उत्तरकाशी

पुरोला : फरार हुई एक नाबालिका को पुलिस ने विकासनगर से आरोपितों सहित दबोचा

पुरोला : फरार हुई एक नाबालिका को पुलिस ने विकासनगर से आरोपितों सहित दबोचा

उत्तरकाशी
तहरीर मिलने के 6 घण्टे में ही अपहृता को बरामद कर आरोपितों को किया गिरफ्तारनीरज उत्तराखंडी, पुरोलापुरोला क्षेत्र से नौगांव ननिहाल मेले में गई एक गांव की कक्षा10 वीं में अध्यनरत फरार छात्रा को पुलिस ने तत्वरित कार्यवाही कर तहरीर मिलनें के छह घंटे के अंतराल में डाकपत्थर,विकासनगर से बरामद किया. वहीं एक महिला समेत तीन आरोपितों को डाकपत्थर से गिरफ्तार कर लिया गया जहां युवती को कहीं और भेजनें की योजना बनानें की फिराक में थे.नौगांव के भाटिया गांव भाई बहनों के साथ ननिहाल मेले में अपनें नाना के घर गई थी किंतु उसी दिन सांय जब मेला समाप्त हो गया तो छात्रा अचानक कहीं गायब हो गई जिसकी घर,गांव व रिस्तेदारो एवं नौगांव, हुडोली आदि जगहों में खोजबीन की गई. 16 जून शुक्रवार को छात्रा के पिता की तहरीर के बाद पुलिस ने छात्रा का मोबाइल नंबर ट्रेस किया जिसकी लोकेशन विकासनगर की मिली.पुलिस ने च...
पुरोला : महापंचायत के लिए जाने पर अड़े लोगों के साथ पुलिस की धक्का-मुक्की

पुरोला : महापंचायत के लिए जाने पर अड़े लोगों के साथ पुलिस की धक्का-मुक्की

उत्तरकाशी
उत्तरकाशी जिले के पुरोला ब्लॉक में 14 से 19 जून तक धारा-144 लगाई गई है. पूरे पुरोला को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. इसके बावजूद प्रदर्शकारी महापंचायत के लिए पुरोला जाने की जिद पर अड़ गए. इस बीच उनकी पुलिस के साथ धक्का-मुक्की. यमुना घाटी के नौगांव, बड़कोट और पुरोला के सभी बाजारों में व्यापारियों ने अपनी सभी दुकानें एवं प्रतिष्ठान बंद रखे हुए हैं. यमुना घाटी के इन ​तीनों बाजारों में कोई दुकान नहीं खुली है, वहीं महापंचायत के लिए हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं व व्यापारी पुरोला जाने की जिद पर अड़े हुए हैं, जिन्हें पुलिस द्वारा जाने से रोका गया है. पुलिस के साथ नोंकझोक के बाद प्रदर्शनकारी धरने पर बैठ गए, जिसके चलते लंबा जाम लग गया. 15 जून को पुरोला में प्रस्तावित महापंचायत को लेकर जिला प्रशासन ने बुधवार शाम ही क्षेत्र में धारा-144 लागू कर दी थी. जिले के बॉर्डर भी सील कर दिए गए. भारी संख्या ...
पुरोला में धारा 144 लागू प्रधान संगठन बैकफुट

पुरोला में धारा 144 लागू प्रधान संगठन बैकफुट

उत्तरकाशी
पुरोला में 15 जून को प्रस्तावित महापंचायत पर पुलिस के सख्त रुख के बाद ग्राम प्रधानों का संगठन बैकफुट पर आ गया, लेकिन अब विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल जैसे हिंदुवादी संगठन खुलकर सामने आ गए हैं. उन्होंने कहा कि हम लव जिहाद के खिलाफ पुरोला में महापंचायत करेंगे. इसे देखते हुए पुरोला नगर क्षेत्र में जिला प्रशासन ने आज 14 जून से लेकर 19 जून तक लागू की धारा 144 लागू कर दी है. एसडीएम पुरोला देवानंद शर्मा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि धारा 144 का सख्ती से पालन होगा. स्थानीय प्रशासन ने मंगलवार को साफ कह दिया था कि ऐसी किसी गतिविधि की इजाजत कतई नहीं दी जाएगी. आवश्यकता पड़ी तो धारा 144 भी लगाई जा सकती है. उधर, जिले की सीमाओं को पुलिस ने सील कर दिया है. एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगैसन ने बताया कि उत्तरकाशी के बॉर्डर को पुलिस ने सील कर दिया है और बाहरी जिलों से महापंचायत के लिए जाने वाले लोगों को ...
पुरोला : आवश्यकता पड़ी तो धारा 144 की जाएगी लागू : एसपी यदुवंशी

पुरोला : आवश्यकता पड़ी तो धारा 144 की जाएगी लागू : एसपी यदुवंशी

उत्तरकाशी
पुरोला विवाद पर 52 पूर्व नौकरशाहों ने मुख्य सचिव और डीजीपी को लिखा पत्र उत्तरकाशी पुरोला में उपजे विवाद को लेकर 52 पूर्व नौकरशाहों ने मुख्य सचिव और डीजीपी को एक खुला पत्र लिखा है. जिसमें राज्य में सांप्रदायिक स्थिति पर तत्काल कार्रवाई के लिए अनुरोध किया गया है. अखिल भारतीय और केंद्रीय सेवाओं के पूर्व नागरिक सेवक रहे इस 52 पूर्व नौकरशाहों के समूह ने चिंता जाहिर की है. उत्तराखंड की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए पत्र में लिखा गया गया है कि 15 जून 2023 को पुरोला शहर में आयोजित किए जाने वाले महापंचायत और 20 जून 2023 को टिहरी में आयोजित होने वाले रैली और "चक्का जाम" कार्यक्रम, दोनों खुलेआम प्रदेश से मुसलमानों को निकालने के आह्वान के साथ जुड़े हुए हैं. पत्र में अनुरोध किया गया है कि तार्किक, साम्प्रदायिक या धमकी भरे कार्यक्रमों को इन तारीखों या अन्यथा किसी भी तारीख पर नहीं होने दिया जाए...
उत्तरकाशी : ‘सीमांत गांवों का विकास कैसे हो’ विषय पर मुख्यमंत्री ने छात्रों से की चर्चा

उत्तरकाशी : ‘सीमांत गांवों का विकास कैसे हो’ विषय पर मुख्यमंत्री ने छात्रों से की चर्चा

उत्तरकाशी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को उत्तरकाशी स्थित लो.नि.वि. निरीक्षण भवन परिसर में अयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए "सीमांत गांवों का विकास कैसे हो" विषय पर स्कूली छात्र-छात्राओं/एन०सी०सी० कैडेट्स के साथ संवाद किया. साथ ही उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूहों, पूर्व सैनिक संगठन, स्थनीय जनप्रतिनिधियों, व्यापार मंडल, बार एसोसिएशन व अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद एवं भेंट वार्ता की. इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शौर्य स्थल, उत्तरकाशी के सौंदर्यकरण एवं टीन सेट लगाने की घोषणा की. उन्होंने कहा शौर्य स्थल में प्रतीक्षालय का निर्माण कार्य कराया जाएगा. इस दौरान उन्होंने शहीदों के परिजनों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया. "सीमान्त गाँवों का विकास कैसे हो" विषय पर स्कूली छात्र-छात्राओं से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री श्री धामी के समक्ष सीमांत क्षेत्रों में स्वास्...
गाय हमारी सनातन सभ्यता, संस्कृति और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है : मुख्यमंत्री

गाय हमारी सनातन सभ्यता, संस्कृति और जीवन पद्धति का अभिन्न हिस्सा है : मुख्यमंत्री

उत्तरकाशी
नीरज उत्तराखंडीचोपड़धार, चिन्यालीसौड़ (उत्तरकाशी). मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को चोपड़धार कटखाण, चिन्यालीसौड, उत्तरकाशी स्थित नागराज मंदिर में भगवान नागराज प्रकट दिवस के अवसर पर  आयोजित आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक मेले "गौ महोत्सव" कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. इस अवसर पर उन्होंने नागराज मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश में खुशहाली एवं तरक्की कि कामना की. उन्होंने मंदिर परिसर में कथावाचक स्वामी गोपाल मणि जी महाराज की कथा में सम्मलित होकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नागराज मंदिर में  पैदल एवं सड़क मार्ग को शीघ्र विकसित किए जाने का भरोसा दिलाया. उन्होंने अन्य स्थानीय समस्याओं पर भी कार्यवाही करने का आश्वासन दिया.मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने गोपाल मणि महाराज को जन्मदिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पूज्य संत गोपाल मणि महार...
क्रीम पौडरा गीत की सफलता के बाद चित्रगीत ‘मास्टर जी’ का लोकार्पण

क्रीम पौडरा गीत की सफलता के बाद चित्रगीत ‘मास्टर जी’ का लोकार्पण

उत्तरकाशी
शहीद हमीर सिंह पोखरियाल राजकीय इंटर कॉलेज श्रीकालखाल उत्तरकाशी में उत्तराखंडी चित्रगीत "मास्टर जी" का लोकार्पण मसक़बीन यूट्यूब पर किया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में अभिनेत्री कलाकार श्वेता महारा, निर्माता कमल जोशी, निर्देशक सोहन चौहान, अभिनेता कलाकार मुकेश शर्मा घनसाला, सुरक्षा रावत, उद्घोषिका राखी धनाई एवं बाल कलाकार आलोक असवाल, नैतिक असवाल, आरुषि, शिक्षक, छात्र-छात्राएं एवं ग्रामीण उपस्थित थे. शिक्षक और छात्रों के बीच संवाद का ताना-बाना लिए यह गीत उत्तराखंड की प्रसिद्ध मसकबीन स्टूडियो द्वारा तैयार किया गया है. इससे पूर्व सुपरहिट गीत क्रीम पौडरा, स्याळि रामदेई, हे मधु एवं ढाई हाथे धमेली आदि गीतों का निर्माण इन्हीं के द्वारा किया गया है. "मास्टर जी" गीत- सुनील कुमार व प्रेम बिष्ट, स्वर- किशन महिपाल,आदित्य सिंह, वीडियोग्राफी व एडिटिंग- क्रिएटिव बुड़बक टीम, मेकअप- क्रिस्टी नेगी, सह ...
उत्तरकाशी : ‘सड़क है जिंदगी’ का लोकार्पण

उत्तरकाशी : ‘सड़क है जिंदगी’ का लोकार्पण

उत्तरकाशी
उत्तरकाशी. साधना जोशी द्वारा रचित कविता संग्रह सड़क है जिंदगी का लोकार्पण समारोह का आयोजन रेडक्रॉस भवन विश्वनाथ चौक में किया गया जिसमे शिक्षा जगत के जाने माने व वर्तमान में ऋषिराम शिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य डॉ एस के मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप व श्री विक्रम जोशी शिक्षा अधिकारी विकासखंड डुंडा, श्री अजय पूरी जी विश्वनाथ मंदिर के पुजारी व वर्तमान में चारधाम मंदिर समिति के अध्यक्ष विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे साथ में कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभव साहित्य संगीत कला मंच की अध्यक्ष आभा बहुगुणा ने की व मंच का संचालन डॉ मीना नेगी ने किया.पुस्तक का मुख पृष्ठ मुकुल बडोनी ने अपनी चित्रकला से बनाया, भूमिका खजान सिंह चौहान द्वारा लिखी गई एवं आशिता डोभाल द्वारा उसका वाचन किया गया. इस कविता संग्रह में कुल 54 कविताएं है, जो चार भागों में लिखी गई हैं- अनुभूति के स्वर, प्रकृति के स्वर, पक्षियों ...
जन आंदोलन: मुल्क अपने गिरफ्तार साथियों को छुड़ा लाया

जन आंदोलन: मुल्क अपने गिरफ्तार साथियों को छुड़ा लाया

उत्तरकाशी
तिलाड़ी कांड 30 मई पर विशेषध्यान सिंह रावत ‘ध्यानी’ तीस मई सन् 1930 को रवांई के किसानों द्वारा अपने हक हकूक के लिए टिहरी रियासत के विरुद्ध लामबद्ध होना एक अविस्मरणीय जन आन्दोलन था. ‘बोलान्दा बदरी’ जैसे भावनात्मक, अविव्यक्ति के शब्दों से अपने महाराजा को सम्बोधित करने वाली जनता का आन्दोलन के लिए उत्तेजित होना कहीं न कहीं तत्कालिक समय में टिहरी रियासत के अविवेकपूर्ण नीति का ही प्रतिफल था जिसका खामियाजा भोले-भाले ग्रामीणों को अपनी जान की कुर्बानी दे कर चुकाना पड़ा. आन्दोलन की मुख्य वजह सन् 1928 को टिहरी राज्य में हुए वनबन्दोबस्त ‘मुनारबन्दी’ थीं जिसमें जनता के हक हकूकों को नजरन्दाज ही नहीं अपितु सख्त कुठाराघात भी किया गया. चरान-चुगान, घास-पत्ती, ‘लाखड़ी-जेखड़ी’ हल-नसेड़ा सभी वन उपजें वन सीमा के अन्तर्गत आ जाने के कारण ग्रामीणों के सम्मुख पहाड़ जैसी विकराल बाधा आन पड़ी थीं. रवांई की जनता ने अपन...
रवांई में पत्रकारिता को दी नई पहचान!

रवांई में पत्रकारिता को दी नई पहचान!

उत्तरकाशी
रवांई मेल के संपादक राजेन्द्र असवाल की पुण्य तिथि पर विशेषमहावीर रवांल्टा रवांई क्षेत्र में पत्रकारिता की बात करें तो आज अनेक लोग इस क्षेत्र में सक्रिय हैं. लेकिन, इस क्षेत्र से किसी भी नियमित समाचार पत्र का प्रकाशन नहीं हो सका. सिर्फ अस्सी के दशक के पूर्वाद्ध में बर्फिया लाल जुवांठा और शोभा राम नौडियाल के संपादन में पुरोला से निकले ‘वीर गढ़वाल’ की जानकारी मिलती है. 1992 में पुरोला से पहली बार "रवांई मेल" (साप्ताहिक) समाचार पत्र का प्रकाशन आरंभ हुआ और इसके संस्थापक, प्रकाशक और संपादक थे, राजेन्द्र असवाल. राजेन्द्र असवाल का जन्म नौगांव विकासखंड के बलाड़ी गांव में 1 जनवरी 1964 को हुआ था. आपके पिता का नाम नैपाल सिंह और मां का नाम चंद्रमा देवी था. तीन भाइयों में आप घर के सबसे बड़े बेटे थे. आपकी आरंभिक शिक्षा गांव में ही हुई, फिर राजकीय इंटर कालेज नौगांव से इंटर करने के बाद स्नातक देहरादून ...