होली के रंग…
होली पर की कल्याण सिंह चौहान दो कविताएं
1. होली के रंग
रंग ले रंग ले, तन रंग ले,
तन रंग ले, तु मन रंग ले,
होली के रंग रंग ले।। रंग ले रंग ले....
रंग ले रंग ले, दुनिया के रंग ले रंग ले,
रंग ले रंग ले, दुनिया अपने रंग रंग ले,
रंग ले रंग ले, तु प्यार के रंग रंग ले।।
रंग ले रंग ले....
रंग ले रंग ले, मैं मैं ना रहे,
रंग ले रंग ले, तू तू ना रहे,
सच्चा रंग रंग ले, तू पक्का रंग रंग ले।।
रंग ले रंग ले.....
रंग ले रंग ले, तू कान्हा के रंग रंग ले,
रंग ले रंग ले, तू श्यामा के रंग रंग ले,
ऐसा रंग ले, कि रंग छूटे ना,
होली के रंग रंग ले, रंग ले रंग ले.....।।
**********************************
2. होली है
ऐगी होली फागै की, भाईचारा प्यार की।
छोली जाली मठ्ठा बल, छोली जाली मठ्ठा।
पंचैती चौक, होली खेलणू, सरू गौं कठ्ठा।
ऐगी होली फागै की, भाईचारा प्यार की।। होली है स रा रा
रंग उडणू, ...