देहरादून

पूरे प्रदेश में नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाए जाएंगे चैत्र नवरात्र

पूरे प्रदेश में नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाए जाएंगे चैत्र नवरात्र

देहरादून
नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्र के दौरान प्रत्येक जिले में देवी उपासना के कार्यक्रम आयोजित होंगे. संस्कृति विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को एक-एक लाख रुपये अवमुक्त किए. Himantar Webdesk, Dehradun 22 मार्च से प्रारंभ हो रहे चैत्र नवरात्र को इस बार राज्य भर में नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाया जाएगा. इस दौरान प्रत्येक जिले में देवी उपासना के कार्यक्रम आयोजित होंगे. इस हेतु संस्कृति विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को एक-एक लाख रुपये अवमुक्त कर दिए हैं. संस्कृति विभाग के सचिव हरिचन्द्र सेमवाल ने बताया कि चैत्र नवरात्रि के शुभ अवसर पर मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान के साथ पूजा की जाएगी. वैदिक तथा पुराणों में चैत्र नवरात्रि को विशेष महत्व दिया गया है. इसे आत्मशुद्धि तथा मुक्ति का आधार माना गया है. चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा का पूजन करने से नकरात्मक ऊर्जा खत्म होती है और चारों ओर ए...
“सुषमा स्वराज अवार्ड”कार्यक्रम में 26 महिलाएं सम्मानित

“सुषमा स्वराज अवार्ड”कार्यक्रम में 26 महिलाएं सम्मानित

देहरादून
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भाजपा महानगर महिला मोर्चा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में किया प्रतिभाग हिमांतर ब्यूरो, देहरादून मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को देहरादून के रिस्पना पुल स्थित होटल में भाजपा महानगर महिला मोर्चा देहरादून द्वारा आयोजित “सुषमा स्वराज अवार्ड”कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 26 महिलाओं को सम्मानित किया. मुख्यमंत्री ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज को याद करते हुए कहा कि सुषमा स्वराज जी ने बहुत ही कम उम्र में बड़ा मुकाम हासिल किया . उन्होंने कहा कि सुषमा जी भारतीय मूल्यों और शालीनता की प्रतिमूर्ति रही है जिन्हें राजनीति में अजातशत्रु वाली महिला नेत्री भी कहा जाता था. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सुषमा जी ने देश में ही नहीं विदेश में भी भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए बेबाक़...
चारधाम यात्रा: तैयारियों को लेकर अपर मुख्य सचिव की तीर्थपुरोहित समाज व टूर ऑपरेटर्स के साथ बैठक

चारधाम यात्रा: तैयारियों को लेकर अपर मुख्य सचिव की तीर्थपुरोहित समाज व टूर ऑपरेटर्स के साथ बैठक

देहरादून
उत्तराखण्ड में आगामी माह से शुरू होने चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा से जुड़े होटल व्यवसायियों, तीर्थपुरोहित समाज व टूर ऑपरेटर्स के साथ बैठक आयोजित की गई. अपर मुख्य सचिव ने कहा कि पिछले वर्ष चारधाम यात्रा में जितनी संख्या में श्रद्धालु पहुँचे थे, इस बार उससे अधिक आने की संभावना है, लिहाज़ा सरकार हर स्तर पर तैयारियों की समीक्षा कर रही है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम में कपाट खुलने से पहले बिजली- पानी की व्यवस्था को सुचारू कर दिया जाए. अपर मुख्य सचिव ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को और भी सुलभ बनाए जाने के निर्देश दिए. अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा से जुड़े सभी प्रतिनिधियों स...
जन सुझाव बनेंगे राज्य के विकास के आधार- मुख्यमंत्री

जन सुझाव बनेंगे राज्य के विकास के आधार- मुख्यमंत्री

देहरादून
प्रदेश की आर्थिकी को सशक्त बनाने के लिये मुख्यमंत्री ने किया विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि समूहों के साथ संवाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में प्रदेश की आर्थिकी को सशक्त बनाने के लिये कृषि, बागवानी, उद्योग, व्यापार आदि समूह के प्रतिनिधियों से संवाद कर उनके सुझाव एवं विचारों से अवगत हुए. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबको मिलकर उत्तराखण्ड को सशक्त राज्य बनाने का संकल्प लेना होगा. उन्होंने कहा कि इस संवाद से प्राप्त होने वाले सुझावों को आगामी बजट में समावेश करने के प्रयास किये जायेंगे. सुझाव देने वालों को अपने अपने क्षेत्रों की क्रीम बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे 21 वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने में भी निश्चित रूप से मदद मिलेगी. प्रदेश के विकास में जन सहभागिता को जरूरी बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी क्षेत्र...
पहली बौंगाणी पत्रिका इज़ाज़ का लोकार्पण

पहली बौंगाणी पत्रिका इज़ाज़ का लोकार्पण

देहरादून
हिमांतर ब्यूरो, देहरादून पेटारै थियेटर समर वैली स्कूल देहरादून में बौंगाण औंनि बौंगाणी समूह द्वारा बौंगाण के प्रथम लेखक श्री सुरेंद्र सिंह रावत ‘सुराह’ की जयंती पर एक महत्वपूर्ण बौंगाणी खुमळी  (बैठक) आयोजन किया गया. ज्ञातव्य है बौंगाण मोरी तहसील के अंतर्गत टौंस और पब्बर नदियों के बीच पड़ने वाला इलाका है. यहाँ के लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा को बौंगाणी कहते हैं. ये बैठक बौंगाणी भाषा के इतिहास की पहली ऐसी बैठक थी जहाँ इस भाषा के बचाव और उन्नयन का विषय केन्द्र में था और इस बैठक में सिर्फ बौंगाणी लोग ही आमंत्रित थे. बौंगाण औनि बौंगाणी समूह के दो प्रमुख सदस्यों सुनीता मोहन और मंजु रावत 'राधा' द्वारा आये हुए लोगों के स्वागत संबोधन से बैठक की शुरुआत की. "बौंगाण औनि बौंगाणी" समूह द्वारा गत एक वर्ष से बौंगाणी भाषा का जन शब्दकोष तैयार किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत प्रत्येक दिन बौंगाणी भाषा ...
मुख्य सचिव ने पिरूल से निर्मित उत्पादों और उपयोगों के लिए मांगे सुझाव

मुख्य सचिव ने पिरूल से निर्मित उत्पादों और उपयोगों के लिए मांगे सुझाव

देहरादून
देहरादून. मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने गुरूवार को सचिवालय में पिरूल से आजीविका सृजन, वैकल्पिक ईंधन आदि के क्षेत्र में कार्य करने के इच्छुक विभिन्न उद्यमियों के साथ विचार विमर्श किया. becauseमुख्य सचिव ने पिरूल से निर्मित अन्य उत्पादों और उपयोगों के लिए सुझाव भी मांगे. ज्योतिष मुख्य सचिव ने वन विभाग को पिरूल कलेक्शन कर रहे स्वयं सहायता समूहों को नियमित भुगतान के लिए व्यवस्था सुनिश्चित किए जाते हुए एक कॉर्पस फंड बनाए जाने के निर्देश दिए, ताकि स्वयं सहायता समूहों के भुगतान में देरी न हो. उन्होंने कहा कि उद्यमियों को शुरुआती सहायता प्रदान किए जाने हेतु पहले 5 सालों में उद्यमियों द्वारा दिए जाने वाले जीएसटी का 70 प्रतिशत सब्सिडी दिए जाने के भी निर्देश दिए. because साथ ही कहा कि इस दिशा में विभिन्न पर्वतीय प्रदेशों में प्रयोग हो रही बेस्ट प्रेक्टिसेज को भी प्रदेश में अपनाया जाए. उन्होंने कह...
गणतंत्र दिवस परेड: उत्तराखंड की झांकी ‘मानसखंड’ को मिला पहला पुरस्कार

गणतंत्र दिवस परेड: उत्तराखंड की झांकी ‘मानसखंड’ को मिला पहला पुरस्कार

देहरादून
टीम लीडर केएस चौहान की मेहनत रंग लाई, अब कर चुके हैं 13 झांकियों का नेतृत्व  देहरादून. गणतंत्र दिवस की परेड में कर्तव्य पथ पर शामिल उत्तराखंड की मानसखंड झांकी को पहला पुरस्कार मिला है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि हम सबके लिए गौरवशाली पल है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराणों में गढ़वाल का केदारखंड और कुमाऊं का मानसखंड के रूप में वर्णन किया गया है. स्कंदपुराण में मानसखंड के बारे में बताया गया है. जागेश्वर मंदिर की बहुत धार्मिक मान्यता है. गणतंत्र दिवस परेड को अभी तक राजपथ के नाम से जाना जाता था, किंतु इस वर्ष उसका नाम बदलकर कर्तव्य पथ रखा गया है. नाम बदलने के बाद कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की यह. पहली परेड थी, जिसमे उत्तराखंड की झांकी मानसखंड को देश मे प्रथम स्थान मिलने से इतिहास में उत्तराखंड राज्य का नाम दर्ज हो गया है. ...
रचा इतिहास: चमोली की मानसी नेगी ने जीता गोल्ड, 10 किमी वॉक रेस में तोड़ा नेशनल रिकॉर्ड

रचा इतिहास: चमोली की मानसी नेगी ने जीता गोल्ड, 10 किमी वॉक रेस में तोड़ा नेशनल रिकॉर्ड

देहरादून
उत्तराखंड की बेटी मानसी नेगी ने एक बार फिर से परचम लहराया है. मानसी नेगी ने 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप के तहत 10 किमी रेस वॉक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता है. मानसी ने गुवाहाटी असम में चल रही 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 10 किमी रेस वॉक प्रतियोगिता में नेशनल रिकॉर्ड तोड़कर, स्वर्ण पदक जीतने पर देवभूमि का नाम रौशन किया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली निवासी मानसी नेगी द्वारा 37वीं नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 10 किमी रेस वॉक प्रतिस्पर्धा में नेशनल रिकॉर्ड अपने नाम करते हुए स्वर्ण पदक जीतने पर हार्दिक बधाई दी है. मुख्यमंत्री ने कहा की मानसी नेगी की यह स्वर्णिम सफलता देवभूमि उत्तराखंड के अनेक नवोदित खिलाड़ियों को प्रेरित करेगी. मानसी नेगी उत्तराखंड की सीमांत जनपद चमोली की रहने वाली है. दशोली विकासखंड स्थित मजोठी गांव की मानसी नेगी का जीवन काफ...
पर्वतीय राज्य का सपना क्या 22 वर्षों में पूरा हुआ?

पर्वतीय राज्य का सपना क्या 22 वर्षों में पूरा हुआ?

देहरादून
प्रकाश उप्रेती 9 नवंबर की तारीख़ पर्वतीय राज्य का सपना देखने वालों के लिए ऐतिहासिक महत्व की है.आज पूरे उत्तराखंड की सुबह "चलुक्" (भूकंप) से डोलती धरती के साथ हुई. ऐसा लगा कि गोया धरती भी 22 वर्षों की चिर निंद्रा से उत्तराखंड वासियों को जगाने की कोशिश कर रही है. क्या हम अब भी जागे? उत्तर प्रदेश पुनर्गठन विधेयक- 2000 को 1 अगस्त की देर शाम जब लोक सभा ने ध्वनिमत से पारित किया तो देश के नक्शे पर 27वें राज्य के रूप में उत्तराखंड ( पर्वतीय राज्य की माँग के साथ) बनने का रास्ता साफ हुआ. 10 अगस्त को इस बिल को मंजूरी देने के पश्चात राष्ट्रपति ने 28 अगस्त , 2000 को राज्य के गठन की अधिसूचना जारी कर दी थी. अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार ने 1 नवंबर, 2000 को उत्तराखंड की पहली सरकार गठन करने का फैसला किया, लेकिन पता चला कि उक्त दिन "ग्रह नक्षत्रों" के हिसाब से "शुभ" नहीं है. "शुभ" की आशा में 9 नवंबर, 2000 को...
चारधाम यात्रा : 19 नवंबर को बंद होंगे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट  

चारधाम यात्रा : 19 नवंबर को बंद होंगे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट  

देहरादून
हिमांतर वेबडेस्क चारधाम यात्रा शनै शनै समापन की ओर बढ़ रही है. चारों धामों में साढे़ तैतालीस लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये तथा हेमकुंट साहिब लक्ष्मण मंदिर को मिला कर तीर्थयात्रियों की  यह संख्या छयालीस लाख से अधिक पहुंच गयी. इस यात्रावर्ष श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर शनिवार को शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे. चारो धामों में से श्री केदारनाथ धाम के कपाट तथा यमुनोत्री धाम के कपाट 27 अक्टूबर तथा 26 अक्टूबर को गंगोत्री धाम के कपाट बंद हो गये है.  श्री बदरीनाथ धाम में श्रद्धालु  निरंतर  पहुंच रहे है. आज तक 1680775 (सोलह लाख अस्सी  हजार सात  सौ पिच्चतर) तीर्थयात्री  बदरीनाथ धाम पहुंच गये है. वर्ष 2019 में इस दो  दशकों में सर्वाधिक 10 लाख 40 हजार श्रद्धालु बदरीनाथ धाम पहुंचे थे. इसी तरह श्री केदारनाथ धाम में इस यात्रा वर्ष 1563278 तीर्थ यात्री पहुंचे हैं. यमुनोत्री धाम में 485688...