिलाओं के अलावा आज मंच के स्थापना दिवस पर उत्तराखंड की संस्कृति को बचाने के लिए "भू-कानून संयुक्त संघर्ष मोर्चा" से जुड़े युवा शक्ति संगठन के युवाओं ने भी भारी संख्या में इस अवसर पर अपनी भागीदारी दी, इसके अलावा मोर्चा से जुड़े आंदोलनकारी मंच, गढ़वाल सभा,  अन्य संघर्षशील भू-कानून संघर्ष समर्थक जन संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में जु...
हाथी स्वांग के साथ नौ दिवसीय पांडव मंडाण का समापन

हाथी स्वांग के साथ नौ दिवसीय पांडव मंडाण का समापन

उत्तरकाशी
अंतिम दिवस पर पांडव मंडाण के साथ ही हाथी नृत्य कर किया समापननीरज उत्तराखंडीविकासखण्ड के कमल सिराईं पट्टी के करड़ा गांव में नौ दिवसीय पांडव नवरात्रों का सोमबार सांय को पांडव मंडाण लगाकर हाथी स्वांग के साथ पांडव नवरात्रों का पूजा अर्चना के because साथ समापन किया गया. मंगशीर की दीपावली के दूसरे दिन बलिराज से सुरु हुए पांडव नवरात्रों का सोमबार देर सांय तक चले हाथी स्वांग, पांडव मंडाण व हवन पूजन कर गांव की सुख, समृद्धि की मंगल कामनाओं के साथ समापन किया गया. ज्योतिष बताते चले कि रवांई घाटी के नौगांव व पुरोला विकासखण्ड में मुख्यतः सभी गांवों में थात पूजन के साथ साथ पांडव नवरात्रों की भी एक धार्मिक व अनूठी लोक परम्परा सदियों से चली because आ रही है. क्षेत्र में लगभग सभी गांवों में मुख्यतः पांडव नवरात्रों का आयोजन मंगशीर माह में होने वाली बग्वाल व देवलांग पर्व के बाद बलिराज के दिन से शुर...
रवांई की संस्कृति, परम्पराओं व आस्था का अनूठा मेल है थाती माता पूजन

रवांई की संस्कृति, परम्पराओं व आस्था का अनूठा मेल है थाती माता पूजन

उत्तरकाशी
पुरोला गांव में पांडव मंडाण के साथ धूमधाम से मनाई गई मंगशीर बग्वाल, गांव में 9 दिवसीय थात पूजन समारोह शुरूनीरज उत्तराखंडीनगर पंचायत क्षेत्र के पुरोला गांव में शनिवार रातभर मंगशीर बग्वाल के साथ ही 9दिवसीय थात माता पूजन में पांडव मंडाण धूमधाम से मनाया गया. गांव में चल रहे 9 दिवसीय थात (जाग) माता की विशेष पूजा अर्चना का भी इन दिनों आयोजन किया जा रहा है. ज्योतिष थात माता की यह विशेष पूजा अर्चना हर पांच वर्षों में गांव की शुख-शांति,समृद्धि के लिए 9 दिनों तक की जाती है. रात-भर हवन पूजा अर्चना पांडव मंडाण रवांई की संस्कृति आस्था व परम्पराओं का because नजारा देखने को मिलता है. 9 दिवसीय पूजा के अंतिम दिन गांव व क्षेत्र की सुख-समृद्वि व बूरी आत्माओं से बचानें को क्षेत्र के ईष्ट ओडारू जखंडी देवताओं की पालकी के साथ विद्वान पंडित कच्चे सूत का धागा, सात प्रकार के अनाज (सतनजा), कद्दू आदि की...
सरकारों को वोट से प्रिय कुछ नहीं!

सरकारों को वोट से प्रिय कुछ नहीं!

देहरादून
सरकार का फिर एक फैसला वापसप्रकाश उप्रेती उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी सरकार ने देवस्थानम बोर्ड को भंग कर दिया है. देवस्थानम बोर्ड एक्ट मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार ने बनाया था. इस बोर्ड के तहत केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री because और यमुनोत्री से जुड़े 51 मंदिरों की देखरेख का प्रावधान था. इसके गठन से ही पुरोहित बोर्ड का विरोध कर रहे थे. उनका मानना था कि इस बोर्ड से मंदिरों के परंपरागत अधिकार खत्म हो जाएंगे.ज्योतिष इसी के चलते कुछ समय पहले केदारनाथ धाम में दर्शन करने गए त्रिवेंद्र रावत का पुरोहितों ने भारी विरोध किया था. because इस विरोध प्रदर्शन के कारण वे दर्शन भी नहीं कर पाए और बिना दर्शन के ही वापस लौट आए थे. जब से इस बोर्ड का गठन किया तब से ही पुरोहित इसका विरोध कर रहे थे और एक तरह से आंदोलनरत थे.ज्योतिष इस मामले के राजनैतिक प्रभाव को समझते और पुरोहितों के व...
पत्रकारों के लिए हर महीने लगेगा 2 दिन नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर

पत्रकारों के लिए हर महीने लगेगा 2 दिन नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर

देहरादून
हिमांतर ब्यूरो, देहरादूनराजधानी देहरादून में विचार एक नई सोच संस्था द्वारा पत्रकारों व उनके परिजनों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया. उत्तराखंड के जाने-माने फिजीशियन व because कॉर्डियोलाजिस्ट डॉ एसडी जोशी देहरादून ने पत्रकारों व उनके परिजनों की स्वास्थ्य जांच कर आवश्यक परामर्श दिया. डॉ एसडी जोशी की मेडिकल टीम द्वारा ईसीजी व शुगर की जांच निशुल्क की गई. जबकि लाइफ केयर पैथोलॉजी सेंटर द्वारा ब्लड की बिभिन्न जांचों पर 60 प्रतिशत छूट प्रदान की गई.ज्योतिष जानकारी के मुताबिक देहरादून के रिस्पना पुल आईएसबीटी रोड़ स्थित प्रसार भारती दूरदर्शन केन्द्र के सामने विचार एक नई सोच संस्था द्वारा पत्रकारों व उनके परिजनों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया. नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का शुभांरभ समाजसेवी विनोद रावत व डॉ एसडी जोशी ने संयुक्त रूप से किया. because इस दौरान बड़...
आस्था का उमड़ा जनसैलाब, चालदा महाराज की अद्भुत प्रवास यात्रा व्यवस्था

आस्था का उमड़ा जनसैलाब, चालदा महाराज की अद्भुत प्रवास यात्रा व्यवस्था

नैनीताल
भारत चौहानजौनसार बावर, उत्तरकाशी एवं हिमाचल क्षेत्र के आराध्य महासू महाराज के प्रति यहां के स्थानीय लोगों की अपार श्रद्धा व आस्था है. विगत दिनों चालदा महाराज की मोहना मे 2 वर्ष रुकने के because पश्चात जब प्रवास यात्रा समालटा के लिए प्रस्थान की तो हजारों लोगों की आंखें नम थी, की अब महाराज वापस कब आएंगे?  यात्रा प्रारंभ हुई और 23 नवंबर की रात को चालदा महाराज समालटा गांव खत मझियारना में विराजित हुए, इस यात्रा में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा,  हजारों लोगों ने देव दर्शन किए, मन्नते मांगी व क्षेत्र की खुशहाली के लिए अपने इष्ट देव से प्रार्थना की. ज्योतिष यात्रा का प्रारंभ जौनसार बावर के मोहना गांव से हुआ जहां हजारों लोगों ने चालदा महाराज को समालटा के लिए विदा किया.यात्रा के आगे - आगे देव के प्रतीक के रूप में गाडवे (देवता के नाम के बकरे) चल रहे थे उसके पीछे हजारों का जनसैलाब कंधे पर महाराज क...
क्या है चालदा महाराज के प्रवास यात्रा क्रम? जानिए…

क्या है चालदा महाराज के प्रवास यात्रा क्रम? जानिए…

देहरादून
भारत चौहानकश्मीर से हनोल की महासू महाराज की प्रवास यात्रा का एक लंबा क्रम है, हनोल में प्रकटीकरण के पश्चात बोटा महाराज हनोल में ही विराजित रहते हैं जबकि चालदा because महाराज जौनसार बावर, उत्तरकाशी एवं हिमाचल प्रदेश में प्रवास करते हैं ज्योतिष चालदा महाराज की प्रवास यात्रा के इतिहास की लंबी कढ़ी है परंतु ब्रिटिश सरकार ने चालदा महाराज के प्रवास को दो भागों में विभक्त किया एक भाग साटी बिल (तरफ) मतलब जौनसार बावर एवं आंशिक हिमाचल का क्षेत्र जिसके वजीर दीवान सिंह जी है जो बावर क्षेत्र के बास्तील गांव के निवासी है और दूसरा भाग पासी बिल because मतलब उत्तरकाशी जनपद व हिमाचल प्रदेश का क्षेत्र. जिसके वजीर जयपाल सिंह जी है जो ठडीयार गांव के निवासी है. (यहां यह बात ध्यान रखने योग्य है कि चालदा महाराज के वजीर महाराज के प्रवास यात्रा की संपूर्ण व्यवस्था करते हैं. कहां पर कब प्रवास होना है यह तय करन...
पिथौरागढ़ के मूनाकोट में केन्द्रीय रक्षामंत्री एवं मुख्यमंत्री ने किया शहीद सम्मान यात्रा का शुभारम्भ

पिथौरागढ़ के मूनाकोट में केन्द्रीय रक्षामंत्री एवं मुख्यमंत्री ने किया शहीद सम्मान यात्रा का शुभारम्भ

पिथौरागढ़
हिमांतर ब्यूरो, पिथौरागढ़उत्तराखंड में पांचवा धाम सैन्यधाम बन रहा है. because सैन्यधाम में शहीद सैनिकों की आंगन की मिट्टी आयेगी और भविष्य में भी जो वीर सपूत देश के लिए शहीद होगें, उनके आंगन की मिट्टी भी सैन्यधाम में लाई जायेगी. ज्योतिष आज केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ के मूनाकोट में शहीद सम्मान यात्रा का शुभारम्भ किया एवं इस अवसर पर शहीद सैनिकों के परिजनों को किया गया because सम्मानित भी किया. इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, बिशन सिंह चुफाल, सांसद अजय टम्टा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एव विधायक मदन कौशिक, विधायक चन्द्रा पंत उपस्थित थे. ज्योतिष उत्तराखंड, देवभूमि, तपोभूमि और वीरभूमि- केन्द्रीय रक्षा मंत्री इस अवसर पर केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि हमा...
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में फले और फैलेगी वंशबेल

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में फले और फैलेगी वंशबेल

देहरादून
प्रकाश उप्रेतीउत्तराखंड राज्य ने ही 21 पूरे नहीं किए हैं बल्कि उत्तराखंड की राजनीति को भी 22वां लग गया है. इन बीते वर्षों को अगर खलिया टॉप और द्रोणागिरी से देखेंगे तो लगेगा because कि 21 वर्षों में हम उल्टे पाँव चले हैं. वहीं अगर ऋषिकेश, देहरादून, अल्मोड़ा और कोटद्वार में बचे किसी खेत के किनारे बैठकर 21 वर्षों की यात्रा को देखा जाए तो महसूस होगा कि हम सिर्फ 'बहे' हैं. पार लगे भी तो वहाँ जाकर जहाँ अब एम्स बन रहा है. इन परिस्थितियों की जिम्मेदार वह ठेकेदारी वाली राजनीति है जिसने पहाड़ को फोड़कर 'मैदान' कर दिया. हर चुनाव में पहाड़ पहले से और ज्यादा  मैदान हुए तो वहीं राजनीति सुगम.ज्योतिष प्रदेश में इस बार because का चुनाव 22वे पर ही है. मतलब हर नेता जोर लगा रहा कि इस बार टिकट बेटा- बेटी या घर के किसी सदस्य को मिल जाए. यह कवायद दोनों (भक) पार्टियों में चल रही है. उत्तराखंड का यह चुनाव वंश...
राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस: पत्रकारों की सामाजिक सुरक्षा देने की मांग

राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस: पत्रकारों की सामाजिक सुरक्षा देने की मांग

देहरादून
राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस पर संगोष्ठी आयोजन,  फर्जी मुकदमों और बढ़ते हमलों पर जताई चिन्ताहिमांतर ब्यूरो, देहरादूनराष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस के अवसर पर आज राजधानी देहरादून में पत्रकारों ने एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस आयोजन पर पत्रकारों ने मौजूूदा समय में पत्रकारिता की चुनौतियों because और समस्याओं पर चर्चा की. पत्रकारों ने इस बात की चिंता जताई कि मौजूदा समय में पत्रकारों पर हमले बढ़ गये हैं और उनकी सुरक्षा को लेकर खतरा है. आयोजन में उपस्थित सभी पत्रकारों ने अपनी सुरक्षा और सुविधाओं को लेकर सरकार से वार्ता करने की बात कही. साथ ही कहा गया कि पत्रकार और उनके आश्रितों के लिए कल्याणकारी योजनाओं पर जोर दिया जाएगा. ज्योतिष संगोष्ठी में पत्रकारों ने सरकार से मांग की कि कोरोना काल में प्रभावित पत्रकारों के परिजनों को आर्थिक सहयोग के साथ ही उनको सरकारी नौकरी भी दी जाए. साथ ही because म...