बंगाणी आर्ट फाउंडेशन : कला प्रेमियों के लिए नई शुरुआत का पदार्पण

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Bangani Art Foundation (BAF)
Bangani Art Foundation (BAF)

हिमांतर ब्यूरो, अल्मोड़ा  

कुर्मांवतार भगवान विष्णु की पावन धरा कुमाऊं के सुंदर अंचल में बसे अल्मोड़ा कस्बे में जब कुछ उत्साहधर्मी और कला प्रेमियों ने मिलकर एक रचनात्मक कार्यक्रम को अपने अंजाम तक पहुंचाने के लिए रैमजे इंटर कालेज अल्मोड़ा के प्रांगण में एकत्रित हुए तो उत्तराखंड में एक नए कैनवास का आगाज हुआ, जिसके साथ ही वहां पर “बंगानी आर्ट फाउंडेशन” Bangani Art Foundation (BAF) का पदार्पण हुआ, इसी के साथ बंगाणी आर्ट फाउंडेशन ने मूर्त रूप लिया.

बंगाणी आर्ट फाउंडेशन के उद्घाटन कार्यक्रम में लगभग सौ से अधिक कला प्रेमियों ने भाग लिया. पूरा सभागार उस समय तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा जब फाउंडेशन के उद्घाटन कार्यक्रम का अनावरण किया गया, सभी कला प्रेमियों और कला के हुनरमंदों ने इस रचनात्मक कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई.

Bangani Art Foundation
 

कार्यक्रम की शुरुआत “बंगाणी आर्ट फाउंडेशन” के संस्थापक जगमोहन बंगाणी के उद‌्घाटन भाषण के साथ हुई. उन्होंने कहा कि बाफ राज्य के उभरते प्रमुख चित्रकारों का एक शानदार मंच प्रदान करेगा, जिसके माध्यम से कलाप्रेमी और कला के हुनरमंद अपनी चित्रकला को आगे बढ़ाने साथ-साथ देश और दुनिया में अपनी कला का उत्तम प्रदर्शन कर सकेंगे. उन्होंने बाफ की भविष्य की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला, जिसमें उन्होंने बताया कि ‘बाफ’ कला परामर्श कार्यक्रम, कला कार्यशालाएं, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कला प्रदर्शनियां, कला संगोष्ठियां आदि कार्यक्रमों के साथ-साथ कलाकारों के लिए निवास कार्यक्रम, कला इंटर्नशिप, कला अनुदान और कला पुरस्कार के माध्यम से कलाकारों को आगे बढ़ाने का काम करेगा. जगमोहन बताया कि बंगानी आर्ट फाउंडेशन अपनी समर्पित टीम और आशाजनक दृष्टिकोण के साथ क्षेत्र की कलात्मक प्रतिभाओं को पोषित करने की यात्रा पर निकल पड़ा है, जो उत्तराखंड राज्य में उभरते कला प्रेमियों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य का वादा करता है. हम केवल उन उल्लेखनीय कलात्मक प्रयासों की आशा कर सकते हैं जिन्हें फाउंडेशन न सिर्फ जीवन में लाना जारी रखेगा बल्कि हमारी दुनिया में जीवंतता और रचनात्मकता भी जोड़ेगा.

Bangani Art Foundation

कार्यक्रम दो अलग-अलग सत्रों में आयोजित किया गया, प्रत्येक सत्र उत्साह और रचनात्मक ऊर्जा से भरपूर रहा। इन सत्रों में जगमोहन बंगाणी ने पिछले दो वर्षों में उत्तराखण्ड राज्य के सुदूर पर्वतीय क्षेत्रों में किये गए कला परामर्श कार्यक्रमों पर भी प्रकाश डाला साथ ही उन्होंने बंगानी आर्ट फाउंडेशन के भविष्य में होने वाले कला कार्यक्रमों के बारे में अपने विचार व्यक्त किए.

कार्यक्रम को आकर्षण बोरा, सुगम गौड़ और आकाश के सहयोगात्मक प्रयासों से निर्बाध रूप से आगे बढ़ाया गया। प्रत्येक प्रतिभागी के योगदान ने कार्यक्रम को समृद्ध बनाया और उपस्थित लोगों के बीच एकता की भावना और साझा कलात्मक उद्देश्य को आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया.

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