Tag: पंचकेदार

पंचकेदार : विधि विधान से खुले द्वितीय केदार भगवान श्री मदमहेश्वर जी के कपाट

पंचकेदार : विधि विधान से खुले द्वितीय केदार भगवान श्री मदमहेश्वर जी के कपाट

उत्तराखंड हलचल
पंचकेदारों में प्रतिष्ठित द्वितीय केदार भगवान श्री मदमहेश्वर जी के कपाट आज पूर्वाह्न 11.15 बजे विधि-विधान से खुल गये है. इस अवसर पर साढे़ तीन सौ से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहे. पंच केदार में द्वितीय भगवान मद्महेश्वर मंदिर के कपाट आज शुभ लग्न में साढ़े 11 बजे भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं. इस अवसर पर 350 से अधिक श्रद्धालु मंदिर में मौजूद रहे. बाबा मद्महेश्वर की चल उत्सव विग्रह डोली को दस बजे मंदिर में लाया गया. इसके बाद मंदिर के कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू हुई. पुजारी टी गंगाधर लिंग ने पूजा-अर्चना के बाद बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के अधिकारियों, हकहकूक धारियों की उपस्थिति में विधि-विधान से मंदिर के कपाट खोले. इसके बाद भगवान मदमहेश्वर के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप से अलग कर निर्वाण रूप व उसके बाद श्रृंगार रूप दिया गया. जिसके बाद श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन किए. कपाट खुलने के माैक...
पंचकेदार : 20 मई को मद्महेश्वर महादेव एवं 10 मई को तुंगनाथ मंदिर के खुलेंगे कपाट

पंचकेदार : 20 मई को मद्महेश्वर महादेव एवं 10 मई को तुंगनाथ मंदिर के खुलेंगे कपाट

धर्मस्थल
बैशाखी के शुभ अवसर पर पंचकेदार गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में यज्ञ हवन के पश्चात विधि-विधान तथा पंचांग गणना पश्चात आचार्य गणों-वेदपाठियों के द्वारा मंदिर समिति अधिकारियों-हकहकूकधारियो की उपस्थिति में कपाट खुलने की तिथि निश्चित हुई जबकि श्री तुंगनाथ जी के कपाट खुलने की तिथि शीतकालीन गद्दी स्थल श्री मार्कंडेय मंदिर ऊखीमठ में पूजा-अर्चना पंचाग गणना के पश्चात तय हुई। इस अवसर पर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने अपने संदेश में श्रद्धालुओ को बैशाखी की शुभकामनाएं दी है और कहा कि श्री मदमहेश्वर तथा तुंगनाथ जी की यात्रा शुरू होने से पहले मंदिर समिति यात्रा तैयारियों में जुट गयी है। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय आज शायंकाल में श्री मद्महेश्वर भगवान के डोली में आरोहण के बिखौत मेला कार्यक्रम में शामिल होने भगवान मद्महेश्वर के चलविग्रह के दर्शन हेतु श्री ओंक...
राष्ट्रीय स्मारक घोषित होगा तुंगनाथ मंदिर, एशिया में समुद्रतल से सबसे ऊंचाई पर स्थित है शिवालय

राष्ट्रीय स्मारक घोषित होगा तुंगनाथ मंदिर, एशिया में समुद्रतल से सबसे ऊंचाई पर स्थित है शिवालय

रुद्रप्रयाग
पंचकेदारों में से तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाएगा. इसके लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने राष्ट्रीय स्मारक को लेकर आपत्तियां मांगी है. रुद्रप्रयाग जिले में तुंगनाथ मंदिर एशिया में समुद्रतल से सबसे ऊंचाई पर स्थित शिवालय है. तुंगनाथ मंदिर 12800 फीट की ऊंचाई पर स्थापित है. लंबे समय से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की ओर से मंदिर को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की कवायद चल रही है. पुरातत्व विभाग के प्रभारी अधिकारी देवराज सिंह रौतेला ने बताया कि प्राचीन मंदिर तुंगनाथ को राष्ट्रीय महत्व स्मारक घोषित करने के लिए केंद्र सरकार ने 27 मार्च, 2023 को अधिसूचना जारी की है. प्राचीन स्मारक को राष्ट्रीय महत्व को घोषित करने पर यदि कोई आपत्ति या सुझाव हो तो इस अधिसूचना जारी होने की तारीख से दो महीने के भीतर महानिदेशक, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण नई दिल्ली को आपत्तियां भेज सकते ह...