Blog

काशी में मां गंगा की गोद से झिलमिलाई आस्था, लाखों दीपों से जगमगाए अर्धचंद्राकार गंगा घाट

काशी में मां गंगा की गोद से झिलमिलाई आस्था, लाखों दीपों से जगमगाए अर्धचंद्राकार गंगा घाट

देश—विदेश
 हिमांतर ब्यूरो, वाराणसी देव दीपावली के पावन पर्व पर शाम काशी के अर्धचंद्राकार गंगा घाटों पर जब शाश्वत ज्योति की लौ प्रज्वलित हुई, तो पूरा शहर दिव्यता और भव्यता के अद्भुत संगम में डूब गया। मां गंगा की गोद से निकलती आस्था की सीढ़ियों पर जलते लाखों दीपों की रोशनी ने ऐसा दृश्य प्रस्तुत किया, मानो स्वर्ग स्वयं धरती पर उतर आया हो। गोधूलि बेला में उत्तरवाहिनी गंगा की लहरों पर जब दीपों की सुनहरी आभा झिलमिलाई, तो काशी की आत्मा एक बार फिर सनातन संस्कृति की उजास से आलोकित हो उठी।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया पहला दीप प्रज्वलित देव दीपावली का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नमो घाट पर पहला दीप जलाकर किया। उनके साथ पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, राज्य मंत्री रविन्द्र जायसवाल, विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, महापौर अशोक तिवारी ने भी दीप प्रज्वलित कर मा...
प्रवासी उत्तराखंडी हैं देवभूमि के सच्चे ब्रांड एम्बेसडर : मुख्यमंत्री

प्रवासी उत्तराखंडी हैं देवभूमि के सच्चे ब्रांड एम्बेसडर : मुख्यमंत्री

देहरादून
  “विकास भी, विरासत भी” के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है राज्य - धामी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को दून विश्वविद्यालय में राज्य स्थापना के रजत रजत जयंती समारोह के अंतर्गत आयोजित “प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन” का शुभारंभ किया. इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आई आपदाओं में जान गंवाने वालों के प्रति श्रद्धांजलि स्वरूप एक मिनट का मौन भी रखा गया. सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी उत्तराखंडी देवभूमि की संस्कृति, परंपराओं और मातृभूमि के गौरव को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रहे हैं. प्रवासी उत्तराखंडी देवभूमि के सच्चे ब्रांड एम्बेसडर हैं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की विशिष्ट लोक संस्कृति, भाषा और बोली में झलकने वाली आत्मीयता हमें विश्वभर में जोड़ती है. उन्होंने कहा कि प्रवासी उत्तराखंडी जहां भी रहते हैं, अपने साथ देवभूमि की संस्कृति और अपनी मिट्टी की सुगं...
शादी-ब्याह में शराब पिलाई तो लगेगा 51 हजार जुर्माना

शादी-ब्याह में शराब पिलाई तो लगेगा 51 हजार जुर्माना

उत्तरकाशी
  जुर्माने के बाद भी नहीं माने तो होगा सामाजिक बहिष्कारनीरज उत्तराखंडीजनपद के डुंडा विकासखंड के लोदाड़ा गांव के ग्रामीणों ने अनुकरणीय पहल करते हुए नशामुक्त अभियान के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से आम बैठक कर सामाजिक समारोह में शराब परोसने पर प्रतिबंध लगा दिया है. ग्राम प्रधान कविता बुटोला की अगुवाई में हुई बैठक में ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से  प्रस्ताव पारित कर निर्णय लिया कि सामाजिक समारोह शादी और अन्य कार्यक्रमों में शराब परोसने वालों पर 51 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. उसके बाद भी  अगर कोई ग्रामीण नियमों का पालन नहीं करता है तो उसका सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा. बताते चलें कि ग्राम प्रधान कविता बुटोला, महिला मंगल दल व युवा मंगल दल और ग्रामीणों ने शराब पर प्रतिबंध को लेकर एक बैठक आयोजित की. बैठक में तय किया गया कि शादी विवाह, चूड़ाकर्म संस्कार आदि कार्यक्रमों म...
फिल्म “फ़्योंली… पर्वत की बेटी” का मुहूर्त: पहाड़ की शिक्षा, संघर्ष और सपनों की कहानी को मिलेगी सिनेमाई अभिव्यक्ति

फिल्म “फ़्योंली… पर्वत की बेटी” का मुहूर्त: पहाड़ की शिक्षा, संघर्ष और सपनों की कहानी को मिलेगी सिनेमाई अभिव्यक्ति

देहरादून
 हिमांतर ब्यूरो, देहरादूनइगास पर्व के शुभ अवसर पर देहरादून जनपद के प्रसिद्ध लेखक गांव में आज हिमालयन फ़िल्म्स के बैनर तले निर्मित होने जा रही फ़िल्म “फ़्योंली… पर्वत की बेटी” का विधिवत मुहूर्त सम्पन्न हुआ. पुस्तकालय भवन में फ़िल्माए गए प्रथम दृश्य के साथ इस परियोजना ने अपनी औपचारिक शुरुआत की. मुहूर्त कार्यक्रम में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं साहित्यकार डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ तथा उत्तराखंड फ़िल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी नितिन उपाध्याय ने नारियल फोड़कर और क्लैप देकर फ़िल्म का शुभारंभ किया.संघर्षों से सपनों की उड़ान- फ़िल्म की मूल भावना डॉ. निशंक ने फ़िल्म टीम को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह फ़िल्म हिमालयी समाज में शिक्षा और संघर्षों के बीच आगे बढ़ती एक बेटी की प्रेरक यात्रा को दर्शाएगी. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने क्षेत्रीय भाषाओं के साथ-साथ हिंदी...
इगास: लोक आस्था, सांस्कृतिक गौरव और उत्तराखंड की सामूहिक चेतना का पर्व

इगास: लोक आस्था, सांस्कृतिक गौरव और उत्तराखंड की सामूहिक चेतना का पर्व

देहरादून
 हिमांतर ब्यूरो, देहरादूनमुख्यमंत्री आवास में इगास–बूढ़ी दीवाली का पर्व इस वर्ष परंपरा, उत्साह और सांस्कृतिक अस्मिता के अद्भुत संगम के रूप में मनाया गया. राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में आयोजित इस भव्य उत्सव ने पर्वतीय संस्कृति की रूनक–झूनक को राजधानी तक पहुंचा दिया. मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इगास केवल एक पर्व नहीं, बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक आत्मा और सामूहिक भावना का प्रतीक है. “हमारी लोक परंपराएं हमारी सबसे बड़ी धरोहर हैं; इन्हें संरक्षित कर नई पीढ़ी तक पहुंचाना हमारा सामूहिक दायित्व है”.    लोकधुनों से गुंजायमान परिसर उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोक कलाकारों ने हारुल, झूमेंलो, चांचरी, थड़िया और जागर जैसी पारंपरिक प्रस्तुतियों के माध्यम से उत्सव को ज...
एकता की डोर में बंधे कदम – एकता दिवस पर पदयात्रा में शामिल हुए हजारों लोग

एकता की डोर में बंधे कदम – एकता दिवस पर पदयात्रा में शामिल हुए हजारों लोग

उत्तरकाशी
  लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ली राष्ट्रीय एकता और नशा मुक्ति की शपथहिमांतर ब्यूरो, उत्तरकाशीजनपद मुख्यालय पर आज लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती 'राष्ट्रीय एकता दिवस' को अत्यंत उत्साह और धूम–धाम के साथ मनाई गई. इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा एक विशाल 'एकता मार्च' का आयोजन किया गया. जिसमें ज़िले के माननीय जनप्रतिनिधियों, जिलास्तरीय अधिकारियों, विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के छात्र–छात्राओं, अन्य संगठन तथा समाज के सभी वर्गों के नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. यात्रा का उद्देश्य सरदार पटेल के राष्ट्र को एकजुट करने के सपने को याद करना और लोगों में एकता, अखंडता तथा राष्ट्रीय गौरव की भावना को मजबूत करना था. कार्यक्रम का शुभारंभ सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के साथ हुआ उसके बाद वहां उपस्थित सभी लोगों ने राष्ट्रीय एकता और नशा मुक्त भारत ...
सरदार पटेल की संकल्पना का भारत

सरदार पटेल की संकल्पना का भारत

साहित्‍य-संस्कृति
  सरदार पटेल की जयंती पर विशेषप्रो. गिरीश्वर मिश्र शिक्षाविद् एवं पूर्व कुलपति, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा  स्वतंत्रता संग्राम में देश को आज़ादी तो मिली परंतु ऐतिहासिक परिस्थितियों के फलस्वरूप अखंड भारत विभाजित भी हुआ. इससे राष्ट्र-निर्माण की एक विकट चुनौती उत्पन्न हुई . सरदार पटेल ने भारतीय संघ के निर्माण को संभव बनाया. अद्भुत कूटनीतिक परिपक्वता का परिचय देते हुए उन्होंने पाँच सौ से अधिक प्राचीन रियासतों का भारत में विलय कराया. विविधता में एकता स्थापित करने वाला उनका यज्ञ आर्यावर्त के भारत नामक नए संस्करण का कारण बना. इस संरचनात्मक आधार के निर्माण के साथ भारत की एकता का ताना-बाना बुनने का कार्य सरदार पटेल ने किया. राष्ट्र-भावना को केंद्रीय महत्व देते हुए उन्होंने प्रशासनिक कार्य तंत्र विकसित किया. मूलतः गांधी दृष्टि के अनुरूप वह सभी नागरिकों के मध्य ...
सात साल बाद साकार हुआ सपना- टिकोची इंटर कॉलेज को मिला नया भवन

सात साल बाद साकार हुआ सपना- टिकोची इंटर कॉलेज को मिला नया भवन

उत्तरकाशी
 हिमांतर ब्यूरो, आराकोट-बंगाण सुदूरवर्ती टिकोची गांव के विद्यार्थियों के लिए सोमवार का दिन ऐतिहासिक बन गया. सात वर्ष पूर्व 2019 की विनाशकारी आपदा में क्षतिग्रस्त हुआ राजकीय इंटर कॉलेज टिकोची आखिरकार अपने नए भवन में स्थानांतरित हो गया. वर्षों से टीन शेड में चल रहे इस विद्यालय को अब एक सुसज्जित भवन का उपहार मिला है. नव निर्मित भवन का लोकार्पण विधायक दुर्गेश लाल ने विधिवत पूजा-अर्चना और हवन के साथ किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा, “राज्य सरकार सुदूरवर्ती क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. टिकोची जैसे दुर्गम इलाकों में विद्यार्थियों को प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय और शौचालय जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है.” वर्ष 2022 में भवन निर्माण के लिए शासन द्वारा ढाई करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई थी. अब पूर्ण हुए इस भवन में 12 कमरे, एक विशाल ...
“देवभूमि सांस्कृतिक महोत्सव 2025” का भव्य समापन, मुख्यमंत्री धामी बोले – सीमांत गांवों में पर्यटन और आर्थिकी को मिलेगी नई दिशा

“देवभूमि सांस्कृतिक महोत्सव 2025” का भव्य समापन, मुख्यमंत्री धामी बोले – सीमांत गांवों में पर्यटन और आर्थिकी को मिलेगी नई दिशा

चमोली
हिमांतर ब्यूरो, माणा (चमोली)देश के प्रथम गांव माणा में आयोजित दो दिवसीय “देवभूमि सांस्कृतिक महोत्सव 2025” का रविवार को भव्य समापन हुआ. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. इस आयोजन में स्थानीय समुदायों, पर्यटकों, भारतीय सेना के जवानों और गणमान्य अतिथियों की उत्साहपूर्ण सहभागिता देखने को मिली. महोत्सव का आयोजन भारतीय सेना एवं उत्तराखंड सरकार के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था. मुख्यमंत्री ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि “स्थानीय जनता, सेना और प्रशासन के समन्वित प्रयासों से यह आयोजन बेहद सफल रहा है, जिसने सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन और आर्थिकी को सशक्त करने की दिशा में अहम कदम बढ़ाया है.”मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन एवं सेना द्वारा लगाए गए स्टॉलों और “नो योर आर्मी” प्रदर्शनी का अवलोकन किया. उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी भारतीय सेना और ना...
‘अश्वघोष स्मरण काव्यांजलि’ में कवियों, साहित्यकारों का लगा जमावड़ा

‘अश्वघोष स्मरण काव्यांजलि’ में कवियों, साहित्यकारों का लगा जमावड़ा

देहरादून
हिमांतर ब्यूरो, देहरादूनहिन्दी के मूर्धन्य कवि स्व0 अश्वघोष की प्रथम पुण्य तिथि दिनांक 26 अक्टूबर, 2025 को ओएनजीसी ऑफिसर्स क्लब, देहरादून में उनके परिवार द्वारा आयोजित ‘अश्वघोष स्मरण काव्यांजलि’ का भव्य आयोजन सम्पन्न हुआ. उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध चित्रकार एवं ग़ज़लकार श्री विज्ञान व्रत ने की तथा कार्यक्रम का संयोजन सुप्रसिद्ध गीतकार डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र द्वारा किया गया. देश के विभिन्न प्रान्तों एवं नगरों से पधारे साहित्यकारों द्वारा उक्त कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया. दीप प्रज्ज्वलन से कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ तथा मंचासीन अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया. इस अवसर पर डॉ. अश्वघोष के पुराने चल-चित्रों एवं पूर्व रिकाॅर्डिड वीड़ियोज़ को स्क्रीन पर प्रदर्शित कर उनकी स्मृतियों का ताज़ा किया गया तथा डॉ. पीयूष निगम व श्री अरूण भट्ट द्वारा डॉ. अश्वघोष की ग़ज़लों व गीतों का गाय...