
हिमालयी कला की नई आवाज़ बनता बंगाणी आर्ट फाउंडेशन
उभरते कलाकारों को मिल रहा है मंच, मार्गदर्शन और नया नज़रिया
देहरादून. उत्तर भारत की पर्वतीय घाटियों से उठती कला की संभावनाओं को स्वर देने वाला एक नया आंदोलन आकार ले रहा है — बंगाणी आर्ट फाउंडेशन (BAF)। यह संस्था ना सिर्फ उभरते कलाकारों को मंच प्रदान कर रही है, बल्कि उन्हें रचनात्मक रूप से सक्षम बनाने का एक सांस्कृतिक अभियान भी चला रही है।
उत्तराखंड, हिमाचल, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों के युवा कलाकारों को ध्यान में रखते हुए BAF ने मेंटरशिप, रेजिडेंसी, कार्यशालाओं और प्रदर्शनी जैसे कई कार्यक्रम शुरू किए हैं, जो अब स्थानीय प्रतिभा को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कला जगत से जोड़ने का माध्यम बनते जा रहे हैं।
‘पड़ाव’ बना कलाकारों की आत्मचिंतन यात्रा का प्रतीक
BAF की प्रमुख पहल ‘पड़ाव’—एक रेजिडेंशियल मेंटरशिप कार्यक्रम—अब कलाकारों के लिए केवल एक कार्यशाला नहीं, बल्कि आत्मचिंतन और संवा...