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शहीद केसरी चंद के जीवन की घटनाओं का दूरदर्शन पर होगा प्रसारण

शहीद केसरी चंद के जीवन की घटनाओं का दूरदर्शन पर होगा प्रसारण

देहरादून
  नीरज उत्तराखंडी विकास नगर. जौनसार बावर के क्यावा गांव में 1 नवंबर 1920 को जन्मे वीर शहिद केसरी चंद के जीवन पर आधारित विभिन्न घटनाओं का उत्तराखंड दूरदर्शन पर प्रसारण होगा. शहीद केसरी चंद का प्रारंभिक जीवन, पढ़ाई लिखाई एवं देश की उस समय की स्थिति और ब्रिटिश हुकूमत के जुल्मों की कहानी दूरदर्शन पर 3 मई को प्रसारित होगी. शहीद केसरी चंद के जीवन पर आधारित विभिन्न घटनाओं के बारे में चर्चा करने के लिए दूरदर्शन पर हुए साक्षात्कार में शहीद केसरी चंद के भतीजे टी.आर शर्मा ने कहा है कि मुझे प्रारंभिक दौर की वह घटनाएं याद है जब शहीद केसरी चंद अपने पढ़ाई के साथ-साथ गांव की खेती बाड़ी के कार्य भी करते थे. उन्होंने कहा है कि ब्रिटिश हुक्मरान लोगों को बेवजह परेशान करते थे. उन घटनाओं का वह खुलकर विरोध रोध करते थे, शहीद केसरी चंद बाल्यकाल से ही निर्भिक व देशभक्त थे. उन्होंने पढ़ाई के दौरान भी अने...
आस्था का उमड़ा जनसैलाब, चालदा महाराज की अद्भुत प्रवास यात्रा व्यवस्था

आस्था का उमड़ा जनसैलाब, चालदा महाराज की अद्भुत प्रवास यात्रा व्यवस्था

नैनीताल
भारत चौहान जौनसार बावर, उत्तरकाशी एवं हिमाचल क्षेत्र के आराध्य महासू महाराज के प्रति यहां के स्थानीय लोगों की अपार श्रद्धा व आस्था है. विगत दिनों चालदा महाराज की मोहना मे 2 वर्ष रुकने के because पश्चात जब प्रवास यात्रा समालटा के लिए प्रस्थान की तो हजारों लोगों की आंखें नम थी, की अब महाराज वापस कब आएंगे?  यात्रा प्रारंभ हुई और 23 नवंबर की रात को चालदा महाराज समालटा गांव खत मझियारना में विराजित हुए, इस यात्रा में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा,  हजारों लोगों ने देव दर्शन किए, मन्नते मांगी व क्षेत्र की खुशहाली के लिए अपने इष्ट देव से प्रार्थना की. ज्योतिष यात्रा का प्रारंभ जौनसार बावर के मोहना गांव से हुआ जहां हजारों लोगों ने चालदा महाराज को समालटा के लिए विदा किया.यात्रा के आगे - आगे देव के प्रतीक के रूप में गाडवे (देवता के नाम के बकरे) चल रहे थे उसके पीछे हजारों का जनसैलाब कंधे पर महाराज क...