
श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न
विश्व युवा दिवस के अवसर पर श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के योग विभाग एवं नवयोग सूर्योदय सेवा समिति के संयुक्त तत्त्वावधान में “योग: वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य आंदोलन – युवाओं के लिए कल्याण और सशक्तिकरण के अवसर” विषय पर एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया.
कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुरलीमनोहर पाठक की अध्यक्षता में हुआ. मुख्य अतिथि श्री सुधांशु मित्तल (अध्यक्ष, अंतर्राष्ट्रीय खो-खो महासंघ) ने योग की विश्वव्यापकता पर अपने विचार रखे. सारस्वत अतिथि के रूप में बहरीन से नवभारत इंटरनेशनल संस्था का प्रतिनिधित्व करते हुए श्री प्रदीप कुमार ने अरबी देशों में योग एवं भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार और वहां कैरियर की संभावनाओं पर उद्बोधन दिया.
बहरीन के योगाचार्य रितेश दुबे ने युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित करते हुए योगदर्शन में चित्त शब्द के सांकेतिक अर्थ पर प्रकाश डाला. कनाडा से मुख्य वक्ता प्रो. चन्दन सिंह ने कनाडा में योग की बढ़ती मांग और भारतीय युवाओं के लिए कैरियर अवसरों पर विस्तृत जानकारी दी.
योग विभागाध्यक्ष प्रो. मार्कण्डेय नाथ तिवारी ने स्वागत संबोधन किया जबकि कार्यक्रम का संचालन व संयोजन डॉ. नवदीप जोशी ने किया. नवयोग सूर्योदय सेवा समिति द्वारा नवभारत इंटरनेशनल संस्था को विश्व योग संस्कृति अवार्ड-2025 प्रदान किया गया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रमेश कुमार ने किया.
संगोष्ठी में देश-विदेश से आए प्रतिष्ठित विद्वान, योगाचार्य, स्वास्थ्य विशेषज्ञ एवं शोधकर्ता सम्मिलित हुए.
- द्वितीय सत्र में विदेशों में योग के अवसरों पर चर्चा की गई.
- तृतीय सत्र में डॉ. विक्रम सिंह की अध्यक्षता और प्रो. एस. सुदर्शन की सह-अध्यक्षता में शोध-पत्र प्रस्तुत किए गए. संचालन डॉ. विजय सिंह गोसाई ने किया.
कार्यक्रम संयोजक डॉ. नवदीप जोशी ने बताया कि विभिन्न सत्रों में योग के वैज्ञानिक दृष्टिकोण, मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन, तनाव प्रबंधन तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग के प्रसार से जुड़े विविध पहलुओं पर गहन चर्चा हुई. प्रस्तुत शोध-पत्रों और अनुभवों ने प्रतिभागियों को योग की वैश्विक महत्ता एवं संभावनाओं से परिचित कराया.