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रक्षाबंधन : इस बार नौ अगस्त को मनाया जाएगा यह पावन पर्व

रक्षाबंधन : इस बार नौ अगस्त को मनाया जाएगा यह पावन पर्व

लोक पर्व-त्योहार
  रक्षाबंधन का पावन पर्व इस वर्ष 9 अगस्त, श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाएगा। यह त्यौहार भाई-बहन के स्नेह, समर्पण और रक्षा के अटूट बंधन का प्रतीक है। सावन माह में आने के कारण इसे श्रावणी या सावनी भी कहा जाता है। इस बार कुछ स्थानों पर रक्षाबंधन की तिथि को लेकर भ्रांतियाँ फैलाई गई हैं, जिन्हें लेकर यमुना पुत्र आचार्य डॉ. सुरेश उनियाल "महाराज" जी ने शास्त्रों और ज्योतिषीय पंचांग के अनुसार स्पष्ट जानकारी दी है। मुहूर्त भद्रा समाप्ति: 9 अगस्त को प्रातः 1:52 बजे रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त: प्रातः 5:39 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक पूर्णिमा तिथि: प्रारंभ – 8 अगस्त को दोपहर 1:40 बजे से समाप्ति – 9 अगस्त को दोपहर 1:24 बजे तक श्रवण नक्षत्र: दोपहर 2:24 बजे तक इस प्रकार, 9 अगस्त को सूर्योदय से दोपहर 1:24 बजे तक रक्षाबंधन के लिए उत्तम समय रहेगा। भद्रा दोष इस समय नहीं है। रक्ष...
धराली गांव : 4 की मौत, 50 से अधिक लापता; सेना और NDRF का राहत अभियान जारी

धराली गांव : 4 की मौत, 50 से अधिक लापता; सेना और NDRF का राहत अभियान जारी

देहरादून
उत्तरकाशी. सीमांत जनपद उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में मंगलवार दोपहर खीरगंगा घाटी में अचानक बादल फटने से भयंकर तबाही मच गई। इससे आई तेज फ्लैश फ्लड और मलबे ने पूरा गांव तबाह कर दिया। अब तक की आधिकारिक जानकारी के अनुसार कम से कम 4 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग लापता हैं। घटनाक्रम   घटना दोपहर लगभग 1:45 बजे की है, जब अचानक भारी वर्षा और बादल फटने से खीरगंगा क्षेत्र से मलबा और पानी का सैलाब धराली गांव की ओर बह आया। 20 से अधिक होम स्टे, होटल, दुकानें और निजी मकान इस बाढ़ में बह गए। दर्जनों वाहन भी बह गए या मलबे में दब गए। कई लोग मलबे में दफन होने की आशंका के चलते राहत कार्य तेज किया गया है। प्रत्यक्षदर्शी बोले: "भागो-भागो…" स्थानीय निवासियों और पर्यटकों द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में साफ सुनाई देता है – “भागो भाई, भागो”। लोग जान बचाने के लिए ऊंचे स्थानों क...
एप्पल, कीवी मिशन से काश्तकार हो रहे मालामाला

एप्पल, कीवी मिशन से काश्तकार हो रहे मालामाला

देहरादून
पीएम किसान सम्मान निधि योजना' के अन्तर्गत लाभार्थी किसानों को होगा 20वीं किस्त की धनराशि का डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरण. देहरादून में आयोजित 'कृषक संवाद' कार्यक्रम में पहुंचे सीएम धामी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त के तहत देश के 09 करोड़ 71 लाख से अधिक किसानों के खातों में कुल 20 हजार 500 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि का डिजिटल हस्तांतरण किया. इसके तहत उत्तराखण्ड के 08 लाख 28 हजार 787 लाभार्थी किसान परिवारों को 184.25 करोड़ रुपये की धनराशि हस्तांतरित की गई. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गढ़ीकैंट, देहरादून से इस कार्यक्रम में वर्चुअल प्रतिभाग किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अन्नदाताओं की आय को दोगुना करने तथा उनके जीवन स्तर को उठाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं. योजना की 20वीं किस्त जारी किए जाने के ...
मां की वसीयत और मंदिर के पैय्यां का पेड़

मां की वसीयत और मंदिर के पैय्यां का पेड़

संस्मरण
  जे पी मैठाणी ये कहानी पीपलकोटी की कहानियों का एक सिलसिला है जिसका श्रीगणेश मेरी माता जी के 8 मार्च की मध्य रात्री के निधन के बाद से शुरू हुआ है ... क्या आपको भी याद है. आपके बचपन में पीले रंग का डालडा एक पांच लीटर का डिब्बा होता था जिस पर दो ताड़ के पेड़ होते थे जो एकदूसरे से शीर्ष पर मिले होते थे – ऐसे ही एक पुराने खाली पीले रंग के टिन के डिब्बे में मैंने एक पैय्यां ( पदम् काष्ठ ) का पेड़ जो उसमे खुद जम गया था को कई साल तक अपने घर के पास डाक बंगले में वैसे ही पाला, जैसे – आजकल हमारे घर के आगे देवदार का वो पौधा बढ़ रहा है जिसे मैंने बंगले के ही लोहे के गोल गमले में लगाया था.  ये 2 देवदार के पेड़ मैंने पीपलकोटी वल्ला मंगरीगाड में वन विभाग के श्री कंडारी जी द्वारा बनायी गयी नरसरी से शायद वर्ष 1988 में चुराये थे लेकिन उसमे से एक ही देवदार बच पाया है. अरे तो मैं, कह रहा था मैने, गोल ...
देश के अमर बलिदानी श्रीदेव सुमन को आधिकारिक रूप से स्वाधीनता सेनानी की उपाधि और भारतरत्न देने की मांग

देश के अमर बलिदानी श्रीदेव सुमन को आधिकारिक रूप से स्वाधीनता सेनानी की उपाधि और भारतरत्न देने की मांग

उत्तराखंड हलचल
नई दिल्ली. स्वाधीनता समर के अमर बलिदानी योद्धा श्रीदेव सुमन जी के बलिदान दिवस के अवसर पर आज दक्षिणी दिल्ली के पालम क्षेत्र में स्थित साध नगर शिव मंदिर धर्मशाला में राष्ट्रीय गोष्ठी और बाल प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. सर्वप्रथम मातृशक्ति द्वारा और अन्य उपस्थित महानुभावों ने श्रीदेव सुमन जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की. राष्ट्रीय गोष्ठी के मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार एवं केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के मीडिया सलाहकार प्रो.सूर्य प्रकाश सेमवाल ने कहा कि श्रीदेव सुमन राष्ट्रीय स्तर के क्रांतिकारी,युवा लेखक और सजग पत्रकार भी थे. उन्होंने समूचे देश को अंग्रेजों के दमन से और टिहरी की प्रजा को राजशाही के अत्याचारों से मुक्ति दिलाने के लिए 84 दिन की ऐतिहासिक भूख हड़ताल की. प्रो.सेमवाल ने कहा कि आजादी के अमृत काल में स्वातंत्र्य समर के महानायक बहुआयामी व्यक्तित्व के...
प्रदेश के सभी स्कूल भवनों का सुरक्षा ऑडिट किया जाए : मुख्यमंत्री

प्रदेश के सभी स्कूल भवनों का सुरक्षा ऑडिट किया जाए : मुख्यमंत्री

देहरादून
देहरादून. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रदेश के सभी स्कूल भवनों का सुरक्षा ऑडिट किया जाए. जर्जर एवं असुरक्षित स्कूल भवनों में बच्चों को किसी भी स्थिति में न बैठाया जाए. बच्चों की सुरक्षा से जुड़ी किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जहां भी स्कूल भवन मरम्मत योग्य हो, वहां शीघ्र मरम्मत कराया जाए और जहां पुनर्निर्माण की आवश्यकता हो, वहां उसकी कार्य योजना बनाकर तत्परता से क्रियान्वयन किया जाए. प्रदेश के सभी पुलों का भी सुरक्षा ऑडिट करने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिये हैं. उन्होंने कहा कि जिन पुलों की स्थिति खराब हो रही है, उनका आवश्यकतानुसार मरम्मत और पुनर्निर्माण का कार्य प्राथमिकता पर किया जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि पुलों की स्थिति पर नियमित निगरानी रखी जाए और ...
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय को मिला नया कुलपति – साहित्य, भाषा और शिक्षा के समर्पित साधक प्रो. नवीन चन्द्र लोहनी

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय को मिला नया कुलपति – साहित्य, भाषा और शिक्षा के समर्पित साधक प्रो. नवीन चन्द्र लोहनी

नैनीताल
  सूर्य प्रकाश सेमवाल उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी को नया नेतृत्व मिला है। राज्यपाल एवं कुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने देश के प्रतिष्ठित साहित्यकार, भाषाविद एवं शिक्षाविद प्रो. नवीन चन्द्र लोहनी को विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया है। यह नियुक्ति न केवल शैक्षणिक जगत के लिए बल्कि उत्तराखंड राज्य के लिए भी गौरव का क्षण है। 35 वर्षों से अधिक का शैक्षिक अनुभव प्रो. लोहनी वर्तमान में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग में वरिष्ठ आचार्य/अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे हैं। वह इसी विश्वविद्यालय में अधिष्ठाता, मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा निदेशक, साहित्यिक-सांस्कृतिक परिषद संयोजक और कुलसचिव जैसे अनेक दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। 1 मार्च 2007 को वे आचार्य तथा 28 जून 2019 को वरिष्ठ आचार्य के पद पर पदोन्नत हु...
जनपद चमोली में पहली बार उगाया गया गरुड़ फल (Radermachera xylocarpa)

जनपद चमोली में पहली बार उगाया गया गरुड़ फल (Radermachera xylocarpa)

उत्तराखंड हलचल
लेख एवं संकलन: जे पी मैठाणी 12 मई 2025 को – मैंने, केशवी, कान्हा और जिया ने मिलकर – खरगौन – मध्य प्रदेश से डॉक्टर पुष्पा पटेल जी ने हमको जो गरुड़ फल के बीज भेजे थे वो एक रूट ट्रेनर में बोये. शायद हमने 50 बीज बोये होंगे लेकिन इसमे से 50% बीज ही जमे – कुछ पौध ख़राब हो गयी हैं. ये कार्य हमने पीपलकोटी में ही किया– ये ट्रे हमने पाली हाउस के भीतर रखी थी आज उसको बाहर निकाला गया. जनपद चमोली में पहली बार ये प्रयोग सफल रहा है, रूट ट्रेनर में मिटटी, बालू और गोबर की खाद के मिश्रण में सिर्फ आधे इंच नीचे ये बीज बोये गए. ये बीज पाली हाउस के भीतर रख कर ही जम पाए हैं, इसके लिए काफी गर्म जलवायु की आवश्यकता होती है. बेहद दुर्लभ है गरुड़ फल का पौधा – गरुड़ वृक्ष (Radermachera xylocarpa) मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान, हिमाचल एवं तमिलनाडु के पहाड़ी इलाकों के घने जंगलों में कहीं-कहीं पाया जाता हैं. लेकिन उत्तराखं...
जीवन-जगत में हरियाली का प्रतीक है लोकपर्व हरेला

जीवन-जगत में हरियाली का प्रतीक है लोकपर्व हरेला

लोक पर्व-त्योहार
डॉ. प्रकाश उप्रेती पहाड़ों का जीवन अपने संसाधनों पर निर्भर होता है. यह जीवन अपने आस-पास के पेड़, पौधे, जंगल, मिट्टी, झाड़ियाँ और फल-फूल आदि से बनता है. इनकी उपस्थिति में ही जीवन का उत्सव मनाया जाता है. पहाड़ के जीवन में प्रकृति अंतर्निहित होती है. दोनों परस्पर एक- दूसरे में घुले- मिले होते हैं. एक के बिना दूसरे की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. यह रिश्ता अनादि काल से चला आ रहा है. 'पर्यावरण' जैसे शब्द की जब ध्वनि भी नहीं थी तब से प्रकृति पहाड़ की जीवनशैली का अनिवार्य अंग है. वहां जंगल या पेड़, पर्यावरण नहीं बल्कि जीवन का अटूट हिस्सा हैं. इसलिए जीवन के हर भाव, दुःख-सुख, शुभ-अशुभ, में प्रकृति मौजूद रहती है. जीवन के उत्सव में प्रकृति की इसी मौजूदगी का लोकपर्व है, हरेला. हरेला का अर्थ हरियाली से है. यह हरियाली जीवन के सभी रूपों में बनी रहे उसी का द्योतक यह लोक पर्व है. यह पर्व खेती से लेकर जीवन तक म...
हरेला की पूर्व संध्या पर हरियाली का संदेश, वुडलैंड स्कूल में बच्चों ने किया पौधारोपण

हरेला की पूर्व संध्या पर हरियाली का संदेश, वुडलैंड स्कूल में बच्चों ने किया पौधारोपण

नैनीताल
  पौधारोपण कार्यक्रम में बच्चों ने लिया पर्यावरण संरक्षण का संकल्प हल्द्वानी. उत्तराखंड के लोकपर्व हरेला की पूर्व संध्या पर वुडलैंड स्कूल कमलुवागांजा में प्रकृति संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता का सुंदर संगम देखने को मिला। सेल्फ रिलायंस इनिशियेटिव संस्था के तत्वावधान में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में बच्चों, शिक्षकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मिलकर हरियाली का संदेश दिया। कार्यक्रम में संस्थाध्यक्ष तनुजा जोशी, मिथुन जायसवाल, स्कूल प्रबंधक रंजना धामी, प्रिंसिपल मनप्रीत कौर, स्कूल की शिक्षिकाएं और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। बच्चों में कार्यक्रम को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया। कई बच्चे अपने घरों से पौधे लेकर आए थे—यह स्वयं में एक सकारात्मक संकेत था कि आज की पीढ़ी पर्यावरण के प्रति सजग हो रही है। लगाए गए जीवनदायी पौधे सभी ने मिलकर आंवला, बेलपत्र, कनेर, गुलमोहर, जामुन...