उत्तराखंड हलचल

आजीविका वर्धन हेतु बांस एवं रिंगाल संसाधनों पर आधारित  विचार मंथन सत्र आयोजित

आजीविका वर्धन हेतु बांस एवं रिंगाल संसाधनों पर आधारित  विचार मंथन सत्र आयोजित

देहरादून
उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) (Uttarakhand Science Education and Research Centre(USERC)) द्वारा राष्ट्रीय हिमालयन अध्ययन मिशन परियोजना के अन्तर्गत राज्य में आजीविका वर्धन हेतु बांस एवं रिंगाल संसाधनों पर आधारित काश्तकारों के सामाजिक आर्थिक उन्नयन हेतु उनके द्वारा बनाये जाने वाले पारम्परिक उत्पादों के मूल्यवर्धन, क्षमता विकास एवं विपणन हेतु श्रृंखला विकास की प्रक्रिया पर आधारित एक विचार मंथन सत्र का आयोजन किया गया. उद्घाटन सत्र में यूसर्क की निदेशक प्रो. (डा.) अनिता रावत ने कहा कि यूसर्क द्वारा बताया कि यूसर्क राज्य के विकास से सम्बन्धित विज्ञान, शिक्षा एवं तकनीकी के माध्यम से विभिन्न परियोजनाओं के द्वारा दुर्गम क्षेत्र तक लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने बासं व रिंगाल के संसाधनों के काश्तकारों को आजीविका का महत्वपूर्ण संसाधन होने के साथ पर्यावरणीय दृष्ट...
उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य के लिए  टिहरी की भिलंगना घाटी के “सूर्य प्रकाश सेमवाल” को मिले मौका

उत्तराखंड से राज्यसभा सदस्य के लिए  टिहरी की भिलंगना घाटी के “सूर्य प्रकाश सेमवाल” को मिले मौका

टिहरी गढ़वाल
बिजेंद्र सिंह रावत "दगड़या" उत्तराखंड के "उत्तरायणी" पर्व को विगत 20 वर्षो से दिल्ली एनसीआर और राष्ट्र स्तर पर पहचान दिलाने वाले कर्मयोगी, यशस्वी , समाज सेवी मानव भाई "सूर्य प्रकाश सेमवाल" को इस बार भाजपा की और से टिहरी राज्य सभा सांसद के लिए आगे आना चाहिए. समाज सेवा भावना , अपनी जड़ों से प्रेम , अपनी पहाड़ की संस्कृति व परंपराओं के सरक्षण व सवर्धन के लिए सदैव प्रथम पंक्ति में खड़े होने वाले सेमवाल जी एक उच्च शिक्षाधारी और शिक्षा के क्षेत्र में भी ठोस नाम है.  इनका पूरा जीवन  राष्ट्रवादी सोच का रहा है औरसंघ के एक स्वयंसेवक के रूप में राष्ट्रभक्ति का संस्कार लेकर कई अहम जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है.राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारका  जिला में संपर्क प्रमुख, बौद्धिक प्रमुख  और प्रचार प्रमुख के दायित्व के बाद वर्तमान में समरसता प्रकल्प में संयोजक. विश्व हिंदू परिषद के संस्कृत विभाग ...
विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए रवांई की कई शख्सियतों का सम्मान

विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए रवांई की कई शख्सियतों का सम्मान

उत्तरकाशी
युवा सामाजसेवी रूद्रा because एग्रों स्वायत्त सहकारिता के संस्थापक नरेश नौटियाल की पहल लाई रंग नीरज उत्तराखंडी, देवसारी नौगांवरूद्रा एग्रो स्वायत्त सहकारिता और सामाजिक एवं पर्यावरणीय कल्याण समिति (सेवा)  ने  नौगांव ब्लाक के देवसारी गांव में नागरिक अभिनंदन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया. ज्योतिष समारोह में होटल मैनेजमेंट सर्टीफिकेट वितरण, रवांई के पारम्परिक पकवानों because गढ़ भोज की प्रर्दशनी, विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य का निशुल्क परीक्षण दवा वितरण एवं because ई-श्रमिक कार्ड  बनवाने की सुविधा क्षेत्रवासियों को उपलब्ध करवाई गई. होटल मैनेजमैंट कोर्स करने वाले 250 छात्रों को  वितरित किये गये  प्रमाणपत्र. ज्योतिषइन शख्शियतों को किया गयाकृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट because कार्य के लिए - श्रीमती सुनीता राणा एवं श्रीमती प्रमिला राणा . स्वास्थ्य के क्षेत्र मे...
विरासत से पहाड़ की विरासत गायब!

विरासत से पहाड़ की विरासत गायब!

देहरादून
अर्जुन सिंह रावत विरासत किसके लिए. कहते हैं संगीत की because कोई सीमा कोई दायरा नहीं होता लेकिन लोक को जीवित रखने के लिए उसे बताना भी जरूरी है और नई पीढ़ी से मिलाना भी. सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन कहकर प्रचारित किए जा रहे विरासत में देवभूमि की विरासत नदारद है. आयोजकों ने इसे महज रस्म अदायगी तक सीमित कर दिया है.ज्योतिष उत्तराखंड के देहरादून में बड़े जोर-शोर से विरासत का आयोजन किया जा रहा है. ओएनजीसी जैसे बड़े-बड़े प्रायोजक भी हैं और संगीत जगत के कई धुरंधर भी. कबीर की वाणी भी मिलेगी, because सूफी कलाम भी मिलेगा, क्लासिकल डांस फॉर्म भी मिलेंगे, लेकिन नहीं है तो उत्तराखंड का लोकस्वर. उत्तराखंड के वाद्ययंत्र और जागर जैसी देव विधा की प्रस्तुति.ज्योतिष कितनी हैरानी है न, जिस ढोल सागर, जागर को सम्मान देते हुए प्रीतम भरतवाण जी, बसंती देवी जी जैसे लोक साधकों को पद्मश्री सम्मान प्रदान किया ...
स्याल्दे बिखौती : कत्युरीकाल की  सांस्कृतिक विरासत का मेला

स्याल्दे बिखौती : कत्युरीकाल की  सांस्कृतिक विरासत का मेला

बागेश्‍वर, लोक पर्व-त्योहार
स्याल्दे बिखौती मेला : 13-14-15 अप्रैल पर विशेषडॉ. मोहन चंद तिवारीसांस्कृतिक नगरी द्वाराहाट (Dwarahat) में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला स्याल्दे-बिखौती (Syalde Bikhauti Mela) का ऐतिहासिक मेला पिछले दो वर्षों से कोरोना (Corona Virus) प्रकोप के चलते प्रतीकात्मक रूप से ही मनाया जा रहा था. किन्तु इस वर्ष मेला समिति के निर्णयानुसार मेला विशेष धूम धाम से मनाया because जा रहा है. मेला समिति व नगर पंचायत अध्यक्ष मुकेश साह द्वारा ग्राम प्रतिनिधियों की बैठक में की गई घोषणा के अनुसार लगभग 64 वर्ष पूर्व मेले से अलग हुए ईड़ा, जमीनी वार व पार ग्राम पंचायतें पुन: इस वर्ष स्याल्दे मेले का हिस्सा बनने जा रही हैं. परम्परागत मान्यता के अनुसार इस वर्ष चैत्र मास की अन्तिम रात्रि ‘विषुवत्’ संक्रान्ति 13 अप्रैल को द्वाराहाट से 8 कि.मी. की दूरी पर स्थित विभाण्डेश्वर महादेव में सारी रात बिखौती का मेला लगेगा...
हिमालयीय वनस्पति ‘र् वेंण’ सुहागिनों की सिंदूर-फली

हिमालयीय वनस्पति ‘र् वेंण’ सुहागिनों की सिंदूर-फली

देहरादून
डा. मोहन चंद तिवारीसंस्कृत- 'कम्पिल्लक'  हिंदी- 'कमीला',  Mallotus philippensis लगभग आठ वर्ष पूर्व जम्मू-कश्मीर हिमालय में मां वैष्णो देवी के दर्शन करने के दौरान शिवखोड़ी की लगभग 4 कि.मी.की पैदल यात्रा करने का अवसर मिला तो वहां जंगलनुमा रास्ते में कम्पिल्लक के वृक्षों में लटकते 'कमीला' के because सिन्दूरी फलों को देखकर अपने गांव जोयूं, उत्तराखंड की वह याद ताजा हो आई जब मैं बचपन में अपने चाचा जी के साथ 'र् वेंण' के वृक्षों में लगे फलों से लाल रंग का पराग टटकाया करता था. चाचा जी ने बताया था कि इस फल के लाल पराग को माथे पर तिलक करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है. पुराने जमाने में इसी रोली से स्त्रियां अपने सुहाग का सिन्दूर भरती थी.हमारे पाली पछाऊं में इसे 'र् वेंण' का फल कहा जाता है. हरताली शिव खोड़ी के मार्ग में पड़ने वाले मन्दिर मैं ठहरे एक साधु महात्मा ने यह बताकर मेरी जिज्ञासा को और ...
उत्तराखंड चुनाव परिणाम : हरीश रावत की हट, कांग्रेस सफाचट!

उत्तराखंड चुनाव परिणाम : हरीश रावत की हट, कांग्रेस सफाचट!

देहरादून
निर्दलीय उम्मीदवार का जीतना कहीं न कहीं उत्तराखंड की राजनीति में आ रहे बदलावों की ओर संकेत करता हैप्रकाश उप्रेती लोकतंत्र में चुनाव ही वह कसौटी है जिसके आधार पर किसी पार्टी और प्रतिनिधि का मूल्यांकन होता है. जनता अपने वोट के जरिए यह मूल्यांकन करती है. 5 राज्यों में हुए चुनावों का नतीजा आया तो उसमें 4 राज्यों में because बीजेपी गठबंधन और पंजाब में जनता ने आप को बहुमत दिया. अब सवाल इन चुनावों  के 'पाठ' का है. इस पाठ के लिए अगर उत्तराखंड को लिया जाए तो हम देखते हैं कि इस बार के नतीजे भी कमोबेश पिछले चुनावों की तर्ज पर ही रहे हैं. परंतु इस बार के नतीजे उत्तराखंड की राजनीति में आ रहे बदलावों की तरफ भी संकेत करते हैं. उत्तराखंड का वोटर अब पार्टी लाइन से हटकर भी वोट कर रहा है.ज्योतिष उत्तराखंड बनने से लेकर आज तक के चुनावों को देखा जाए तो यहाँ मुकाबला हमेशा बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही र...
चलत मुसाफ़िर और बस्तापैक एडवेंचर की सार्थक पहल, उत्तराखंड की पहली स्ट्रीट लाइब्रेरी की स्थापना

चलत मुसाफ़िर और बस्तापैक एडवेंचर की सार्थक पहल, उत्तराखंड की पहली स्ट्रीट लाइब्रेरी की स्थापना

उत्तराखंड हलचल
हिमांतर ब्यूरो, ऋषिकेश बसंत पंचमी के दिन चलत मुसाफ़िर because और बस्तापैक एडवेंचर ने साथ मिलकर दो कार्यक्रम का आयोजन किया. पहला कार्यक्रम था, उत्तराखंड की पहली स्ट्रीट लाइब्रेरी की स्थापना, जिसका उद्घाटन उत्तराखंड रत्न पद्मश्री योगी एरन ने किया. यह लाइब्रेरी तपोवन के सार्वजनिक घाट में लगाई गई है. इस मौके पर योगी एरन ने टीम की प्रसंशा करते हुए कहा, “हमें ऐसे ही युवाओं की ज़रूरत है जो सोसाइटी के बारे में सोचे. चलत मुसाफ़िर की फाउंडर मोनिका मरांडी और प्रज्ञा श्रीवास्तव, because बस्ता पैक के फाउंडर गिरिजांश गोपालन और प्रदीप भट्ट की ये मुहिम कई युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी.” घाट पर आए पर्यटकों ने लाइब्रेरी को देखते हुए टीम से ये राय साझा की, “स्ट्रीट लाइब्रेरी एक बेहतरीन मुहिम है और ऐसी मुहिमों को लगातार होना चाहिए. ऐसी मुहिम से लोगों को पढ़ने की इच्छा जागेगी जो पैसों के अभाव में पढ़ नही...
उत्तराखंड में फिर खिलेगा कमल, BJP के विकास कार्यों पर जनता को पूरा भरोसा: धन सिंह रावत  

उत्तराखंड में फिर खिलेगा कमल, BJP के विकास कार्यों पर जनता को पूरा भरोसा: धन सिंह रावत  

उत्तराखंड हलचल
धन सिंह रावत श्रीनगर विधानसभा के वर्तमान विधायक हैं। उन्होंने कम उम्र में ही समाज सेवा का  कार्य शुरू कर दिया था। साल 1989 में धन सिंह रावत ने आरएसएस ज्वॉइन किया। बाल विवाह, छुआछूत और शराब के खिलाफ अभियान छेड़ा। वह राम जन्मभूमि मूवमेंट के दौरान भी सक्रिय रहे और जेल भी जाना पड़ा। उच्च शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय में मंत्री के रूप में सेवा दे चुके धन सिंह रावत का कहना है कि इस चुनाव में भी जनता का प्यार उन्हें प्राप्त होगा और सूबे में फिर से भाजपा की सरकार बनेगी। इसकी वजह यह है कि बीजेपी के शासन के दौरान सूबे में जितने कार्य हुए हैं, उतने कभी अन्य सरकारों के कार्यकाल में नहीं हुए।अंतिम गांव और व्यक्ति तक विकास पहुंचाना है हमारा लक्ष्य धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य की जनता ने जिस तरह से पिछले चुनावों में अपना भारी समर्थन भारतीय जनता पार्टी को दिया ...
 ‘जीवन जिससे पूर्ण सार्थक हो, वो मंजिल अभी दूर है’

 ‘जीवन जिससे पूर्ण सार्थक हो, वो मंजिल अभी दूर है’

पौड़ी गढ़वाल
प्रेरक व्यक्तित्व – डॉ. चरणसिंह 'केदारखंडी'डॉ. अरुण कुकसालमैं अचकचा गया हूं कि कहां पर बैठूं? कमरे के चारों ओर तो एक दिव्य और भव्य स्वरूप पहले ही से विराजमान है. मुझे सुखद आश्चर्य हुआ कि कमरे में करीने से because रखी पुस्तकें मेरे स्वागत में एक साथ मुस्करा दी हैं. मेरे हाथ श्रीअरविंद और श्रीमां के चित्रों की ओर स्वतः ही अभिवादन के लिए जुड़ गये हैं. मैं तुरंत सामने की किताब को सहला कर अपने को सहज करता हूं. हिन्दी, उर्दू, संस्कृत और अंग्रेजी की डिक्शनरियों की एक लम्बी कतार सामने के रैक पर सजी हैं. कमरे में दिख रही सभी किताबें धर्म के दायरे से बाहर निकलकर आध्यात्म का आवरण लिए हुये हैं.ज्योतिष पल भर पहले मैं असमजस में रहा कि पहले किताबों से बातें करूं या केदारखंडी जी से. पर पल में ही संशय मिटा कि इन किताबों का अंश केदारखण्डी जी में किसी न किसी रूप में है, तो फिर उन्हीं से बातें प...